मेरी पहली हवाई यात्रा पर निबंध Meri pehli hawai yatra in hindi essay

Meri pehli hawai yatra in hindi essay

दोस्तों हमारे जीवन में कई ऐसे रोचक पल होते हैं जो वास्तव में हमें हमेशा याद रहते हैं आज मैं आपको अपने जीवन की पहली हवाई यात्रा के बारे में बताने वाला हूं तो चलिए पढ़ते हैं हमारे आज के इस आर्टिकल को

Meri pehli hawai yatra in hindi essay
Meri pehli hawai yatra in hindi essay

प्रस्तावना

वास्तव में हवाई जहाज में बैठना अच्छा लगता है हर कोई चाहता है कि उसे जीवन में कभी ना कभी हवाई जहाज में बैठने का अवसर प्राप्त हो. हवाई जहाज के द्वारा यात्रा करना बहुत ही अच्छा और आरामदायक भी होता है लेकिन यह महंगा होने के कारण हर कोई इसमें यात्रा नहीं कर पाता मैंने सत्रह अठारह सालों तक हवाई यात्रा नहीं की.एक दिन मैंने हवाई यात्रा करने का मन बना लिया.

हवाई यात्रा का विचार

दरअसल मैं अपने दोस्तों के साथ बैठा बातचीत कर रहा था तभी हमारी बात यात्राओं के बारे में हुई तभी हम हवाई यात्रा की बात करने लगे.उन्होंने हवाई यात्रा के बारे में मुझसे कहा हवाई यात्रा करना बहुत ही अच्छा होता होगा मुझे जब भी मौका मिलेगा मैं हवाई यात्रा जरूर करूंगा. उसने मुझे हवाई यात्रा के बारे में कुछ ऐसा कहा कि मैंने मन बना लिया कि कुछ ही दिनों बाद में हवाई यात्रा जरूर करूंगा मेरे पापा जी की गवर्नमेंट नौकरी है मैं भी ठीक-ठाक कमा लेता हूं मैंने सोचा चलो आज तो हवाई यात्रा की जाए.

हवाई यात्रा की शुरुआत

कुछ दिनों बाद मैं अपने एक करीबी दोस्त के साथ दिल्ली घूमने गया.दिल्ली मे मेरे दोस्त के परिवार वाले रहते थे हम उनके यहां पर रुके और दिल्ली से हमारा विचार हवाई यात्रा के जरिए मुंबई जाने का हुआ. हम अगले दिन घर से निकल गए और एयरपोर्ट जा पहुंचे वहां पर हमने अपने-अपने टिकट और सीट नंबर लिए जब हमने एयरपोर्ट का दृश्य देखा तो मुझे बहुत ही खुशी हुई.

बाहर गर्मी का मौसम था लेकिन वहां पर एयर कंडीशनर था इस वजह से ठंडी ठंडी हवा चल रही थी. बहुत ही ठंडक महसूस हो रही थी कुछ समय बाद जब हमारा वायुयान जाने वाला था तब हम सभी सीढ़ियों के द्वारा धीरे-धीरे वायुयान में प्रवेश करने लगे लेकिन इससे पहले हवाई यात्रा करने वाले हर एक व्यक्ति की जांच की गई की हथियार तो नहीं रखे हैं या कोई नुकसानदायक चीज तो नहीं है जांच होने के बाद हम हवाई जहाज में अंदर प्रवेश हुए.

हवाई जहाज के अंदर का दृश्य और वहां से नीचे का दृश्य

जब हम हवाई जहाज के अंदर प्रवेश किए तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा वहां पर हम अपनी सीट नंबर पर बैठ गए और सीट का बेल्ट हमने बांध लिया.हवाई जहाज में कुछ एयर होस्टेस भी नजर आ रही थी मैं और मेरा दोस्त पास में ही सीट पर बैठे हुए थे. खिड़कियों से बाहर का नजारा भी देखने लायक था अब कुछ ही समय बाद हमारा हवाई जहाज उड़ने लगा जब उसकी गति तेज होने लगी तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था लेकिन मैं पहली बार यात्रा कर रहा था तो मुझे थोड़ा अजीब सा भी लगा.

हम कांच की खिड़की से बाहर देख रहे थे हमने देखा कि जिन घरों में हम रहते हैं वह वह घर छोटे-छोटे नजर आ रहे थे मनुष्य चिंटियो की भांति दीख रहे थे वहां का नजारा बहुत ही बेहतरीन था जब हम यात्रा करने के लिए निकले तो शाम का समय था इसलिए शहर दिल्ली की बिजली चमक रही थी कुछ देर बाद हम मुंबई पहुंच गए और हवाई जहाज गोल गोल घूमते हुए मुंबई के एयरपोर्ट पर उतर गया और हम वहां से मुंबई घूमने निकल गए यही हमारी पहली हवाई यात्रा थी.

उपसंहार

वास्तव में जब भी हम पहली बार कुछ करते हैं तो हमें बहुत ही अलग लगता है मेरी पहली हवाई यात्रा मुझे आज भी बहुत ही अच्छी तरह से याद है क्योंकि मैंने पहली बार हवाई यात्रा की थी मैं जरूर ही अगली बार हवाई यात्रा करूंगा।

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