राणासर बीकान का इतिहास Ranasar beekan history in hindi

Ranasar beekan history in hindi

Ranasar beekan – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से राणासर बिकान के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और राणासर बिकान के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Ranasar beekan history in hindi
Ranasar beekan history in hindi

राणासर बिकान के बारे में – राणासर बिकान भारत देश के राजस्थान राज्य के चुरू जिले का एक गांव है जिस गांव की जनसंख्या जनगणना 2011 के अनुसार 3068 है ।जिसने 1458 महिलाएं और 1610 पुरुष हैं । राणासर बिकान गांव में तकरीबन 500 परिवार रहते हैं । राणासर बिकान राजस्थान की तहसील सरदार  शहर और जिला चुरू का एक सुंदर गांव है । जहां पर कई दार्शनिक स्थल हैं । जहां पर घूमने में बड़ा आनंद आता है । राणासर बिकान में एक सुंदर मंदिर भी है जिस मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है और उस मंदिर का नाम ओम बन्ना मंदिर है जिस मंदिर के निर्माण के लिए पैसा इकट्ठा किया जा रहा है ।

वहां के आसपास के लोगों की आस्था इस मंदिर से जुड़ी हुई है इसलिए इस मंदिर के निर्माण के लिए कार्य कराए जा रहे हैं । राणासर बिकान मे कुछ ही समय पहले एक घटना को करने से रोका गया था और वह घटना थी बाल विवाह । राणासर बिकान गांव में एक बाल विवाह किया जा रहा था और उस बाल विवाह को रोकने के लिए जिला समन्वयक आनंद सिंह राठौर के द्वारा पुलिस प्रशासन को बाल विवाह के बारे में जानकारी दी गई थी । इसके बाद पुलिस प्रशासन ने इस बाल विवाह को रोकने के लिए जांच प्रारंभ की और मौके पर पहुंचकर राणासर बिकान में हो रहे बाल विवाह को रोका था और लोगों को यह चेतावनी दी थी कि यदि कोई बाल विवाह कराते हुए पकड़ा गया तो उसके ऊपर कानूनी कार्यवाही की जाएगी ।

राणासर बिकान गांव में रहने वाले शिवलाल भाट की लड़की का विवाह कराया जा रहा था जिसकी उम्र बहुत ही कम थी । लड़की को देखकर ऐसा लग रहा था कि वह अभी कुछ भी सोचने समझने की स्थिति में नहीं हैं । परंतु पुराने रीति रिवाज को निभाने के लिए वह छोटी उम्र में अपनी लड़की का विवाह करा रहा था । जिस विवाह को रोकने के लिए पुलिस प्रतिनिधि गिरधारी सैनी अपने पुलिस सेना के साथ राणासर बिकान गांव में पहुंचे थे । वहां पहुचने के बाद कार्यवाही करते हुए इस विवाह को होने से रोका गया था । इस विवाह को रोकने में सबसे बड़ा योगदान जिला समन्वयक आनंद सिंह राठौर का रहा है ।

आनंद सिंह राठौर के द्वारा पुलिस प्रशासन को बाल विवाह होने की खबर दी गई थी जिस खबर के बाद यह बाल विवाह रोक दिया गया था । इस विवाह को रोकने के लिए चाइल्ड ऑफिसर भी वहां पर मौजूद था । चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से पुलिस को जब यह सूचना मिली कि बाल विवाह कराया जा रहा है तब पुलिस ने तुरंत इस मामले को संज्ञान में लिया और कार्यवाही करते हुए इस विवाह को रोकने में सफल रही थी । पुलिस की इस कामयाबी से चुरू जिले तहसील सरदारपुर का गांव राणासर बिकान में लोगों को यह पता चल गया था कि जो व्यक्ति सरकार के खिलाफ जाकर बाल विवाह कराएगा उसको भारत सरकार छोड़ने वाली नहीं है नियमों के हिसाब से  कानून के द्वारा सजा दी जाती है ।

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