अरुणाचल प्रदेश पर निबंध व् इतिहास Essay on arunachal pradesh in hindi

Essay on arunachal pradesh in hindi

Arunachal pradesh – दोस्तों आज हम आपको इस बेहतरीन आर्टिकल के माध्यम से भारत देश का सबसे सुंदर एवं दार्शनिक राज्य अरुणाचल प्रदेश के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को गहराई से पढ़ कर अरुणाचल प्रदेश के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Essay on arunachal pradesh in hindi
Essay on arunachal pradesh in hindi

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अरुणाचल प्रदेश के बारे में About Arunachal Pradesh- दोस्तों भारत देश का सबसे सुंदर और प्रसिद्ध राज्य अरुणाचल प्रदेश एक सबसे सुंदर राज्य है । यहां के पहाड़ी इलाके दर्शनीय हैं , यहां की झीले दर्शनीय हैं , यहां के पार्क दर्शनीय हैं । अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर है । अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर को जो भी व्यक्ति देखने के लिए जाता है वह अपने जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त करता है । अरुणाचल प्रदेश की जनसंख्या 13,83,727 है । अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा सीटें 60 है ।

अरुणाचल प्रदेश की लोकसभा सीटें 2 हैं । अरुणाचल प्रदेश की राज्यसभा  सीटें 1 हैं ।अरुणाचल प्रदेश का उच्च न्यायालय गुवाहाटी में स्थित है । दोस्तों अरुणाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ होता है उगते सूर्य का पर्वत । अरुणाचल प्रदेश का इतिहास काफी प्राचीन समय का रहा है ।  प्राचीन समय में अरुणाचल प्रदेश को नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी नाम से सभी लोग जानते थे और उस समय अरुणाचल प्रदेश असम राज्य का एक हिस्सा था । 1962 में अरुणाचल प्रदेश असम राज्य के अंतर्गत आता था ।

1965 के समय अरुणाचल प्रदेश की देखभाल भारत सरकार , केंद्र सरकार  करती थी । 1965 में राज्यपाल के द्वारा अरुणाचल प्रदेश को गृह मंत्रालय को सौंप दिया गया था और गृह मंत्रालय अरुणाचल प्रदेश को संभालने लगा था । सन 1972 को अरुणाचल प्रदेश को भारतीय सरकार , केंद्र सरकार के द्वारा केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था । इसके बाद 20 फरवरी 1987 को अरुणाचल प्रदेश को वहां की जनता के अनुरोध पर केंद्र की सरकार के द्वारा भारतीय संघ का 24 वा राज्य बना दिया गया था ।

इस तरह से अरुणाचल प्रदेश का गठन हुआ था । अरुणाचल प्रदेश का गठन होने के बाद अरुणाचल प्रदेश के विकास कार्य प्रारंभ हुए थे । अरुणाचल प्रदेश के गठन के बाद वहां पर चुनाव लड़े गए और चुनावों में कई तरह के लोग खड़े हुए थे । चुनावों के बाद अरुणाचल प्रदेश की जनता के द्वारा वहां की सरकार चुनी गई थी । इसके बाद सरकार के माध्यम से अरुणाचल प्रदेश का विकास हुआ था और आज अरुणाचल प्रदेश दर्शनीय राज्य है । जहां पर दूर-दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं और अरुणाचल प्रदेश की सुंदरता को देखकर मोहित हो जाते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश का क्षेत्रफल तकरीबन 83,743 वर्ग किलोमीटर है । अरुणाचल प्रदेश राज्य का गठन 20 फरवरी 1987 को किया गया था । अरुणाचल प्रदेश के सभी लोग भारतीय संस्कृति को अपनाकर अपना जीवन व्यतीत करते हैं ।अरुणाचल प्रदेश के रहवासी पर्वतों , झरनों , नदियों से बहुत प्रेम करतेे हैं क्योंकि अरुणाचल प्रदेश की पहचान पहाड़ों , नदियों से  बनी  है । अरुणाचल प्रदेश के पर्वत , झील , पहाड़ी इलाके दर्शनीय हैं क्योंकि इन स्थानों पर घूमने के लिए देश विदेशों सेे लोग आतेे हैं । अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगने वालेे स्थानों के नाम इस प्रकार से हैं ।

दक्षिण में असम अरुणाचल प्रदेश सेे लगा हुआ है । यदि हम पूर्व दिशा की बात करें तो पूर्व दिशा में म्यांमार से लगा हुआ है । दक्षिण पूर्व दिशा में नागालैंड अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है । यदि पश्चिम दिशा की बात करें तो पश्चिम में भूटान की सीमा अरुणाचल प्रदेश से लगी हुई है । उत्तर दिशा में अरुणाचल प्रदेश की सीमा से तिब्बत की सीमा लगी हुई है । इस तरह से अरुणाचल प्रदेश राज्य की सीमाओं से कई देशों की सीमाएं लगी हुई है ।

यदि हम अरुणाचल प्रदेश के अधिकांश भाग की बात करें तो अरुणाचल प्रदेश की अधिकतर सीमा या भाग हिमालय की लंबी लंबी चोटियों से ढका हुआ है । हिमालय की चोटियां प्रदेश की बहुत लंबी चोटियां हैं । जहां पर कई पर्वतारोही पर्वतों की चढ़ाई करने के लिए जाते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था के बारे में About the economy of Arunachal Pradesh- अरुणाचल प्रदेश भारत का सबसे सुंदर और दर्शनीय राज्य है । जहां पर काफी पर्यटक दूर दूर से , देश विदेशों से घूमने के लिए आते हैं । अरुणाचल प्रदेश के पर्वत , वन्य झील बहुत ही अद्भुत छटा बिखेरते हैं । जब हम अरुणाचल प्रदेश राज्य में स्थित सुंदर-सुंदर झीलों को देखते हैं तब हमें आनंद की अनुभूति होती है । अरुणाचल प्रदेश एक समृद्ध साली राज्य है । जहां के लोग बहुत ही अच्छे हैं । अरुणाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था बहुत अच्छी है ।

यदि हम वहां की अर्थव्यवस्था की बारे में बात करें तो 2004 में अरुणाचल प्रदेश की सरकार के द्वारा एक सर्वे कराया गया था । उस सर्वे मे जब रिपोर्ट तैयार की गई थी तब उस रिपोर्ट के माध्यम से यह बताया गया था कि 2004 की अर्थव्यवस्था गणना के हिसाब से अरुणाचल प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद 706 मिलियन डॉलर था । दोस्तों अरुणाचल प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है । जहां पर कृषि , खेती करके वहां के किसान अपना जीवन यापन करते हैं । इसलिए अरुणाचल प्रदेश को कृषि प्रधान राज्य कहा जाता है ।

अरुणाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि पर सबसे ज्यादा निर्भर रहती है । अरुणाचल प्रदेश के पूरे भूभाग की बात यदि हम करें तो तकरीबन अरुणाचल प्रदेश का 61000 वर्ग किलोमीटर का भूभाग जंगल में परिवर्तित है । जहां पर किसी भी तरह की कोई भी खेती नहीं की जाती है । इस तरह से अरुणाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था है । अरुणाचल प्रदेश में  व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा हर तरह की कोशिश की जाती है ।

जिससे कि अरुणाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था निरंतर सफलता की ओर बढ़े और अरुणाचल प्रदेश में रहने वाले लोगों को दिन प्रतिदिन सफलता की ओर बढ़ाया जा सके । इसी उद्देश्य से अरुणाचल प्रदेश में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने पर जोर दिया गया है । अरुणाचल प्रदेश की सरकार के द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कार्य किए गए है क्योंकि किसी भी राज्य या देश का विकास तभी हो सकता है जब वहां के लोगों को शिक्षा की ओर बढ़ाया जाएगा ।

अरुणाचल प्रदेश का जब गठन किया गया था तब अरुणाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी ।  जब अरुणाचल प्रदेश राज्य का गठन किया गया तब अरुणाचल प्रदेश की सरकार ने अरुणाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे बढ़ाया था । आज अरुणाचल प्रदेश का विकास दर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । अरुणाचल प्रदेश ने अपनी अर्थव्यवस्था को निरंतर बढ़ाकर अन्य प्रदेशों को सीख दी है कि यदि सरकार सही काम करके प्रदेश को विकासशील प्रदेश बनाएं तो प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाया जा सकता है ।

अरुणाचल प्रदेश के पर्यटन स्थल Arunachal 5 Tourist Places – अरुणाचल प्रदेश भारत देश का सबसे सुंदर और लंबी लंबी चोटियों , पहाड़ियों बाला प्रदेश है । अरुणाचल प्रदेश मे कई पर्यटक ऊंचे ऊंचे पहाड़ों , सुंदर बाग बगीचो एवं झीलो को देखने के लिए आते हैं । जब कोई पर्यटक अरुणाचल प्रदेश मे घूमने के लिए आता है तब पहाड़ियों से पानी के निकलते झरने को देखकर और उसकी तस्वीर अपने कैमरे में उतार कर आनंद की अनुभूति प्राप्त करता है । अरुणाचल प्रदेश की छोटी एवं बड़ी चोटियों पर कई पर्वतारोही चढ़ने के लिए आते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश में टूरिस्ट का तांता लगा रहता है । कई पर्यटक वहां पर आने के बाद अपने जीवन में सबसे खुशी का समय का अनुभव करते हैं और वह आने वाले समय में अरुणाचल प्रदेश में आकर घूमने की चेष्टा करते हैं । अब मैं अरुणाचल प्रदेश के सबसे सुंदर पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहा हूं ।अरुणाचल प्रदेश में सबसे सुंदर पर्यटन स्थल वहां की चोटिया हैं जिसकी सुंदरता देखने के लायक है ।

कांग्लो चोटी – अरुणाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी कांग्लो चोटी है जहां पर कई पर्यटक घूमने के लिए आते हैं और ऊंची ऊंची पहाड़ियों पर चढ़कर अपने जीवन का सबसे सुंदर पल  का अनुभव करते है । अरुणाचल प्रदेश में आने वाले पर्यटक मौज मस्ती करके अपनी फैमिली के साथ पिकनिक मना कर आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं । जब पर्यटक कांग्लो चोटी पर चढ़कर पिकनिक मनाते हैं तब उनको बड़ा आनंद आता है क्योंकि ऊंची ऊंची चोटी पर चढ़कर उनको वहां केेे आसपास की सुंदरता बहुत अच्छी लगती है ।

जब ऊंची पहाड़ी पर चढ़कर वह दूरबीन के माध्यम से  चारों दिशाओं  का दृश्य देखते हैं  तब  वह दृश्य देखने के लायक होता है  क्योंकि दूरबीन के माध्यम से  चारों तरफ की सुंदरता  बहुत खूबसूरत लगती है ।पहाड़ियों के आसपास घना घना  जंगल , पेड़ पौधे ,पहाड़ियों से बहते हुए झरने वहां की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं । जब प्रकाश की पहली किरण निकलती है तब वहांं का नजारा और भी देखने के लायक हो जाता है ।इस तरह से वहां की कांग्लो चोटी बहुत सुंदर है ।

वहां पर कई पर्यटक घूमने के लिए जातेे हैं और अपने जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं क्योंकि अरुणाचल प्रदेश अपने पहाड़ी दृश्यों के लिए  पहचाना जाता है ।अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ी दृश्यों को देखने के लिए ही देश विदेशों से पर्यटक वहां पर घूमने के लिए आते हैं और अपने जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ईटा किला के बारे में Ita Fort of Arunachal Pradesh- अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में सबसे प्रसिद्ध किला ईटा किला वहां पर स्थित है जिसकी सुंदरता देखने के लायक है । ईटा किला को देखने के लिए दूर-दूर से लोग वहां पर आते हैं और अपने जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं । इस ईटा के किले के बारे में ऐसा कहा जाता है की इस ईटा के किले का निर्माण 14 से 15 शताब्दी के दौरान किया गया था । जब इस किले का निर्माण किया गया था तब इस किले के साथ-साथ इस किले के आसपास के स्थानों को भी सुंदर बनाया गया था ।

इसीलिए किले के आसपास की सुंदरता भी देखने के लायक है । जब कोई इस किले के अंदर घूमने के लिए जाता है तब वह किले के ऊपरी भाग पर जाकर दूरबीन के माध्यम से किले के आसपास की सुंदरता को देखता है । किले में चारों तरफ से अंदर प्रवेश करने के लिए दरवाजे हैं । किले के अंदर खूबसूरत गार्डन भी बनाया गया है । जहां पर काफी पर्यटक आकर अपने फोटो खिंचवाते हैं और अपने जीवन में आनंद ही आनंद पाते हैं ।

इस तरह से अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में सबसे सुंदर और दर्शनीय किला है । जिस किले की सुंदरता का बखान देश विदेशों तक किया जाता है । जब कोई व्यक्ति भारत के अरुणाचल प्रदेश में घूमने के लिए आता है तब वह ईटानगर की ईटा किले को देखने के लिए अवश्य जाता है । हम जब ईटानगर के ईटा किले को देखेंगे तब हमें ईटा किले की सुंदरता के बारे में पता चलेगा । जो भी व्यक्ति ईटा किले को देखने के लिए जाता है वह अपने जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त करता  है क्योंकि ईटा किला बहुत ही शांतिप्रिय स्थान पर बनाया गया है ।

इस किले की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है । इस किले को देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है की पूरे विश्व की सुंदरता को एकत्रित करके इस किले की सुंदरता को बनाया है ।

अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर एवं पर्यटन स्थल सेलापास के बारे में Sela pas of Arunachal Pradesh– अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर और पर्यटन स्थल सेलापास बहुत अच्छा दर्शनीय पर्यटन स्थल है । जिसकी सुंदरता के बारे में जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है । सेलापास के आसपास बहती हुई नदियां , हरे भरे पेड़ पौधे और वहां के लोगों का पहनावा दर्शनीय हैं । जब हम अरुणाचल प्रदेश के सेलापास मे घूमने के लिए जाते हैं तब हमें बड़ा आनंद आता है क्योंकि सबसे सुंदर और अद्भुत दृश्य सेलापास के आसपास की जगहों का है ।

जिस स्थान की हम जितनी प्रशंसा करें उतनी कम है । यदि हम अरुणाचल प्रदेश के सेलापास स्थान की सुंदरता देखना चाहते हैं तो हमें अपने जीवन में से कुछ पल निकाल कर अरुणाचल प्रदेश के सेलापास स्थान पर घूमने के लिए अवश्य जाना चाहिए । जो भी पर्यटक भारत के अरुणाचल प्रदेश में घूमने के लिए जाता है वह सेलापास स्थल पर घूमने के लिए अवश्य जाता है क्योंकि अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर और सबसे अच्छा दर्शनीय स्थल सेलापास है जिसकी सुंदरता की हम जितनी प्रशंसा करें उतनी कम है ।

अरुणाचल प्रदेश का सबसे अच्छा और सुंदर पर्यटन स्थल इंदिरा गांधी पार्क के बारे में indira gandhi park of arunachal pradesh- अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर और अच्छा पर्यटन स्थल इंदिरा गांधी पार्क है । पार्क के अंदर चिड़ियाघर सभी पर्यटकों का मन मोह लेता है । जब हम इस पार्क के अंदर प्रवेश करते हैं तब हमें इस पार्क की सुंदरता का नजारा बहुत अच्छा लगता है । इंदिरा गांधी पार्क में बच्चों के लिए रिसकपट्टी , झूलने के लिए झूले लगे हुए हैं । बच्चों को यह पार्क बहुत अच्छा लगता है । इस पार्क में घूमने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं और अपने जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं ।

यह पार्क अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर पार्क है । इस पार्क की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है । इस पार्क को और भी सुंदर बनाने के निरंतर प्रयास अरुणाचल प्रदेश सरकार की ओर से किए जा रहे हैं क्योंकि यह पर्यटकों का मन मोह लेने वाला पार्क है । इस पार्क के अंदर हरी भरी दूबा लगी हुई है , रंग बिरंगे फूल लगे हुए हैं जिसकी सुंदरता हमें बहुत अच्छी लगती है ।

जब कोई पर्यटक पार्क में घूमने के लिए आता है तब वह अपने जीवन का सबसे सुंदर अच्छा पल जीता है क्योंकि जीवन में सुख शांति ही अनमोल रतन है और यह अनमोल रत्न अरुणाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी पार्क में जाकर के प्राप्त होता है । क्योंकि इंदिरा गांधी का शांत इलाका और बैठने की सही जगह वहा पर स्थित हैं । इंदिरा गांधी पार्क में पक्षियों की सुंदरता बहुत अच्छी है । इंदिरा गांधी पार्क में हर तरह की फैसिलिटी पर्यटकों के लिए की गई है ।

पार्क में साफ सफाई की व्यवस्था प्रतिदिन की जाती है जिससे कि पार्क गंदगी से खराब ना हो जाए । पार्क के अंदर जब बच्चे घूमने के लिए जाते हैं तब वह बहुत खुश होते हैं । बच्चों के लिए खेलने कूदने की जगह भी इंदिरा गांधी पार्क में बनाई गई है । जिस पार्क में बच्चे खेल कर अपने जीवन के आनंदित पल जीते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर पर्यटन स्थल गंगा झील के बारे में – अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर और पर्यटन स्थलों में गंगा झील का नाम विख्यात है । गंगा झील अरुणाचल प्रदेश की सबसे सुंदर और अच्छी झील के रूप में पहचानी जाती है । विदेशों से पर्यटक जब भारत में घूमने के लिए आते हैं तब वह अरुणाचल प्रदेश में जाकर गंगा झील को देखने के लिए जरूर जाते हैं क्योंकि वहां की सुंदरता का आनंद लेने के लिए पर्यटक जाते हैं । विदेशों के साथ-साथ भारत देश के कोने कोने से लोग जब  इंदिरा गांधी पार्क में घूमने जाते हैं तब वह अरुणाचल प्रदेश की गंगा झील को देखने के लिए अवश्य जाते हैं ।

इसीलिए अरुणाचल प्रदेश की गंगा झील का नाम विदेशों तक लिया जाता है । यहां की सुंदरता , यहां के झरने , यहां की हरियाली , आसपास की सुंदरता देखने के लायक है ।अरुणाचल प्रदेश में गंगा झील अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर से तकरीबन 6 से 7 किलोमीटर दूरी पर स्थित है और यहां पर काफी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं और अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर और दर्शनीय पर्यटन स्थल बौद्ध मंदिर के बारे में – अरुणाचल प्रदेश में स्थित सबसे सुंदर और पवित्र पर्यटन स्थल बौद्ध मंदिर सबसे प्रसिद्ध मंदिर है । इस मंदिर को देखने के लिए काफी पर्यटक दूर-दूर से आते हैं और मंदिर की सुंदरता को देखकर मोहित हो जाते हैं । हम इस मंदिर की जितनी प्रशंसा करें उतनी कम है । इस मंदिर के दर्शनों के लिए बौद्ध धर्म के लोग ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग जाते हैं क्योंकि बौद्ध मंदिर के आसपास की सुंदरता देखने के लायक है ।

बौद्ध मंदिर के आसपास हरियाली ही हरियाली है । इस बौद्ध मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर पर घूमने के लिए दर्शन करने के लिए दलाई लामा यात्रा करने के लिए आए थे । जब वह इस मंदिर के दर्शनों के लिए आए तब उन्होंने अपने जीवन में सबसे खुशी का पल महसूस किया था । दलाई लामा इस मंदिर पर कई दिनों तक रुके थे और वहां पर उन्होंने ज्ञान प्राप्त किया था । इंडिया में यह मंदिर नामसाई स्थित स्वर्ण पगोड़ा में स्थित हैं ।

इस बौद्ध मंदिर के चर्चे दूर-दूर तक होते हैं क्योंकि यह अरुणाचल प्रदेश का सबसे सुंदर और दर्शनीय पर्यटन स्थल है । इस मंदिर के दर्शनों के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और इसकी सुंदरता को अपने कैमरे में उतार कर ले जाते हैं । जब हम अरुणाचल प्रदेश के इस मंदिर की सुंदरता देखते हैं तब हम अपने जीवन में आनंद की अनुभूति प्राप्त करते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश के त्यौहार arunachal pradesh festival in hindi – अरुणाचल प्रदेश एक सबसे सुंदर और दर्शनीय पर्यटन स्थलों के रूप में पहचाना जाता है । यहां के त्यौहार की प्रशंसा पूरे देश में की जाती है । यहां की संस्कृति के चर्चे पूरे भारत देश में की जाती है । यहां की संस्कृति की बात करें तो यहां की संस्कृति सबसे प्राचीन समय की संस्कृति है और अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले लोग अपनी संस्कृति को बहुत प्रेम करते हैं क्योंकि यहां की संस्कृति भारत की संस्कृति कही जाती है ।

यदि हम अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति को देखना चाहते हैं , अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति से आनंद प्राप्त करना चाहते हैं तो अरुणाचल प्रदेश के त्योहारों को देखने के लिए अवश्य जाना चाहिए । जब वहां के लोग त्योहारों पर नाच गाना करते हैं तब पर्यटकों के लिए वह लम्हा बहुत ही आनंददायक हो जाता है । अब मैं आपको अरुणाचल प्रदेश के कुछ महत्वपूर्ण त्योहारों के बारे में बताने जा रहा हूं ।

जिन त्योहारों को अरुणाचल प्रदेश के सभी लोग एक साथ मिलकर बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं । उन त्योहारों के नाम इस प्रकार से हैं सोलुंग , द्री ,  बौरी बूट , नेची दाऊ , लोकू , मोपिन , लोहार , लोंगटे युल्लो , ओजियाल , मोई , रेह , न्योकुम , सी – डोनी , सैंकन आदि हैं जो अरुणाचल प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनाए जाते हैं और सभी इन त्योहारों पर एकत्रित होकर वहां की संस्कृति के हिसाब से त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं । अरुणाचल प्रदेश में गैर बोडिक जनजाति समुदाय के लोग एकत्रित होकर पशु बलि त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं ।

इस त्यौहार के माध्यम से सभी आसपास के रहवासी एकत्रित होते हैं और यह त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं । जब अरुणाचल प्रदेश के गैर बोडिक जनजाति समुदाय के लोग यह त्यौहार मनाते हैं तब वहां की संस्कृति की विरासत दिखती है और प्राचीन संस्कृति विरासत की याद आती है ।अरुणाचल प्रदेश में रेह महोत्सव  तकरीबन 6 दिनों तक बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है । अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले लोग इस त्योहार को मनाने की तैयारी 1 महीने पहले से ही कर देते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश में वसंत ऋतु उत्सव वहां के रहने वाले सभी लोग जनवरी से अप्रैल महीने तक यह त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं । कृषि समुदाय के सभी लोग एकत्रित होकर बसंत ऋतु उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाते हैं । जब कोई पर्यटक अप्रैल एवं जनवरी महीने में वहां पर घूमने के लिए जाता है तब वह बसंत ऋतु उत्सव देख पाता है और वसंत ऋतु उत्सव के जरिए वह अरुणाचल प्रदेश की प्राचीन सभ्यता की अनुभूति करता हैं । अरुणाचल प्रदेश में लोसार महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है । यह उत्सव नव वर्ष पर मनाया जाता है ।

यह उत्सव नव वर्ष के शुभ अवसर पर 5 दिनों तक बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है । इन 5 दिनों तक सभी लोग नए नए कपड़े पहन कर नव वर्ष दिवस का आगमन करते हैं और पुराने वर्ष की विदाई करते हैं । इस महोत्सव पर अरुणाचल प्रदेश के सभी समुदाय के लोग अपने घरों में बौद्ध धर्म ग्रंथ पढ़ते हैं जब अरुणाचल प्रदेश में तमलाडु महोत्सव मनाया जाता है  तब वहां की संस्कृति दिखाई देती है । यह त्यौहार अरुणाचल प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है ।

यह त्यौहार दिगरू मिश्रो  उत्सव का हिस्सा माना जाता है । इस त्यौहार में जल देवता एवं पृथ्वी देवता की आराधना की जाती है ।

अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति arunachal pradesh culture in hindi – अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति प्राचीन संस्कृति मानी जाती है । यदि अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति को देखना है तो वहां के त्योहारों को देखना पड़ेगी क्योंकि अरुणाचल प्रदेश में जब वहां के प्रसिद्ध त्योहार मनाए जाते हैं तब वहां की संस्कृति दिखाई देती है । सभी लोग त्योहारों पर एकत्रित होकर वहां की प्राचीन संस्कृति के हिसाब से त्यौहार मनाते हैं । सभी एक से कपड़े पहन कर नाच गाने गाकर वहां की संस्कृति को प्रस्तुत करते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश में खेती से जुड़े हुए लोग अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति को बहुत प्रेम करते हैं और अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति पूरे देश  में ख्याति प्राप्त कर चुकी है । वहां के लोग जब देवी देवताओं की पूजा करते हैं तब सभी लोग दूर-दूर से एक स्थान पर एकत्रित होकर वहां के रीति-रिवाजों के हिसाब से कार्यक्रम करते हैं । वहां के लोग त्योहारों पर एक दूसरे से मिलजुल कर एक साथ एकत्रित होकर नृत्य करते हैं । यही अरुणाचल प्रदेश की सबसे अच्छी संस्कृति मानी जाती है ।

अरुणाचल प्रदेश के लोग वहां पर आने वाले पर्यटकों का स्वागत भी सही ढंग से करते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश की वेशभूषा arunachal pradesh ki veshbhusha – अरुणाचल प्रदेश की वेशभूषा दूर-दूर तक चर्चाओं में रहती है । वहां पर सभी लोग एक जैसे कपड़े पहनते हैं । वहां के लोग सिर पर टोपी लगाकर रखते हैं और सभी एक साथ एकत्रित होकर त्योहारों को मनाते हैं । जब अरुणाचल प्रदेश में त्योहार मनाया जाता है , उत्सव मनाया जाता है तब सभी लोग एकत्रित होकर तैयारियां करते हैं और सभी लोगों के द्वारा एक साथ नृत्य किया जाता है । अरुणाचल प्रदेश की वेशभूषा की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है ।

अरुणाचल प्रदेश की वेशभूषा वहां पर मनाए जाने वाले महोत्सव में देखी जा सकती है । जब हम जनवरी , अप्रैल के महीने में अरुणाचल प्रदेश में घूमने के लिए जाते हैं तब हमें बसंत ऋतु उत्सव देखने का मौका मिलता है और हम बसंत ऋतु के उत्सव पर वहां की वेशभूषा के बारे में जानते हैं । जब हम अरुणाचल प्रदेश के कार्यक्रमों को देखते हैं तब हमें अरुणाचल प्रदेश की वेशभूषा को देखकर बड़ा आनंद आता है और हमें बड़ा गर्व होता है अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा हैं और अरुणाचल प्रदेश के  चर्चे पूरी दुनिया में होते हैं ।

अरुणाचल प्रदेश की नदियाँ व् बाँध arunachal pradesh rivers and dams – अरुणाचल प्रदेश भारत का सबसे सुंदर राज्य माना जाता है । यह राज्य ऊंचे ऊंचे पहाड़ों एवं पहाड़ों से बहते हुए झरने और  बहती हुई नदियों के लिए प्रसिद्ध है । ऊंचे ऊंचे पहाड़ों , झरनों , नदियों को देखने के लिए देश विदेशों से पर्यटक आते हैं और अरुणाचल प्रदेश की सुंदरता को देखकर  आनंदित हो जाते हैं । अरुणाचल प्रदेश की नदियों के बारे में यदि हम बात करें तो यहां की सबसे सुंदर और दर्शनीय नदी महोलेक है । यह नदी निरंतर बहती रहती है ।

इस नदी के आसपास घना जंगल मौजूद है जहां पर कई पर्यटक आकर अपनी फैमिली के साथ पिकनिक मनाते हैं । नदी के आसपास की हरियाली बहुत सुंदर और अच्छी लगती है । नदी के पास में ही ऊंचे ऊंचे पहाड़ स्थित हैं । जिससे इस नदी की सुंदरता और भी अच्छी लगने लगती है । अरुणाचल प्रदेश सुंदर नदियों , झीलों के लिए पहचाना जाता है । अरुणाचल प्रदेश में परशुराम कुंड नदी भी स्थित है । जिस नदी की सुंदरता देखने के लायक है ।

यदि कोई अपने जीवन में आनंद प्राप्त करना चाहता है और शांत प्रिय स्थान पर अपना जीवन व्यतीत करना चाहता है , आनंद की अनुभूति प्राप्त करना चाहता है तो वह अरुणाचल प्रदेश की सबसे सुंदर नदी परशुराम कुंड नदी पर घूमने के लिए अवश्य जाए । वहां पर उसे शांति का माहौल प्राप्त होगा । उस व्यक्ति को वहां पर जाने से मन की शांति प्राप्त होगी । परशुराम कुंड नदी में पानी स्वच्छ वातावरण के साथ बहता रहता है । यहां के आसपास का वातावरण शुद्ध एवं स्वच्छ है ।

इसीलिए देश विदेशों से पर्यटक यहां पर आकर अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं । जो भी पर्यटक अरुणाचल प्रदेश की इस नदी के पास घूमने के लिए जाता है वह अपने जीवन में आनंद ही आनंद प्राप्त करता है । इस नदी के बारे में हम जितनी प्रशंसा करें उतनी कम है । अरुणाचल प्रदेश में और भी कई नदियां हैं जिनकी सुंदरता देखने के लायक है उन नदियों के नाम इस प्रकार से हैं डाईम एरिंग वाइल्ड लाइफ सेक्चुअरी नदी का नाम भी विख्यात है ।

जिसकी सुंदरता के चर्चे दूर-दूर तक किए जाते हैं । इसके बाद अरुणाचल प्रदेश की सबसे सुंदर और दर्शनीय नदी रोइंग नदी एवं सैली लेक नदी हैं । इस नदी का नाम भी देश-विदेश तक विख्यात है । इस तरह से यह अरुणाचल प्रदेश की सबसे सुंदर और बेहतरीन नदियां हैं । हम सभी को अपने जीवन में से थोड़ा सा समय निकाल कर अरुणाचल प्रदेश में घूमने के लिए अवश्य जाना चाहिए और अपनी फैमिली को भी साथ में ले जाना चाहिए ।

जब हम फैमिली के साथ अरुणाचल प्रदेश के सुंदर पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए जाएंगे तब हमें अपनी फैमिली के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा और हम अपने जीवन में आनंद ही आनंद प्राप्त करेंगे ।

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