गुजरात के भावनगर महुआ का भवानी मंदिर का इतिहास Mahuva bhavani mandir history in hindi

Mahuva bhavani mandir history in hindi

Mahuva bhavani mandir – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से गुजरात के भावनगर महुआ का भवानी मंदिर के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर गुजरात के भावनगर महुआ का भवानी मंदिर के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त किए हैं ।

Mahuva bhavani mandir history in hindi
Mahuva bhavani mandir history in hindi

गुजरात के भावनगर महुआ के भवानी मंदिर के बारे में – भारत देश के गुजरात राज्य के भावनगर के महुआ में स्थित भवानी मंदिर काफी दर्शनीय मंदिर है जिस मंदिर से भारतीय लोगों की आस्था जुड़ी हुई है । इस मंदिर के दर्शनों के लिए प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में लोग यहां पर आते हैं और मंदिर के दर्शन करके अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं । यह मंदिर काफी प्राचीन समय का है जिसके कारण भारतीय लोगों की आस्था इस मंदिर से जुड़ी हुई है । मंदिर के दर्शन करने के बाद सभी भक्तों को सुख समृद्धि और आनंद प्राप्त होता है ।

जब कोई भक्त माता भवानी के दर्शन के लिए पहली बार गुजरात के भावनगर के महुआ के भवानी मंदिर के दर्शनों के लिए आता है वह माता भवानी के दर्शन करने के बाद यह महसूस करता है कि वह माता भवानी के सामने अपनी मुरादे लेकर आया है और मां भवानी उसकी सभी मुरादें पूरी कर रही हैं । इस तरह से गुजरात के भावनगर महुआ के भवानी मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी है । यह मंदिर महुआ अरब सागर पर स्थित होने के कारण और भी सुंदर दिखाई देता है । इस मंदिर की नक्काशी को देखकर लगता है कि जिस भी कलाकार ने इस मंदिर की नक्काशी की है वह एक बेहतरीन कलाकार रहा होगा ।

उस कलाकार ने अपनी मेहनत , लगन से इस मंदिर के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था । उनकी कला को देखने के बाद सभी भक्तों का मन प्रसन्न हो जाता है । भारत देश के गुजरात राज्य का यह सुंदर , चमत्कारी मंदिर भावनगर से तकरीबन 110 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है । जहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त  आते हैं और मंदिर के अंदर जाकर माता रानी के दर्शन करके अपने जीवन में सुख समृद्धि आनंद प्राप्त करते हैं ।यह मंदिर समुद्र के किनारे होने के कारण और भी अद्भुत और चमत्कारी दिखाई देता है । जिस मंदिर की सुंदरता की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है ।

दोस्तों भावनगर जिले का महुआ एक कस्बा है जो उप विभाग के रूप में पहचाना जाता है । जहां पर यह अद्भुत चमत्कारी भवानी मंदिर स्थित है । इस मंदिर पर प्रतिवर्ष भाद्रपद पूर्णिमा पर भक्तों का जमावड़ा लगता है और विशेष आरती प्रतिवर्ष भाद्रपद पूर्णिमा पर की जाती है । जब नवरात्रि प्रारंभ होते हैं तब उस मंदिर को फूल मालाओं से सजा दिया जाता है क्योंकि नवरात्रि के शुभ अवसर पर इस मंदिर पर भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है । जो भी भक्त नवरात्रि के शुभ अवसर पर इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आता है वह जीवन भर इस मंदिर की सुंदरता और  अद्भुत चमत्कार को देखकर आनंदित रहता है ।

नवरात्रि के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम यहां पर आयोजन किए जाते हैं । मंदिर ट्रस्ट के द्वारा , गुजरात सरकार के द्वारा नवरात्रि पर सभी भक्तों को सुविधाएं देने के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं । जगह-जगह प्रसाद वितरण की व्यवस्था यहां पर की जाती है । वहां के निवासी बाहर से आए हुए सभी भक्तगणो  का स्वागत करते हैं । गुजरात राज्य के भावनगर के महुआ का जो भवानी मंदिर है उस मंदिर के गर्भ ग्रह मे माता रानी की  अद्भुत चमत्कारी प्रतिमा है जिस प्रतिमा के दर्शन के बाद आनंद प्राप्त होता है ।

जब भक्तगण माता रानी की प्रतिमा पर फूलमाला चढ़ाकर हाथ जोड़कर विनती करते हैं तब माता रानी की कृपा से सभी भक्तों की मुरादे पूरी हो जाती हैं । जो भक्त पहली बार यहां पर आता है , माता रानी की प्रतिमा के सामने हाथ जोड़कर मुरादें पूरी करने की विनती करता है तो वह मुरारी पूरी होने पर माता रानी के दरबार में अपने परिवार के साथ आने का वचन देता है । जब उसकी मुरादें पूरी हो जाती है तब वह माता रानी के दर्शन करने के लिए आता है और परिवार के साथ रानी के दर्शन करके अपने जीवन में सुख समृद्धि प्राप्त करता है ।

यदि हम गुजरात के भावनगर महुआ के भवानी मंदिर की सुंदरता अपनी आंखों से देखना चाहते हैं तो हमें भारत देश के गुजरात राज्य में अवश्य जाना चाहिए । इस मंदिर के दर्शन करके हम अपने जीवन में आनंद ही आनंद प्राप्त करें इसके लिए हमें इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जाना चाहिए ।

दोस्तों हमारे द्वारा लिखा गया यह बेहतरीन लेख गुजरात के भावनगर  महुआ का भवानी मंदिर का इतिहास Mahuva bhavani mandir history in hindi यदि आपको पसंद आए तो सबसे पहले आप सब्सक्राइब करें इसके बाद अपने दोस्तो  एवं रिश्तेदारों में शेयर करना ना भूले धन्यवाद ।

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