खटीक समाज का इतिहास khatik samaj history in hindi

Khatik samaj history in hindi

दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपको खटीक समाज के इतिहास के बारे में बताने वाले हैं। भारत देश में कई ऐसी जातियां हैं जिनका गौरवशाली इतिहास वास्तव में हमें जरूर जानना चाहिए। आज हम भारत में पाई जाने वाली खटीक समाज के बारे में जानेंगे खटीक समाज भारत की एक मूल जाति है जो अभी वर्तमान में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है.

यह जाति भारत के अलावा कई देशों में भी फैली हुई है यह भारत के मुख्यता कुछ राज्यों में पाई जाती है जैसे कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, बिहार आदि में इस जाति के लोग रहते हैं कुछ लोग इस खटीक जाति को क्षत्रिय भी समझते हैं लेकिन खटीको के क्षत्रिय होने का कोई भी ठोस प्रमाण ना मिल पाने के कारण यह अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है और लोग इस जाति को दलित समझते हैं।

khatik samaj history in hindi
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दरअसल कुछ लोगों का मानना है कि भगवान परशुराम जी राजपूत समाज से नाराज होकर सभी राजपूतों को मारने लगे थे तभी राजा दिलीप ने अपनी पहचान छुपाकर अपना नाम राजपूत से हटाकर अपना नाम कोटिक रखा और बाद में यह वंश खटीक के नाम से जाना जाने लगा दरअसल खटीक समाज के लोग कुछ ऐसे कार्य करते हैं जिन्हें लोग हीन भावना से देखते हैं और इनसे अच्छा बर्ताव नहीं करते, छुआछूत जैसा बर्ताव इनसे किया जाता है इसीलिए इन्हें निम्न जाति वर्ग का समझा जाता है दरअसल खटीक जाति के लोग मीट बेचना, बकरे को काटना जैसे कार्य करते है।

ऐसा भी माना जाता है कि पहले राजा महाराजा जो यज्ञ करते थे उस यज्ञ में पशुओं की बलि चढ़ाने के लिए इन्हें ही कार्य सौंपा जाता था साथ में यह खटीक राजाओं की सेना के लिए भी भोजन का प्रबंध किया करते थे यह जंगली जानवरों का शिकार करके, पालतू पशुओं से राजाओं की सेना के लिए मीट की व्यवस्था करते थे।

खटीक जाति के लोग कई पालतू पशु जैसे कि भेड़, बकरियां आदि भी पालते हैं यह लोग मीट का व्यवसाय भी करते हैं, अपने और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। खटीक समाज इस तरह का कार्य करती है इसलिए इसे दलित समझा जाता है लेकिन ऐसा भी माना जाता है कि पहले भारत में जब सिकंदर प्रवेश करने वाला था तब सिकंदर को रोकने वाली सेना में सबसे अधिक खटीक जाति के ही लोग थे।

इन खटीक समाज जैसे कई अनुसूचित जाति के लोगों ने पहले मुगलों के सामने हार नहीं मानी उन्होंने नीच कर्म करना स्वीकार तो कर लिया लेकिन कभी भी अपना धर्म परिवर्तित नहीं किया वास्तव में अगर यह सभी लोग अपना धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम बन जाते तो आज हमारा भारत देश हिन्दू राष्ट्र नही बल्कि मुस्लिम राष्ट्र होता। कुछ बातों के अनुसार खटीक समाज एक क्षत्रिय समाज है लेकिन कोई प्रमाण ना मिल पाने के कारण यह आज निम्न जातियों के अंतर्गत आता है और उनसे छुआछूत जैसा व्यवहार किया जाता है।

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