धन्यवाद की आत्मकथा निबंध Dhanyavad ki atmakatha in hindi essay

Dhanyavad ki atmakatha in hindi essay

Dhanyavad – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से धन्यवाद की आत्मकथा के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और धन्यवाद की आत्मकथा पर लिखे निबंध को पढ़ते हैं ।

Dhanyavad ki atmakatha in hindi essay
Dhanyavad ki atmakatha in hindi essay

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धन्यवाद की आत्मकथा के बारे में – मैं एक धन्यवाद हूं ।मेरा उपयोग सभी धन्यवाद शब्द को बोलकर करते हैं । मेरा उपयोग सभी लोग औपचारिक और अनौपचारिक रूप से करते हैं । जब कोई किसी व्यक्ति की मदद करता है तब मदद लेने वाला व्यक्ति मदद देने वाले व्यक्ति को धन्यवाद देता है । मेरे शब्द से एक प्रसन्नता की अनुभूति होती है । सामने वाले व्यक्ति के दिल में जगह बनाने के लिए और एक अच्छे व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान कराने के लिए मेरा उपयोग किया जाता है ।

जब किसी का बर्थडे होता है और उस बर्थडे में जब कोई व्यक्ति आता है और जिस व्यक्ति का बर्थडे होता है उस व्यक्ति को गिफ्ट देता है तब वह व्यक्ति गिफ्ट देने वाले व्यक्ति को धन्यवाद करता है । मेरे धन्यवाद शब्द से खुशी प्राप्त होती है ।धन्यवाद शब्द एक शिष्टाचार शब्द है । सभी लोग मेरा उपयोग करते हैं । जब कोई इंसान किसी दूसरे के प्रति दया भाव की भावना रखते हुए उसकी मदद करता है तब उस व्यक्ति के द्वारा मदद करने के लिए धन्यवाद दिया जाता है । जब से इंसान के द्वारा मैरा जन्म हुआ है तब से सभी लोग मेरा उपयोग कर रहे हैं ।

किसी बात की समाप्ति , भाषण की समाप्ति के बाद भी मेरा उपयोग किया जाता है । मेरे उपयोग के बाद ही किसी कार्यक्रम या भाषण को सफलता प्राप्त होती है । सभी लोग मेरा उपयोग आदर और सम्मान देने और लेने के लिए करते हैं । मेरा उपयोग वही व्यक्ति करता है जो व्यक्ति वाकई में एक संस्कारी व्यक्ति होता है । जिसके अंदर संस्कार कूट-कूट कर भरे हुए होते हैं । मेरे एक शब्द से सामने वाले के हृदय में अपने प्रति आदर सम्मान की भावना जागृत करने में आसानी होती है ।

मैं अपने आप पर बड़ा गर्व करता हूं कि मेरा उपयोग बड़े-बड़े समारोह मे मैरा उपयोग किया जाता है और सभी इस शब्द का उपयोग करने में उत्साह प्राप्त करते हैं । किसी व्यक्ति के द्वारा किए गए अच्छे कार्य के लिए भी धन्यवाद दिया जाता है । मैं धन्यवाद बहुत ही प्रसन्न हूं क्योंकि मेरा उपयोग हर जगह पर किया जा रहा है । सभी लोग मेरे धन्यवाद शब्द का उपयोग करते हैं । मेरा उपयोग सभी लोग आभार व्यक्त करने के लिए करते हैं ।

कुछ लोग मेरा उपयोग सामने वाले व्यक्ति से हाथ मिला कर करते हैं तो कुछ लोग गले मिलकर मेरा उपयोग करके सामने वाले व्यक्ति को धन्यवाद देते हैं ,  तो कुछ लोग हाथ जोड़कर मेरा उपयोग करके सामने वाले व्यक्ति को धन्यवाद देते हैं । मेरा जन्म मनुष्य के द्वारा शब्दों के रूप में किया गया है । जब किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम में किसी मुख्य अतिथि को भाषण के लिए मंच पर बुलाया जाता है तब वह मुख्य अतिथि सभी लोगों को धन्यवाद करता है । कहने का तात्पर्य यह है कि बड़े से बड़ा एवं छोटे से छोटा व्यक्ति मेरा उपयोग करता है ।

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