लुई ब्रेल का जीवन परिचय Biography of louis braille in hindi

Biography of louis braille in hindi

Louis braille – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से लुई ब्रेल के जीवन परिचय के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और लुई ब्रेल के जीवन परिचय के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Biography of louis braille in hindi
Biography of louis braille in hindi

Image source – https://commons.m.wikimedia.org/wiki/File:Louis_braille.gif

लुई ब्रेल के जन्म स्थान व् परिवार के बारे में – लुई ब्रेल का जन्म 4 जनवरी 1809 को फ्रांस के ग्राम कुप्रे  में हुआ था । लुई ब्रेल का परिवार मध्यमवर्गीय परिवार था । उनके पिता साइमन रेले ब्रेन घोड़ों के लिए जीन और काठी बनाने का काम करते थे । बड़ी मेहनत के साथ घोड़ों की काठी बनाकर उन काठी को बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे । गरीब होने के कारण उनके पिता के पास संसाधनों की कमी थी । जिसके कारण साइमन रेले ब्रेन को घोड़ों की काठी और जीन बनाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी ।

लुई ब्रेल के प्रारंभिक जीवन काल के बारे में – लुई ब्रेल के पिता घोड़ों की काठी बनाने के लिए प्रसिद्ध थे । लुई ब्रेल बचपन से ही अपने पिता को काम करते हुए देखते थे । जब लुई ब्रेल की उम्र 3 साल की हुई तब लुई ब्रेल के पिता उनको अपने साथ अपनी वर्कशॉप में ले जाते थे । जहां पर लुई ब्रेल काम में उपयोग लाए जाने वाले हथियार से , औजार से खेल कर समय व्यतीत करते थे । लुई ब्रेल को खिलौने के रूप में लकड़ी , लोहे के औजार दिखाई देते थे । लुई ब्रेल उन सभी औजारो से खेलकर आनंद प्राप्त करते थे ।

एक बार जब लुई ब्रेल औजारों से खेल रहे थे तब अचानक से एक चाकू उछल कर लुई ब्रेल के आंखों में लग गया था और लुई ब्रेल की आंखों से खून की धारा बहने लगी थी । उनके पिता ने जब लुई ब्रेल की आंखों से खून निकलते हुए देखा तब वह घबरा गए थे और लुई ब्रेल को डॉक्टर के पास ले गए थे । डॉक्टर ने लुई ब्रेल की आंखों पर पट्टी बांध दी थी । कुछ समय तक वहीं पट्टी उनकी आंखों से बंधी रही परंतु आंखों का घाव भरने का नाम नहीं ले रहा था । जब लुई ब्रेल की उम्र 8 वर्ष की हुई तब वह पूरी तरह से दृष्टिहीन हो गए थे ।

यह देख उनके पिता पूरी तरह से टूट गए थे । इस तरह से लुई ब्रेल के प्रारंभिक जीवन काल में यह सबसे बड़ी दुर्घटना हुई थी । जिस दुर्घटना के कारण लुई ब्रेल पूरी तरह से दृष्टिहीन हो गए थे । दृष्टिहीन हो जाने के बाद लुई ब्रेल ने दृष्टिहीन बच्चों को सफलता के रास्ते पर ले जाने के लिए ब्रेल लिपि का आविष्कार उनके द्वारा किया गया था । जब लुई ब्रेल ने सन 1829 के समय में छह बिंदुओं पर आधारित एक ब्रेल लिपि का आविष्कार किया तब दृष्टिहीन बच्चों के लिए यह सौगात लुई ब्रेल के द्वारा दी गई थी ।

लुई ब्रेल की प्रारंभिक शिक्षा के बारे में – लुई ब्रेल को पढ़ाई करना , ज्ञान की बातें सुनना बचपन से ही अच्छा लगता था । जब वह अपनी आंखें खो चुके थे तब उनको अपनी शिक्षा को लेकर चिंता होने लगी थी । लुई ब्रेल ने अपनी शुरुआती शिक्षा 10 साल की उम्र तक कुप्रे के एक विद्यालय थे प्राप्त की थी । इसके बाद वह अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर ब्लाइंड यूथ पेरिस चले गए थे क्योंकि वहां पर दृष्टिहीन बच्चों के लिए शिक्षा दी जाती थी । जब लुई ब्रेल इस संस्था में गए थे तब इस संस्था में दृष्टिहीन बच्चों के लिए सुविधाएं बहुत ही कम थी ।

इस संस्था के मालिक वैलेलेंटीन हाय ने दृष्टिहीन बच्चों को सुविधाएं देने के लिए अपने आप से यह वचन कर लिया था कि वह दृष्टिहीन बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में किसी तरह की कोई भी कमी नहीं रखेंगे । वैलेलेंटीन हाय एक अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे । उनके अंदर दया , करुणा का भाव कूट-कूट के भरा हुआ था । वैलेलेंटीन हाय के द्वारा इस इंस्टीट्यूूट में दृष्टिहीन बच्चों के लिए लेटिन अक्षरों की उभरी हुई छापो के साथ भारी कागज   की तकनीक  का उपयोग करते हुए  सभी दृष्टिहीन बच्चों के लिए  एक छोटी सी लाइब्रेरी का निर्माण कराया था ।

इस लाइब्रेरी के निर्माण के बाद लुई ब्रेल को शिक्षा प्राप्त करने में आसानी हुई थी । यहीं से लुई ब्रेल ने दृष्टिहीन होते हुए भी शिक्षा प्राप्त की थी ।

लुई ब्रेल को मिले सम्मान के बारे मे – लुई ब्रेल के द्वारा ब्रेल लिपि का अविष्कार किया गया था । लुई ब्रेल के इस नेक काम के लिए फ्रांस कि सरकार केे द्वारा लुई ब्रेल की फोटो की  डाक टिकट जारी किया गया था ।

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