बाल मेला पर निबंध Bal mela in school in hindi
Bal mela essay in hindi
दोस्तों आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बाल मेला के बारे में बताने जा रहे हैं । बाल मेला पर लिखे इस निबंध को हम पढ़ेंगे । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस लेख बाल मेला पर निबंध को पढ़ते हैं । बाल मेला बाल दिवस पर आयोजित किया जाता है । प्रारंभिक पढ़ाई के दौरान यानी कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों का मनोरंजन करने के उद्देश्य से बाल मेला लगाया जाता है ।बाल मेले पर सभी बच्चे दूसरी क्लास के बच्चों से मिलते हैं , खेलते हैं ।
image source – https://vidhyashram.edu.in/press
बाल मेले पर बच्चे मनोरंजन के साथ साथ कई प्रतियोगिताओं में भी भाग लेते हैं । हमारे भारत देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी का जन्म 14 नवंबर को हुआ था । हमारे भारत के पूर्व प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू जी बच्चों से बहुत प्रेम करते थे । सभी बच्चे जवाहरलाल नेहरू जी को चाचा कहकर बुलाते थे ।पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर सभी सरकारी स्कूल एवं प्राइवेट स्कूलों में बाल दिवस मनाया जाता है ।राज्य की सरकार एवं केंद्र की सरकार सरकारी स्कूलों में बाल दिवस पर कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं कराती हैं । बाल दिवस की नींव 1925 में रखी गई थी ।
बाल दिवस मनाने का उद्देश्य सिर्फ बच्चों को प्यार देना है । 1954 में पूरे विश्व में बाल दिवस मनाने की घोषणा की गई थी और सभी देशों ने बाल दिवस मनाने का समर्थन भी किया था । बाल दिवस पर स्कूलों में झांकियां सजाई जाती हैं , प्रदर्शनीया लगाई जाती हैं , नृत्य , नाटक आदि बच्चों के द्वारा किए जाते हैं । कई बच्चे गाना गाते हैं । तरह तरह की प्रतियोगिताएं बाल मेले में की जाती है । बच्चे बाल मेले की तैयारी के लिए 1 महीने पहले से ही मेहनत करते हैं ।
बच्चों को बाल मेला का इंतजार प्रतिवर्ष रहता है क्योंकि बाल मेला के शुभ अवसर पर सभी बच्चों को खेलना कूदना एवं तरह तरह की प्रतियोगिताएं देखने को मिलती हैं । बाल मेले में बच्चे नए नए कपड़े पहन कर स्कूल आते हैं । सभी क्लासों के बच्चे बाल मेले में एक साथ मिलकर घूमते हैं । बाल मेले के शुभ अवसर पर सभी बच्चे आपस में घुलमिल जाते हैं । बाल दिवस के दिन बच्चों को मिठाइयां बांटी जाती हैं । जो बच्चा बाल मेला के दिन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करता है उस बच्चे को इनाम दिया जाता है ।
प्रथम स्थान के साथ-साथ द्वितीय स्थान एवं तृतीय स्थान पर आने वाले बच्चों को भी पुरस्कार दिया जाता है । बाल दिवस के दिन बाल मेला में बच्चियां रंग बिरंगे कपड़े पहनकर नृत्य करती हैं । बाल दिवस एक राष्ट्रीय त्योहार है । इस त्यौहार पर हम बच्चों को हर खुशी देने की कोशिश करते हैं । विद्यार्थी जीवन में बच्चे पर शुरू से ही पढ़ने लिखने का दबाव रहता है ।
सुबह उठना , स्कूल जाना , होमवर्क करने का दवाब बच्चे पर रहता है लेकिन बाल दिवस के दिन बाल मेले में सभी बच्चे अपनी खुशी जाहिर करते हैं उनको ना तो होमवर्क की फिकर होती है और ना ही स्कूल में पढ़ाई करने की क्योंकि बाल दिवस के दिन बच्चे को वही करने दिया जाता है जो उसका मन करता है । बाल मेले में बच्चों को झूलने के लिए झूले भी लगवाए जाते हैं । बाल दिवस के मेले में बच्चे बहुत खुश रहते हैं । यह खुशी वह पूरे साल याद रखते हैं । बाल मेला लगाने में जितना भी खर्च आता है वह पैसा केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार मिल कर देती हैं ।
- बाल शोषण पर निबंध essay on child abuse in hindi
- बाल अधिकार एवं उनका संरक्षण निबंध essay on child rights in hindi
दोस्तों हमारे द्वारा लिखा गया यह जबरदस्त आर्टिकल बाल मेला पर निबंध bal mela in school in hindi आपको पसंद आए तो अपने सभी दोस्तों में इसे शेयर करें धन्यवाद ।