बजरंग दल का इतिहास Bajrang dal history in hindi

Bajrang dal history in hindi

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बजरंग दल के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर बजरंग दल के इतिहास को जानते हैं की बजरंग दल की स्थापना कब हुई थी , क्यों हुई थी ?

bajrang dal history in hindi
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बजरंग दल – बजरंग दल एक तरह का राष्ट्रीय दल है जो हिंदू युवाओं को राष्ट्रभक्ति सिखाने का काम करता है । यह दल बहुत सक्रिय दल है । इसमें लाखों-करोड़ों कार्यकर्ता जुड़े हुए हैं । यह बजरंग दल राष्ट्रीय सेवा निष्पक्ष भाव से करते है । जब देश को युवा वर्ग की आवश्यकता होती है तब बजरंग दल के युवा कार्यकर्ता निष्पक्ष भाव से अपना योगदान देते हैं । बजरंग दल के सभी युवा कार्यकर्ता हिंदू महिलाओं , लड़कियों एवं गौ माता पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं और हिंदू संगठन को मजबूत करने का काम करते हैं ।

बजरंग दल कभी भी हिंदू समुदाय के लड़के पर अत्याचार होते हुए नहीं देख पाता है । जब किसी अन्य समुदाय या धर्म के व्यक्ति के द्वारा यदि हिंदू धर्म के व्यक्ति पर अत्याचार किया जाता है तब बजरंग दल उस व्यक्ति की मदद करता  है । बजरंग दल हिंदू धर्म और हिंदू संस्कृति को बचाए रखने का काम करता है । बजरंग दल अपने कार्यकर्ताओं को सजग रहने के लिए कहता है ।

बजरंग दल का यह मानना है कि जिस तरह से देश के बॉर्डर पर आतंकियों का खतरा है और उस खतरे से निपटने के लिए बॉर्डर पर सैनिक तैनात किए गए है, उसी तरह से देश के अंदर भी हमारा देश सुरक्षित नहीं है । यहां पर यदि हिंदू धर्म की संस्कृति को नष्ट किया जाता है , हिंदू धर्म के व्यक्ति पर अत्याचार किया जाता है तो इन सभी को रोकने के लिए  बजरंग दल का चुनाव किया गया है ।

हमें हमारे राष्ट्र की संस्कृति हिंदू संस्कृति को बचाने का पूरा अधिकार है । यह अधिकार हमसे कोई नहीं छीन सकता हैं । हम बजरंग दल के अच्छे कार्यकर्ता हैं और हिंदू संस्कृति को हम बचाएंगे ।यदि हिंदू लड़की के साथ कोई अन्याय करता है तो उसको बजरंग दल के विरोध का सामना करना पड़ता है ।

कई ऐसे कार्यक्रम बजरंगदल के द्वारा चलाए जाते हैं । जिसके माध्यम से हिंदू लड़कियों को यह सलाह दी जाती है की वह लव जिहाद में ना पढ़ें । कई लड़कियों का यह मानना है कि इस तरह से किसी के साथ में जबरदस्ती करना सही नहीं है । परंतु बजरंग दल की यही सोच है कि लव जिहाद से हमारे भारत देश की , हिंदू धर्म की संस्कृति नष्ट हो रही है , हमारे हिंदू धर्म का विनाश हो रहा है । जिसका फायदा अन्य धर्म के लोग उठाएंगे और हिंदू धर्म के लोगों को दबाकर उन पर अत्याचार करेंगे ।

इसीलिए बजरंग दल हमेशा सक्रिय रहता है । जब देश को नए युवक की आवश्यकता होती है तब बजरंग दल अपने युवाओं के साथ देश की मदद करता है । राष्ट्रीय सुरक्षा , देश की संस्कृति की सुरक्षा बजरंग दल किया करता है । देश के हर राज्य के हर जिले एवं गांवों में बजरंग दल के कार्यकर्ता मौजूद हैं । जब भी किसी विवाद को लेकर बजरंग दल अपनी आवाज उठाता है तब पूरे देश में स्थित बजरंग दल के कार्यकर्ता उसमें शामिल हो जाते हैं । आज बजरंग दल बहुत बड़ा समूह बन चुका है ।

इसमें हिंदू धर्म के सभी लोग जुड़ चुके हैं ।प्रतिवर्ष बजरंग दल में सदस्यता लेने के लिए अभियान भी चलाया जाता है । इस अभियान के तहत जो भी व्यक्ति बजरंग दल में सदस्यता लेता है उसको ट्रेनिंग भी दी जाती है । ट्रेनिंग के माध्यम से उनको सिखाया जाता है कि किस तरह से आत्म सुरक्षा एवं हिंदू धर्म के लोगों की रक्षा की जाती है । ट्रेनिंग के माध्यम से महिलाओं  , लड़कियों , मंदिरों एवं गौ माता की रक्षा सुरक्षा कैसे की जाती है यह सिखाया जाता है ।

उनको बचाने के लिए बजरंग दल के लोग किस तरह से एकत्रित होते हैं , किस तरह से ग्रुप बनाकर उसका विरोध जताया जाता है यह सब बजरंग दल की शाखा में सिखाया जाता है । बजरंग दल के कई कैंप लगते हैं । बजरंग दल के कैंपों में आत्म सुरक्षा करने की तरकीब सिखाई जाती है  । खेल प्रतियोगिताएं , राष्ट्रीय संस्कृति को समझाने का भी प्रयास कैंपों में किया जाता है । बजरंग दल के द्वारा हिंदू धर्म के लोगों के अंदर राष्ट्रहित भावना जागृत की जाती है और सभी को यह समझाया जाता है कि हमारा सबसे बड़ा अधिकार राष्ट्र की संस्कृति को बचाना है , भारतीय हिंदू संस्कृति को बचाने की है ।

हम सभी को भारत की हिंदू संस्कृति को बचाना चाहिए ।हिंदू संस्कृति को बचाने के लिए हम सभी को एकत्रित होना चाहिए । जिससे कि कोई भी हिंदू संस्कृति को छूने तक की कोशिश ना करें , उसको चोट पहुंचाने की कोशिश ना कर सके ।

बजरंग दल की स्थापना एवं उदय – बजरंग दल भारत का एक राष्ट्रीय दल है । इसमें भारत के हिंदू धर्म के कई कार्यकर्ता जुड़े हुए हैं । कई शाखाएं भारत देश के अंदर हर राज्य के, हर जिले के, हर गांव में बजरंग दल  होता हैं । हम आपको बताने वाले हैं कि बजरंग दल की उत्पत्ति कैसे हुई थी । जब अयोध्या में बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि को लेकर विवाद चल रहा था तब अयोध्या में बजरंग दल का गठन हुआ था । बजरंग दल की शुरुआत 1 अक्टूबर 1984 को उत्तर प्रांत से हुई थी.

यहां पर लाखों कार्यकर्ता जुड़े थे और अयोध्या में राम मंदिर बनाने के फैसले का साथ सब ने दिया था । इसके बाद जब हिंदू धर्म के कई सारे लोग अयोध्या में राम मंदिर बनाने के फैसले का समर्थन करते हुए नजर आए तब बजरंग दल का उदय हुआ ।  सभी ने अयोध्या में राम मंदिर बनने के प्रस्ताव के समर्थन में एक रैली का आयोजन किया और उस रैली में हिंदू धर्म की ताकत को बता दिया कि यदि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बना तो बजरंग दल चुपचाप नहीं बैठेगा ।

यह हिंदू के मान सम्मान की बात है । इस तरह से बजरंग दल का उदय हुआ और आज बजरंग दल में हिंदू धर्म के लाखों-करोड़ों कार्यकर्ता एवं सदस्यगण हैं ।एक गणना के हिसाब से बजरंग दल में हिंदू धर्म के सदस्यों की संख्या 1300000 से भी अधिक है । इनमें से कार्यकर्ताओं की संख्या 85,0000 है । जब हिंदू धर्म पर संकट आता है , देश की संस्कृति पर संकट आता है , देश में स्थित गौमाता के ऊपर अत्याचार किए जाते हैं तब बजरंग दल अपनी शाखाओं और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इसका विरोध प्रकट करते हैं ।

कई बार विरोध प्रकट करते समय कार्यकर्ताओं को कई विवादों का सामना भी करना पड़ता है । कई बार विरोध प्रकट करते समय कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया जाता है । उनको जेल में बंद कर दिया जाता है लेकिन फिर भी बजरंग दल के कार्यकर्ता हिंदू धर्म की संस्कृति को बचाने के लिए और गौमाता को बचाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं , तैयार रहते हैं । जब भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की आवश्यकता होती है तब सभी एकत्रित हो जाते हैं और बजरंग दल की ताकत को सभी को बताते हैं कि हिंदू धर्म की ताकत बहुत अधिक है ।

यदि कोई हिंदू धर्म के लोगों को दबाने एवं अत्याचार करने की कोशिश करेगा तो उसको बहुत बुरा परिणाम भुगतना पड़ेगा ।

बजरंग दल की शाखाएं – बजरंग दल की पूरे देश में हजारो शाखाएं लगती हैं और उन शाखाओं में हिंदू धर्म के लोग या बजरंग दल के सदस्य वहां पर ट्रेनिंग लेने के लिए जाते हैं , शाखाओं में सीखने के लिए जाते हैं । बजरंग दल की शाखाएं बहुत अच्छी तरह से लगाई जाती हैं । बजरंग दल की शाखाओं में गौ सुरक्षा , देश की महिलाओं की सुरक्षा , देश की संस्कृति की सुरक्षा के बारे में बताया जाता है ।बजरंग दल का एक सूत्र वाक्य भी यह बताता है कि बजरंग दल के लोगों के लिए सिर्फ सेवा सुरक्षा और संस्कृति ही मायने रखता है और कुछ मायने नहीं रखता है ।

उनका एक ही उद्देश्य है हिंदू धर्म की संस्कृति को बचाकर रखना और राष्ट्रहित में कार्य करना । बजरंग दल की शाखाओं में कई तरह के कार्यक्रम भी किए जाते हैं । उन कार्यक्रमों में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को खेलकूद , कबड्डी आदि सिखाया जाता है । जिससे कि उनका शरीर स्वस्थ रहे , तंदुरुस्त रहे । बजरंग दल के सदस्यों को अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी सलाह दी जाती है । बजरंग दल के सदस्यों को शाखा के माध्यम से फल फ्रूट एवं विटामिंस वाले आइटम खाने के लिए भी कहा जाता है । जिससे कि उनका शरीर मजबूत रहे और वे राष्ट्र हित के कार्य कर सकें ।

बजरंग दल की शाखाओं में लाठी चलाना , तलवार चलाना एवं आत्म सुरक्षा के करतब सिखाएं जाते हैं । जिससे वह अपनी आत्म सुरक्षा कर सकें ।

बजरंग दल का शौर्य प्रशिक्षण – बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा शौर्य प्रशिक्षण का आयोजन भी किया जाता है और इस आयोजन में कई बड़े अधिकारी और ट्रेनर आते हैं । जिनके माध्यम से बजरंग दल के नए सदस्यों को ट्रेनिंग दी जाती है , उनको आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाता है । राष्ट्रहित , देश हित,  हिंदू संस्कृति , गोरक्षा के बारे में बताया जाता है । जिससे कि वह जब राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपना योगदान दें तो अपने आप को कमजोर महसूस ना करें । बजरंग दल शौर्य प्रशिक्षण में सभी युवा वर्ग के लोगों को लड़ना , लाठी चलाना सिखाता है ।

शौर्य प्रशिक्षण में बजरंग दल सभी युवा लड़कों को लव जिहाद , धर्मांतरण एवं गौ हत्या जैसी गतिविधियों को समाप्त करने की चेतना जागृत करता है ।जिससे कि आने वाली युवा पीढ़ी हिंदू संस्कृति की रक्षा कर सकें । बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का यह मानना भी है के बजरंग दल के लोगों का , उनके सदस्यों का सिर्फ एक ही मकसद है कि भारत देश को ऊंचाइयों तक पहुंचाना , भारत देश को विश्वगुरु बनाना है । इसके लिए हम भारत के सभी युवाओं को तैयार कर रहे हैं और उनको आत्म सुरक्षा का प्रशिक्षण दे रहे हैं ।

भारत की संस्कृति को किस तरह से बचा करके रखा जाए यह भी युवा पीढ़ी को बताया जा रहा है । बजरंग दल के लोगों का यह मानना है कि हिंदू संस्कृति खतरे में है । हिंदू संस्कृति को बचाने का दायित्व हम सभी पर है । इसलिए हम सभी को मिलकर हिंदू संस्कृति को बचाए रखना है । जगह जगह पर भारत के हर जिलों राज्यों में शौर्य प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता है और लाखों-करोड़ों हिंदू धर्म के लोग बजरंग दल की सदस्यता ग्रहण करते हैं ।

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम – बजरंग दल के सभी अधिकारी , पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शाखा के प्रबंधक सभी मिलजुल कर हर जिलों एवं राज्यों में साप्ताहिक मिलन का आयोजन करते हैं । इस कार्यक्रम में सभी कार्यकर्ता एकत्रित होते हैं और बजरंग दल के बारे में सभी को समझाया जाता है । कई नए सदस्य गण भी इस कार्यक्रम में उपस्थित होते हैं ।बजरंग दल के सभी कार्यकर्ता इस दिन एक दूसरे से मिलते हैं , वार्तालाप करते हैं । साप्ताहिक मिलन में एक दूसरे का हालचाल जानते हैं ।

बजरंग दल के लोग साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम धार्मिक स्थलों , मंदिरों एवं पार्क में आयोजित किए जाते हैं । इसमें शाखाएं भी लगाई जाती हैं , खेलकूद के कार्यक्रम भी किए जाते हैं ।  इस कार्यक्रम में खेल प्रतियोगिताएं एवं अखाड़े का आयोजन भी बजरंग दल के द्वारा किया जाता है । बजरंग दल के सभी कार्यकर्ताओं का यह मानना है कि साप्ताहिक मिलन कार्यक्रम से बजरंग दल के सदस्यों की संख्या बढ़ती है और हिंदू धर्म के युवा वर्ग के लड़के अधिक से अधिक संख्या में बजरंग दल से जुड़ते हैं और बजरंग दल में अपनी सेवाएं देते हैं ।

बजरंग दल के द्वारा लगाया गया आत्मरक्षा कैंप – बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा आत्मरक्षा कैंप लगाया जाता है । इस कैंप में सभी कार्यकर्ता आते हैं । जो नया कार्यकर्ता , बजरंग दल का नया सदस्यगण होता है उसको भी सुरक्षा के नियम समझाए जाते हैं । किस तरह से वह अपनी आत्मरक्षा कर सकता है और देश की संस्कृति की रक्षा कर सकता है । कई तरह की ट्रेनिंग इस कार्यक्रम में दी जाती है । आत्म सुरक्षा कैंप में  हर जिले एवं राज्यों से बजरंग दल के कार्यकर्ता आते हैं और प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं ।

यह कैंप बजरंग दल के द्वारा लगाया जाता है । यह कैंप सिर्फ हिंदू धर्म के युवा लड़कों के लिए ही होता है । जो बजरंग दल में शामिल होते हैं और अपनी देश की संस्कृति , हिंदू संस्कृति को बचाने के लिए बजरंग दल का सदस्य बनते हैं । कई लोग आत्मा सुरक्षा कैंप में हिस्सा लेने के लिए आते हैं और आत्म सुरक्षा कैंप में लाठी चलाना , तलवार चलाना , कुश्ती , कबड्डी एवं बॉक्सिंग करना भी  सिखाते है । बजरंग दल के द्वारा लगाया गया आत्म सुरक्षा कैंप में बजरंग दल के सदस्यों को राइफल चलाना , बंदूक चलाना सिखाते हैं ।

बजरंग दल के द्वारा  आत्म सुरक्षा कैंप में आगजनी घटनाओं से बचने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है । जब देश में हिंदू धर्म के लोगों पर खतरा आता है तब हिंदू धर्म के लोग एकत्रित होते हैं , बजरंग दल के लोग एकत्रित होते हैं और सभी मिलकर खतरे का सामना करते हैं ।बजरंग दल के इस आत्मरक्षा कैंप में ट्रेनिंग लेने के लिए हिंदू धर्म के युवा को सिर्फ ₹100 की फीस देनी होती है और वह 1 महीने तक इस कैंप में प्रशिक्षण ले सकता है  ।

जो व्यक्ति आत्म सुरक्षा कैंप में प्रशिक्षण लेता है उसको सुबह 5:00 बजे नहा धोकर प्रशिक्षण लेने के लिए उपस्थित होना पड़ता है । सुबह 5:00 बजे से प्रशिक्षण केंद्र चालू हो जाता है जोकि सूरज ढलने तक चलता है ।

बजरंग दल की महिला शाखा – बजरंग दल में पुरुष शाखाओं के साथ-साथ महिलाओं की भी शाखाएं लगती हैं । उन शाखाओं में काफी महिलाएं आती है और बजरंग दल के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करती हैं । बजरंग दल के लोगों के द्वारा महिलाओं को भी प्रशिक्षण दिया जाता है । महिलाओं को आत्म सुरक्षा करना सिखाया जाता है और राष्ट्र हित में काम करने की भी सलाह दी जाती है । जो भी महिला बजरंग दल में प्रशिक्षण लेती है उसको लाठी चलाना , जूडो , कराटे एवं बंदूक चलाना , राइफल चलाना भी सिखाया जाता है ।

बजरंग दल में जब महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है तब उनको आगजनी घटनाओं के समय किस तरह से खुद को बचाना है और दूसरों को भी बचाना है यह भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा सिखाया जाता है । जो भी महिला बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रशिक्षण लेती है वह हमेशा सुरक्षित रहती है । वह महिला किसी से भी नहीं डरती है । यदि कोई उस पर अत्याचार करता है तो डटकर उसका सामना करती है । बजरंग दल के सभी लोग मिलकर उसकी रक्षा करते हैं ।

बजरंग दल के द्वारा गौ हत्या रोकने के लिए कैंप –  बजरंग दल शुरुआत से ही यह कहती आ रही है कि वह देश में गौ हत्या को बर्दाश्त नहीं करेगे । जब तक  गौ हत्या को भारत देश से पूरी तरह से बंद नहीं कर दिया जाता तब तक हम चैन की सांस नहीं लेंगे । बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का एक ही मकसद है कि गौ हत्या को रोकना । कई तरह के कार्यक्रम एवं कैंप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा लगाया जाता है और उस कैंप में आने वाले सदस्यों को यह सिखाया जाता है कि गौ माता की रक्षा , सुरक्षा कैसे करना है । यदि कोई व्यक्ति गौमाता पर अत्याचार करता है , उसको मारता है तो हमें गौ माता को बचाना चाहिए ।

उस व्यक्ति को भी गौ माता पर अत्याचार करने से रोकना चाहिए क्योंकि हमारे देश की संस्कृति की रक्षा करना और हमारे देश की गौ माता की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है , हमारा दायित्व है । यदि हम अपने इस दायित्व को नहीं निभा पाए तो हम हिंदू होने के अधिकारी नहीं हैं । यदि हमारे साथ हिंदू धर्म जुड़ा है तो हमें हिंदू धर्म की रक्षा सुरक्षा करना चाहिए । यह हमारा दायित्व है और इसको हम पूरा करके ही रहेंगे । भारत देश में जो लोग गौ माता को बेचता है , गौ माता की हत्या करता है उसको हम नहीं छोड़ेंगे ।

उसको हिंदुस्तान में नहीं रहने देंगे क्योंकि गौ हमारी माता है।  इसकी रक्षा करना हमारा दायित्व है । गौ तस्करों को रुकने का दायित्व सरकार का है । यदि सरकार उनको नहीं रुकेगी तो बजरंग दल के सभी कार्यकर्ता उन तस्करों को ढूंढ कर  सजा देगी । यह हम बर्दाश्त नहीं करेंगे कि हमारे देश की गौ माता को सताया जाए ।

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की लव जिहाद के साथ जंग – बजरंग दल के कार्यकर्ता समय-समय पर लव जिहाद को रोकने का प्रयत्न करते हैं । क्योंकि लव जिहाद के मामले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं एवं बड़े अधिकारियों एवं संगठन का यह मानना है कि लव जिहाद के कारण हमारे देश की संस्कृति नष्ट हो रही है । पहले जब देश में महिलाओं का मान सम्मान किया जाता था तब हमारे देश की संस्कृति बहुत अच्छी थी । आज उन पर अत्याचार किए जाते हैं । लव जिहाद के कारण कई हिंदू लड़कियों को बर्बाद होना पड़ता है ।

कई परिवार नष्ट हो जाते हैं । इसलिए देश से लव जिहाद का नामोनिशान मिटाना बजरंग दल के लोगों का दायित्व है । वह अपने इस दायित्व को पूरा करके ही चैन लेंगे । वैलेंटाइन डे के दिन हर राज्य के हर जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा लड़कियों को सूचित किया गया था कि वह वैलेंटाइन डे के दिन अपने बॉयफ्रेंड के साथ ना दिखे । यदि पकड़े गए तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रताड़ित किया जाएगा । इस तरह से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शहरों , गलियों , पार्कों एवं धार्मिक स्थलों पर जाकर जायजा लिया ।

यदि कोई लड़का लड़की साथ में वैलेंटाइन डे मनाते हुए पकड़ा गया तो उसको प्रताड़ित किया गया था । इस तरह से लव जिहाद को बजरंग दल पूरी तरह से देश से खत्म करना चाहता है ।

बजरंग दल का राष्ट्रीय अधिवेशन 2017 – बजरंग दल के सभी बड़े अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की सहमति से मध्यप्रदेश के भोपाल में राष्ट्रीय अधिवेशन मनाया गया था । इस अधिवेशन में सभी शाखाओं के लोग उपस्थित हुए थे । लाखों-करोड़ों कार्यकर्ता इस अधिवेशन में उपस्थित हुए थे और यह अधिवेशन बहुत धूमधाम से मनाया गया था । इस अधिवेशन में प्रदर्शनी भी लगाई गई थी और प्रदर्शनी में अयोध्या के मंदिर को भी बताया गया था ।

इस अधिवेशन का उद्घाटन विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री अंतरराष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश चंद्र ने किया था । यह अधिवेशन बड़े धूमधाम से मनाया गया था । यह अधिवेशन 27 एवं 29 अक्टूबर 2017 को भोपाल में मनाया गया था । इस अधिवेशन में सभी जिला टोली के ऊपर दायित्वयान कार्यकर्ता भी मौजूद थे । सभी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में यह अधिवेशन बनाया गया था । अधिवेशन में बजरंग दल की ताकत को और मजबूत करने के तरीके भी बताए गए थे । शाखाओं को मजबूत करने का तरीका वहां पर बताया गया था ।

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