अनेकता में एकता पर कविता Anekta mein ekta hindi kavita
Anekta mein ekta hindi kavita
दोस्तों आज की हमारी कविता Anekta mein ekta hindi kavita आप सभी को बहुत ही प्रेरित करेगी दोस्तों जैसे की हम सभी जानते हैं कि हमारे भारत देश में बहुत सारी भिन्नताएं हैं हमारे देश में अनेक धर्म,जाति के लोग रहते हैं हमारे भारत देश में अनेक तरह की भाषाए बोली जाती हैं.भले ही हमारे देश में बहुत कुछ अलग होता है लेकिन यही विभिन्नता हमारे देश की पहचान होती है
हमारे देश में अलग-अलग तरह के लोग भी मिल जुलकर रहते हैं.हमारे देश में बहुत सारे भेदभाव देखने को मिलते हैं फिर भी आज हमारे देश में अनेकता में एकता देखने को मिलती हैं इसलिए आज के हमारे इस आर्टिकल में हम पढेंगे अनेकता में एकता पर कविता तो चलिए पढ़ते हैं मेरी स्वरचित इस कविता को जो आपके लिए बहुत ही शिक्षाप्रद है
देश में भले ही अनेक जाती धर्म के लोग हैं
फिर भी अनेकता में एकता ही एकता है
लोगों के व्यापार भले ही अलग-अलग हो
लेकिन फिर भी लोगों में अनेकता में एकता है
देश के लोगों की सोच भलेही अलग-अलग हो
देश के लोगों के संप्रदाय अलग-अलग हैं
लेकिन फिर भी अनेकता में एकता ही एकता है.
देश के लोगों की जाति भले ही अलग अलग हो
देश के लोगों का बोलने का ढंग अलग अलग हो
फिर भी देश में अनेकता में एकता है.
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