समाचार पत्र का उत्तरदायित्व पर निबंध Samachar patra ka uttardayitva essay in hindi
Samachar patra ka uttardayitva essay in hindi
Samachar patra ka uttardayitva – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से समाचार पत्र का उत्तरदायित्व पर लिखे निबंध के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर समाचार पत्र का उत्तरदायित्व के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हैं ।
समाचार पत्र का उत्तरदायित्व – आज पूरी दुनिया में कई तरह की घटनाएं घट रही हैं । उन घटनाओं को उजागर करने का काम समाचार पत्र कर रहे हैं । जब समाचार पत्र की सुविधा नहीं थी तब लोगों को एक शहर से दूसरे शहर की घटना का पता ही नहीं चल पाता था । परंतु जब से समाचार पत्रों और अखबारों का जन्म हुआ तब से लोगों को देश विदेशों में घटने वाली घटनाओं की जानकारी देने का दायित्व समाचार पत्रों का है । आज हम अपने घर पर बैठे-बैठे पूरी दुनिया की जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त कर लेते हैं ।
व्यक्ति को जानकारी देने के साथ-साथ और भी कई तरह की सुविधाएं समाचार पत्रों के माध्यम से लोगों को दी जाती है । जब हम सुबह उठते हैं तब हम अखबार पढ़ते हैं और उस अखबार में हमें कई तरह की जानकारी प्राप्त होती है । आज समाचार पत्र पर और भी कई जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं कि वह लोगों को हर क्षेत्र की जानकारी दें । समाचार पत्रों का सबसे बड़ा उत्तरदायित्व होता है कि वह लोगों को जानकारी देकर उनके जीवन में अंधकार को दूर करके उजाला दें । राजनीति से लेकर देश के विकास की हर खबरें समाचार पत्रों के माध्यम से लोगों तक पहुंचती है और सभी लोग जागरूक होते हैं ।
समाचार पत्रों का सबसे बड़ा उत्तरदायित्व होता है कि वह लोगों को सही जानकारी दें और सही समय पर सभी लोगों तक जानकारी पहुंचाएं । मौसम आने वालेेे समय में कैसा होगा इसकी जानकारी हमें समाचार पत्रों के माध्यम से प्राप्त होती है और हम आने वाले मौसम के हिसाब से सचेत हो जाते हैं । हमारे देश के अंदर जो अंधविश्वास फैला हुआ है उस अंधविश्वास को खत्म करने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम समाचार पत्रों का है । यदि सभी समाचार पत्र अपना उत्तरदायित्व ठीक तरह से निभाए तो आने वाले समय में अंधविश्वास पूरी तरह से खत्म हो जाएगा क्योंकि अंधविश्वास के कारण कई तरह की घटनाएं हो जाती हैं ।
जिन घटनाओं के कारण कई लोग अपना जीवन बर्बाद कर देते हैं । ऐसी घटनाएं देश के अंदर ना हो इसके लिए समाचार पत्रों का उत्तरदायित्व होता है कि वह देश के अंदर जो अंधविश्वास पनप रहा है उस अंधविश्वास को खत्म करें । यह सब लोगों को जागरूक करके किया जा सकता है । देश के विकास के लिए देश के नागरिक जिस नेता को चुनते हैं यदि वह नेता सही ढंग से काम नहीं करें और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दें तो देश का विकास संभव नहीं है । ऐसे भ्रष्ट नेता को जनता ना चुने और वह भ्रष्ट नेता जनता की नजरों में आए इसका उत्तरदायित्व समाचार पत्रों का होता है ।
समाचार पत्रों के माध्यम से हमें नेताओं की छवि के बारे में जानकारी प्राप्त होती है और हम अच्छे व्यवहार और निष्पक्ष रूप से राजनीति करने वाले व्यक्ति को नेता बनाते हैं और वह नेता निष्पक्ष भाव से देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है । यह उत्तरदायित्व समाचार पत्रों का है । समाचार पत्रों के माध्यम से हमें देश के हालात का पता चलता है । देश की सरकार किस तरह की योजनाएं गरीबों को लाभ देने के लिए प्रारंभ कर रही है और गरीब व्यक्ति किस तरह से सरकार के द्वारा प्रारंभ की गई योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकता है इसकी जानकारी देने का उत्तरदायित्व समाचार पत्रों का होता है ।
किसी सरकार का नेता किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार तो नहीं कर रहा है इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचाने का काम समाचार पत्रों का है । जब समाचार पत्र अपने सभी उत्तरदायित्व ठीक तरह से निभाएंगे तब देश के सभी नागरिकों को सही जानकारी प्राप्त होगी और देश से भ्रष्टाचार खत्म होगा । देश के सभी बेरोजगारों को नौकरियों के बारे में जानकारी देने का दायित्व भी समाचार पत्रों का होता है । प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां निकली हैं इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचाने का दायित्व समाचार पत्रों का होता है । आज समाचार पत्रों के माध्यम से ही भ्रष्टाचार में कमी आई है ।
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