कोटा राज्य का इतिहास Kota history in hindi

Kota history in hindi

Kota – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से राजस्थान राज्य का सबसे सुंदर जिला कोटा के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और कोटा जिले के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Kota history in hindi
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कोटा राज्य के बारे में – कोटा शहर भारत देश के राजस्थान राज्य का सबसे ऐतिहासिक प्राचीन शहर है ।जहां का इतिहास काफी दिलचस्प रहा है । यदि हम कोटा के प्राचीन इतिहास की बात करें तो कोटा का जो प्राचीन इतिहास है वह इतिहास राजा कोटिया भील से शुरू होता है । जिसने कोटा की स्थापना की थी । जब कोटा की स्थापना की गई तब राजा कोटिया भील के द्वारा कोटा को बूंदी  राज्य का हिस्सा बनाया गया था । कई समय तक कोटा पर राजा कोटिया भील के द्वारा शासन किया गया था ।

जब मुगल साम्राज्य के महान शक्तिशाली शासक जहांगीर ने बूंदी पर हमला कर दिया था तब बूंदी के शासकों को युद्ध क्षेत्र में हरा दिया था और मुगल शासक जहांगीर के द्वारा बूंदी पर अपना शासन स्थापित कर लिया गया था । इसी के साथ-साथ मुगल शासक जहांगीर के द्वारा कोटा पर भी अपना शासन स्थापित कर लिया गया था । जब बूंदी और कोटा पर मुगल शासक जहांगीर का शासन प्रारंभ हुआ तब मुगल शासक जहांगीर के द्वारा 1624 ईसवी में एक स्वतंत्र कोटा की स्थापना की गई थी और कोटा को राज्य के रूप में स्थापित किया गया था ।

मुगल शासक जहांगीर के द्वारा कोटा में कई विकासशील कार्य करवाए गए थे । कई ऐसे महल मुगल शासक जहांगीर के द्वारा  बनवाएं  गए थे । जिन महलों की सुंदरता आज भी कोटा में देखने के योग्य है । जब मुगल शासक जहांगीर ने कोटा को स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित किया तब कोटा राज्य का प्रथम स्वतंत्र शासक राव माधव सिंह को चुना गया था । जब राव माधव सिंह स्वतंत्र कोटा का शासक चुना गया तब उसके द्वारा यहां के विकास कार्य किए गए थे । परंतु यह शासन अधिक समय तक नहीं चल सका था ।

जब भारत देश में अंग्रेज सभी राज्यों पर अपना शासन स्थापित कर रहे थे तब कोटा पर भी अंग्रेजों के द्वारा शासन स्थापित किया गया था । 1818 इसवी में कोटा अंग्रेजों के हाथों में चला गया था । ब्रिटिश साम्राज्य स्थापित हो जाने के बाद कोटा अंग्रेजों के अधीन हो गया था । इस तरह से कोटा राज्य का इतिहास रहा है । कोटा में कई ऐसे सुंदर सुंदर पैलेस हैं जिन सुंदर पैलेस के कारण कोटा पूरे भारत में सुंदर शहर के रूप में पहचाना जाता है । कोटा शहर में भारत देश के कोने कोने से लोग आकर बसे हुए हैं । कोटा के अंदर सिटी फोर्ट पैलेस स्थित है ।

इस पैलेस की सुंदरता देखने के लायक है । यह पैलेस तकरीबन 17 वीं शताब्दी के दौरान बनवाया गया था । विजय पैलेस चंबल की नदी के पूर्वी तट पर मौजूद है । जहां पर पर्यटक आकर इसकी सुंदरता का आनंद लेते हैं । कोटा में एक संग्रहालय भी है जिसकी सुंदरता के चर्चे चारों तरफ किए जाते हैं । जिस संग्रहालय का नाम कोटा के प्रथम स्वतंत्र शासक राव माधव सिंह के नाम पर रखा गया है । यह संग्रहालय पुराने महल में स्थापित किया गया है । इसके बाद कोटा राज्य का सबसे प्राचीन जग मंदिर महल दर्शनीय है ।

जिस महल को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं और जग मंदिर महल की सुंदरता को देखकर अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं । इस महल के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस महल के निर्माण में कोटा की रानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है । जिसने 1740 ईस्वी में जग मंदिर महल को बनवाने के लिए नींव रखी थी । जब यह मंदिर बनकर तैयार हो गया था तब इसकी सुंदरता देखने के लायक थी ।सबसे बड़ी बात यह है कि यह महल कोटा की रानी के द्वारा किशोर सागर झील के मध्य मे बनवाया गया था क्योंकि किशोर सागर झील की सुंदरता भी दर्शनीय है ।

यहां की जो झील है वह झील वाकई में प्रशंसा के काबिल है । यदि हम किशोर सागर झील के निर्माण की बात करें तो किशोर सागर झील का निर्माण 1346 ईस्वी में करवाया गया था । किशोर सागर झील के निर्माण में बूंदी के राजकुमार  का महत्वपूर्ण योगदान था । इसके साथ-साथ कोटा में और भी कई ऐसे गार्डन भी हैं जहां पर पर्यटक घूमने के लिए जाते हैं । अब हम कोटा के सबसे सुंदर और दर्शनीय गार्डन चंबल गार्डन के बारे में बात करते हैं । जो गार्डन मगरमच्छ के तालाब के नाम से  पहचाना जाता है क्योंकि चंबल गार्डन में मगरमच्छों का एक बड़ा तालाब है ।

जहां पर मगरमच्छ ही मगरमच्छ दिखाई देते हैं । जिन मगरमच्छों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग कोटा में आते हैं और चंबल गार्डन में जाकर चंबल गार्डन में घूम कर , मगरमच्छों का तालाब देखकर अपने जीवन में आनंद प्राप्त करते हैं । आज कोटा को राजस्थान राज्य कि मुंबई कहा जाता है ।

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