जीवन में धर्म का महत्व निबंध Hindi Essay on Jeevan me Dharm Ka Mahatva

Hindi Essay on Jeevan me Dharm Ka Mahatva

दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं धर्म के बारे में. धर्म समाज के द्वारा बनाया गया है । दोस्तों हम सभी को धर्म का पालन करना चाहिए. धर्म हमको जीना सिखाता है या फिर कहे की धर्म इंसानों के लिए बनाया गया है. संसार में बहुत सारे धर्म है ,जिनमे से हिंदू धर्म भी है जिसमें जीने के उद्देश्य छुपे हुए है. यह धर्म बहुत अच्छा धर्म माना जाता है. अगर हम बात करें इस संसार में किस धर्म के कितने लोग हैं तो यह कहना मुश्किल है । सभी धर्म हमको इंसानियत सिखाते हैं, लेकिन कुछ लोग धर्म के नाम पर लूटपात मचाते हैं, लड़ाइयां करते हैं, एक दूसरों को मारते हैं जिसमें बहुत सारा नुकसान हो जाता है जबकि धर्म हमको एकता सिखाता है, एक दूसरे की मदद करके लोगो के दुखों को दूर करना सिखाता है।

Hindi Essay on Jeevan me Dharm Ka Mahatva
Hindi Essay on Jeevan me Dharm Ka Mahatva

धर्म कोई सा भी हो सभी को हर धर्म का सम्मान करना चाहिए । हमारे देश में हिंदू धर्म, पंजाबी धर्म, मुस्लिम धर्म, सिख, ईसाई जैसे कई धर्म है। पूरे संसार में अगर देखें तो हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा धर्म है और हमको गर्व महसूस होता है कि हमारे देश में धर्मों को ज्यादातरमहत्वपूर्ण समझा जाता है.एक दूसरे के धर्म की बुराई करना किसी को भी शोभा नहीं देता है।

धर्म तो मानवता सिखाता है ,ना की लड़ाई करना. धर्म का अर्थ आत्मा से होता है। अगर आप अपनी आत्मा को शुद्ध करना चाहते हो तो आपको धर्म को अपनाकर धर्म की सच्चाई को पहचानकर उस पर चलना होगा और लोगों को धर्म के बारे में बताना होगा, धर्म का प्रचार -प्रसार करना होगा जिससे की सभी को धर्म का ज्ञान हो. धर्म कोई विषय वस्तु नहीं है धर्म से हम सभी को ज्ञान मिलता है।

हमारे हिंदुस्तान में हिंदू धर्म के अलावा भी कुछ ऐसे धर्म भी हैं जिसका मकसद एक ही है मानवता सिखाना, मनुष्य को इंसान बनाना लेकिन  कुछ लोग धर्म के नाम पर राजनीति करने से पीछे नहीं हटते लेकिन वह लोग यह नहीं जानते की धर्म के नाम पर राजनीति करना कितना गलत है। हमारे भगवान भी धर्म को मानते थे। सभी धर्मों में यह बताया गया है इंसान का सबसे बड़ा धर्म है इंसानियत और हम सभी को इंसानियत नहीं खोनी चाहिए, एक दूसरे कि मदद करनी चाहिए।

धर्म हम सभी को एक साथ चलने का मार्ग दिखाते है जिससे हमको ज्ञान प्राप्त होता है। उस ज्ञान से हमारी आत्मा का शुद्धिकरण होता है ।जब हमारी आत्मा शुद्ध होती है तो हम सही इंसान बन जाते हैं और सभी धर्म का सम्मान करते हैं लेकिन कुछ लोग मेरा धर्म तेरा धर्म उसका धर्म करके अपनी रोटियां सेकते हैं यह गलत है. धर्म तो सभी के लिए समान है। जिस प्रकार सभी के शरीर में आत्मा है ठीक उसी प्रकार धर्म के बिना आत्मा अधूरी होती है और ज्ञान भी नहीं होता इसलिए हम सभी को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए।

शास्त्रों में भी धर्म को प्रथम स्थान दिया गया है, अगर आपको सभी धर्मों का ज्ञान प्राप्त करना है, तो सभी धर्मों का सम्मान करना होगा और धर्म का प्रचार प्रसार करके उनके आदर्शों को अपनाकर धर्म के नाम पर लड़ने वालों को सबक सिखाना होगा । उनको यह बताना होगा की धर्म मेरा या तुम्हारा नहीं होता.

धर्म कभी तोड़ना नहीं सिखाता बल्कि जोड़ना सिखाता है ।सभी धर्मों की अपनी अपनी परंपराएं होती हैं और उन नियमों को हम अपनाते हैं। जैसे कि हिंदू धर्म में शादी के समय मंदिर में पंडित जी के द्वारा सात फेरे करवाए जाते हैं ठीक उसी प्रकार ईसाई धर्म में शादी के लिए चर्च में जाना पड़ता है । सभी धर्मों की अपनी-अपनी मान्यता है. यह जरूरी नहीं है कि सभी को सभी धर्म अच्छे लगे और सभी अपनाएं, यह जरूरी नहीं है कि आप उनको अपनाओ लेकिन हम सभी धर्मों का सम्मान जरुर करे.

हमें बताये की धर्म का महत्व पर हमारे द्वारा लिखा यह लेख Hindi Essay on Jeevan me Dharm Ka Mahatva आपको कैसा लगा.

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