फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जीवन परिचय florence nightingale biography in hindi

florence nightingale biography in hindi

दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन परिचय को । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस लेख के माध्यम से फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन परिचय को पढ़ते हैं ।

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जन्म स्थान व् परिवार – फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 को फ्लोरेंस  ग्रैंड डची ऑफ  टस्केनी में हुआ था । इनकी फैमिली में इनके माता-पिता और एक बहन थी । फ्लोरेंस नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग आंदोलन का जन्मदाता कहा जाता है । यह कहा जाता है कि जिस समय फ्लोरेंस नाइटिंगेल नर्स बनी थी उस समय हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स मरीज की हिफाजत ठीक तरह से नहीं करती थी । उनको मरीज के पास जाने से डर लगता था ।

फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपने अथक प्रयासों से सबसे अच्छी नर्सिंग प्रयोगशाला का निर्माण किया था । इनका जन्म ब्रिटिश में एक समृद्ध परिवार में  हुआ था । उनके माता-पिता एवं बहन  फ्लोरेंस नाइटिंगेल  को नर्स नहीं बनाना चाहते थे । वह फ्लोरेंस नाइटेंगल का विवाह एक समृद्ध परिवार में करना चाहते थे  लेकिन फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने लोगों की भलाई के लिए अपने आप को नर्स बनाना उचित समझा था । वह ऐसो आराम छोड़ के लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहती थी ।

फ्लोरेंस नाइटिंगेल का नर्सिंग जीवन – फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपना जीवन नर्सिंग व्यवस्था को सुधारने में लगा दिया था । इसलिए फ्लोरेंस नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिंग आंदोलन का जन्मदाता कहा जाता है । इनका सपना था कि वह एक अच्छी नर्स बने और लोगों की सुरक्षा करें । उनका कहना था कि जो भी मरीज है उसकी देखभाल अच्छी तरह से की जाए और वह जल्द  ठीक होकर अपने घर पर चला जाए । वह धनी परिवार में जन्मी थी वह धन के लिए काम नहीं करती थी ।

उनका उद्देश्य था सिर्फ समाज सेवा करना । जिस समय फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने नर्सिंग करने की ठानी थी उस समय की नर्स रोगियों से घृणा करती थी , उनकी ठीक तरह से देखभाल नहीं करती थी । जब फ्लोरेंस नाइटेंगल की दादी मां बीमार हुई तब उनको सेवा करने का मौका मिला और उन्होंने अपनी दादी की रात दिन सेवा की थी । इसके बाद उनको और भी हौसला मिला और उन्होंने अपने परिवार के विरुद्ध जाकर नर्सिंग की पढ़ाई की । नर्सिंग की पढ़ाई करने के बाद वह एक अच्छी नर्स बनी थी ।

वह एक अच्छी नर्स बनी और नर्स बनने के बाद उन्होंने हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं को संभाला था । जब भी फ्लोरेंस नाइटिंगेल की ड्यूटी हॉस्पिटल में लगती थी तब वह मरीजों की सेवा निष्पक्ष भाव से करती थी । किसी तरह की घृणा मरीज के साथ नहीं करती थी । उनके साथ में रहने वाली नर्स भी उनके बताए गए रास्ते पर चलती थी । धीरे धीरे फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने नर्सिंग आंदोलन प्रारंभ कर दिया था । उन्होंने सभी नर्सों को अपनी जिम्मेदारी से भागने से रोका था ।

फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने एक अच्छी नर्स लेडी होने के साथ साथ एक अच्छी लेखक एवं अप्रयुक्त सांख्यिकी के रूप में भी अपना योगदान दिया था । फ्लोरेंस नाइटेंगल का पूरा ध्यान एक अच्छे नर्सिंग होम का निर्माण करना था । जहां पर मरीजों की सुरक्षा पूरी जिम्मेदारी के साथ की जाए । जो भी नर्स मरीज की सुरक्षा के लिए तैनात की गई है वह मरीज की सेवा निष्पक्ष भाव से करें । इस तरह से फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने आधुनिक नर्सिंग आंदोलन को सफल बनाया था ।

फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपना योगदान क्रीमिया युद्ध के समय दिया था । जब क्रीमिया युद्ध चल रहा था तब उस समय फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने 38 नर्सों का दल लोगों की सेवा के लिए तुर्की भेजा था नर्सों ने वहां पर घायल सैनिकों की सुरक्षा की थी ।

पुरस्कार – फ्लोरेंस नाइटेंगल को अपना जीवन लोगों की भलाई के लिए लगाया था । उनके इस योगदान को हम कभी भी नहीं भूल सकते हैं । ब्रिटिश सरकार ने उनको लेडी विद द कैंप की उपाधि से सम्मानित किया था । इसके बाद फ्लोरेंस नाइटिंगेल को रॉयल रेड क्रॉस से भी सम्मानित किया गया था ।

पुस्तकें – फ्लोरेंस नाइटिंगेल की सबसे अच्छी पुस्तक नोट्स ऑन नर्सिंग पुस्तक है । इस पुस्तक को पढ़कर कई नर्सों ने अपने जीवन की महत्वता को जाना है ।

निधन – फ्लोरेंस नाइटिंगेल का निधन 13 अगस्त 1910 को पार्कलैंड लंदन यूनाइटेड किंगडम में हुआ था ।

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