भोपाल गैस त्रासदी पर निबंध Essay on bhopal gas tragedy in hindi

Essay on bhopal gas tragedy in hindi

essay on bhopal gas tragedy in hindi-हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों हमारे जीवन में बहुत सी ऐसी घटनाएं होती हैं जिससे हमें बहुत नुकसान होता है लेकिन कुछ घटनाएं ऐसी होती हैं जिससे इतना नुकसान होता है की लोग लम्बे समय तक भी उसे भूल नहीं पाते और हमेशा उस बारे में बात सुनकर घबरा जाते है हमारे भारत देश के इतिहास में भी एक ऐसी ही घटना हुयी थी जिसके बारे में अगर बात दोबारा चलती है तो लोगो के सामने विनाशकारी गैस के कारण पीड़ित लोगो के चेहरे नज़र आने लगते है.

essay on bhopal gas tragedy in hindi
essay on bhopal gas tragedy in hindi

आज का हमारा आर्टिकल essay on bhopal gas tragedy in hindi आप सभी को भोपाल गैस त्रासदी के बारे में जानकारी देगा तो चलिए पढ़ते हैं भोपाल में होने वाली इस महाविनाशकारी घटना को जिससे लोग अभी तक उभर नहीं पाए हैं. भोपाल गैस त्रासदी मानव इतिहास में बहुत बड़ी त्रासदी माना जाता है.

भोपाल में होने वाली ये जनधन की त्रासदी हर व्यक्ति को सोचने पर मजबूर करती है कि इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है दरअसल भोपाल में स्थित कार्बाइड फैक्टरी में बहुत सारे लोग काम करते थे उस फैक्ट्री के आस पास कुछ झोंपड़ियां भी थी जिनमे लोग रहते थे जो वहां पर अपना गुजर बसर करते थे और अपने जीवन को जीते थे उनको क्या पता था की एक रात ऐसी भी आएगी जिसमे उन सभी को पता भी नहीं चलेगा और उनका जीवन काल के घेरे में चला जाएगा.भोपाल में इस दुर्घटना से इस फैक्ट्री से दूर रहने वाले लोगो को भी नुकसान हुआ था क्योकि ये गैस वायुमंडल में मिलकर एक बादल की तरह बन गयी और लोगो के शरीर में प्रवेश करने लगी.

लोगो को 1984 में भोपाल में हुई गैस त्राश्दी से भोपाल के लोगों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा दरअसल हानिकारक गैस कार्बाइड फैक्टरी से बाहर निकल गई जिस वजह से ये गैस वायुमंडल में मिल गई और उसने चारों ओर त्राहि त्राहि मचा दी दरह्सल फेक्टरी में एक टैंकर रखा हुआ था उस टेंकर के पानी से गैस मिलकर एक दम से ही तेजी से वहार निकली जिससे यह हमारे वायुमंडल में मिल गई और लोगों को बहुत नुकसान पहुंचाया दरअसल उस फैक्ट्री के पास बहुत से घर और कुछ झोंपड़ियां भी थी जिनमें गरीब लोग अपना गुजर बसर करते थे उनको पता भी नहीं था की अब क्या होने वाला है

जैसे ही वह गैस वातावरण में फेली और उन लोगो के शरीर के अंदर श्वास के द्वारा प्रवेश हुई तो किसी को श्वास लेने में परेशानी होने लगी तो किसीको कुछ भी देखने में परेशानी होने लगी और कुछ लोगो की मौत हो गई इस दुर्घटना में लगभग 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई लेकिन गैर सरकारी संस्थानों के अनुसार इससे भी ज्यादा इस त्रासदी में लोगों की मौत हुई.कुछ लोगों का मानना है कि 15000 के आसपास त्रासदी में लोगों की मौत हुई थी ये त्रासदी बहुत ही भयंकर थी

जैसे ही गैस वायुमंडल में पहुंची तो भोपाल के लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी और उनका सिर चकराने लगा कुछ लोगों को देखने में भी परेशानी आने लगी जिस वजह से वह अपने नज़दीकी हॉस्पिटल में डॉक्टरों से मिलने भी गए लेकिन इस तरह की स्थिति को देखकर डॉक्टर भी एक पल के लिए भयभीत हो गए उनको भी समझ में नहीं आया कि हम इसका उपचार कैसे करें क्योंकि इस तरह की सिचुएशन उन्होंने कभी नहीं देखी थी.

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भोपाल गैस त्रासदी लगभग 8 घंटे तक चली जिसमें बहुत सारे लोगों की मौत हुई कुछ लोगों को बहुत सी परेशानी हुई,कुछ लोगों का लंबे समय तक स्वास्थ्य खराब रहा लेकिन कुछ घंटो में भोपाल को सुरक्षित मान लिया गया था लेकिन इस तरह की त्रासदी के कारण लोग बहुत ही भयभीत होते हैं जब भी लोगों को ये बात याद आती है तो वह इससे डरते हैं और सोचते हैं कि इस तरह का जीवन में कभी ना हो.भोपाल गैस त्रासदी एक बहुत ही भयानक दुर्घटना थी जिसमें हजारों लोग मारे गए और बहुत से लोग लंबे समय तक इस सदमे में रहे.

इस दुर्घटना से बहुत से लोगों को शारीरिक परेशानी का सामना भी करना पड़ा कुछ लोगों को दिखाई देना बंद हुआ तो कुछ लोग शारीरिक रुप से अपंग हो गए.इस दुर्घटना के बारे में जब लोगों ने सुना तो उनको बहुत डर लगा.इस दुर्घटना में पीड़ित लोगो को उचित उपचार प्रदान करने के लिए वह की राज्य सरकार ने कुछ सप्ताहों में कुछ नए हॉस्पिटल खोले और इस दुर्घटना से पीड़ित मरीजो को कुछ बर्षो तक मुफ्त उपचार की व्यवस्था की गयी जिससे मरीजो को राहत मिली.भोपाल गैस त्रासदी को मानव इतिहास का सबसे बड़ा उद्योगिक त्रासदी माना गया है जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए और हजारों की संख्या में लोग मारे गए.

भोपाल गैस त्रासदी मानव इतिहास की एक ऐसी औधोगिक त्रासदी है जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता.इस घटना के द्वारा हानिकारक गैस से जितनी तेजी से लोगों को नुकसान पहुंचा है उतनी तेजी से शायद ही हथियारों से नुकसान पहुंचा जा सकता हो.आज भलेही इस भोपाल गैस काण्ड को काफी साल हो चुके हो लेकिन लोग आज भी इसे याद करके कापने लगते है क्योकि इस दुर्घटना से कुछ लोगो का तो ऐसा हाल हुआ था की वो ना सही तरह से जी सकते है और ना मर सकते है वो बस तड़पते रहते हैं.

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