बस की यात्रा पर कविता Bus ki yatra poem in hindi
Bus ki yatra poem in hindi
दोस्तों बस की यात्रा करने का बहुत से लोगों का शौक होता है। बहुत से लोग बस से यात्रा करके देश के कई तीर्थ स्थलों की यात्रा करते हैं।
देश के कई अन्य स्थलों की यात्रा भी वह बस के द्वारा करते हैं। कई लोगों को बस से यात्रा करना बेहद पसंद होता है, कई लोगों को तो रोजाना ही यात्रा करना पड़ती है।
बस की यात्रा पर आज हम आपके लिए लाए हैं कविता आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज की हमारी इस कविता को
बस से यात्रा करने हम चले
देश में भ्रमण करने हम चले
अपने घर से दूर हम
तीर्थ स्थलों की यात्रा करने हम चले
बस की यात्रा में पर्वत पहाड़ दिखते
हरे भरे पेड़ और झाड़ दिखते
बस से बाहर का नजारा साफ़ दिखता
उछलते नदियों का नजारा साफ दिखता
अपनों के साथ जब यात्रा करता
साथ रहने का मौका मुझे मिलता
खुशहाली जीवन में होती
मेरे चेहरे पर मुस्कान होती
झूलते हुए हम बस में चलें
बाहर का नजारा देखते चलें
बस से यात्रा करने हम चले
देश में भ्रमण करने हम चले
दोस्तों बस की यात्रा पर मेरे द्वारा लिखित यह कविता Bus ki yatra poem in hindi आपको कैसी लगी हमें जरूर बताएं। हमारी इस कविता को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें सब्सक्राइब जरूर करें जिससे इस तरह के बेहतरीन लेख हम आपके लिए ला सकें।