शंकराचार्य जी की शिक्षा Adi Guru Swami Shankaracharya Teachings & Information in Hindi

दोस्तों आज की हमारी ये पोस्ट Swami Shankaracharya Information in Hindi एक ऐसी प्रेरणादायक घटना है जो आपको जीवन में बहुत कुछ सिखाएगी,एक हमेशा एक अच्छा इन्सान बनने की कोशिश करनी चाहिए,मेरा ये मानना है की इन्सान को ये सोचना चाहिए की मेरे साथ भलेही कुछ गलत हो जाए लेकिन किसी दुसरे के साथ गलत ना हो पाए,और अगर एक इन्सान ऐसी भावना रखेगा तोह दुनिया स्वर्ग लगेगी,चलिए आज एक ऐसी ही स्वामी शंकराचार्य जी के जीवन की एक घटना के बारे में जानते है जिन्होंने कुछ ऐसा ही किया और हम सबको एक प्रेरणा दी.

Swami Shankaracharya teachings & information in hindi 

जब शंकराचार्य जी अपने बचपन में आश्रम में शिक्षा ग्रहण करते थे तोह उस आश्रम में एक नियम था की सभी शिष्य राज्य में भिक्षा मांगने जाते थे और जो शिष्य जिस घर में भिक्षा मांगने जाये,उसे जो भी भिक्षा में मिलता उसे उसी में संतुस्ट होना पड़ता था,शिष्य अगर दुसरे घर में भिक्षा मांगने जाए तोह ये एक अपराध माना जाता था. 

एक दिन शंकराचार्य जी एक बूड़ी औरत के घर पर भिक्षा मांगने गए तोह उस औरत ने उन्हें भिक्षा में आंवले दे दिए,शंकराचार्य जी ने उन्हें स्वीकार किया ओर वहा से चल दिए और वोह दुसरे घर के दरबाजे पर पहुचे,उस द्वार पर एक अमीर औरत आई,शंकराचार्य जी उस औरत से बोले की अगर आप मुझे भिक्षा के रूप में कुछ देना चाहती है तोह मेरे साथ चलिए और उस औरत को कुछ दे दीजिये,वोह सेठानी उनके साथ गयी ओर उस बूदी औरत को एक थाल में कुछ अच्छी खाने की बस्तुये दे आई.

शंकराचार्य जी आगे उस सेठानी से बोले की आप मुझे भिक्षा में कुछ ओर देना चाहोगी तोह इस पर सेठानी की सहमति के बाद शंकराचार्य जी बोले की वोह औरत जब तक जीवित रहे तब तक आप उसकी जीविका चलाना.इस पर वोह औरत सहमत हुयी ओर उसने उस बूदी औरत की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली.

इसके बाद श्री शंकराचार्य जी अपने गुरूजी के पास गए ओर बोले की गुरूजी मेने आज हमारे आश्रम के नियमो को तोडा है इसलिए आप मुझे सजा दे,लेकिन गुरूजी को ये घटना पहले ही पता चल गयी थी,उन्होंने शंकराचार्य जी को उनके इस गुण के लिए सावासी दी ओर वोह उनके इस कर्म से जान चुके थे की वाकई में ये बड़े होकर कुछ अच्छा करेंगे ओर महान इन्सान बनेंगे.

कुछ time बाद हुआ भी कुछ ऐसा ही शंकराचार्य जी अपने इन्ही गुणों के कारण ही एक महान इन्सान बने.

दोस्तों इसी तरह हमको इनके इस गुण से सीखने की जरुरत है,अगर आप अपनी life में कुछ अच्छा करना चाहते हो तोह दूसरो के बारे सोचे,उनकी मदद करे,आज इन्सान इस दुनिया में सिर्फ अपने बारे में सोचता है उसे किसी से कोई मतलब नहीं,कुछ लोगो तोह दूसरे तोह छोडो,अपने parivar अपने मा बाप से मतलब नहीं रखते.

लेकिन जिन्दगी में आगे बढ़ने के लिए सबसे जरुरी है एक अच्छे ओर सच्चे इन्सान बनने की.

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