राधा रमण मंदिर का रहस्य व् इतिहास Radha raman mandir vrindavan rahasya history in hindi

Radha raman mandir vrindavan rahasya history in hindi

दोस्तों नमस्कार, कैसे हैं आप सभी दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं श्री राधा रमन मंदिर के बारे में। श्री राधा रमन मंदिर जो कि श्री वृंदावन में स्थित है। श्री राधा रमन मंदिर वृंदावन के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है तो चलिए पढ़ते हैं राधा रमन मंदिर के कुछ रहस्य एवं इतिहास के बारे में

Radha raman mandir vrindavan rahasya history in hindi
Radha raman mandir vrindavan rahasya history in hindi

राधा रमन मंदिर का रहस्य एवं इतिहास राधा रमन मंदिर का इतिहास 500 साल पुराना है। राधा रमन मंदिर का निर्माण गोपाल भट्ट गोस्वामी जी ने कराया है, गोपाल भट्ट गोस्वामी जी को भगवान से काफी लगाव था वह हमेशा भगवान की पूजा आराधना करने में लीन रहते थे, वह भगवान के दर्शन करना चाहते थे।

एक बार उनके सपने में भगवान आए और उन्हें कहा कि तुम नेपाल की यात्रा करो तो तुम्हें मेरे दर्शन होंगे। सपने में बताई हुई बात को श्री गोपाल भट्ट गोस्वामी जी ने बड़ी गहराई से लिया और उन्होंने नेपाल की यात्रा करना शुरू कर दिया।

नेपाल की यात्रा करते समय वह वहां की एक प्रसिद्ध नदी काली गंडकी नदी के पास रुके, इस नदी में उन्होंने स्नान किया जब वह इस नदी में स्नान कर रहे थे तब उन्होंने अपने बर्तन में कुछ शालिग्राम शिलाओं को प्रवेश करते हुए देखा, वह काफी खुश हुए तब उन्होंने इस बात पर विशेष ध्यान नहीं दिया लेकिन जब बार-बार वह शालिग्राम शिलाएं उनके बर्तन में प्रवेश करती तो वह आश्चर्यचकित रह गए, उन्होंने उन शिलाओं को अपने साथ में रख लिया। वह उनकी रोज पूजा करने लगे।

एक समय की बात है कि एक बहुत ही धनी आदमी गोपाल भट्ट गोस्वामी जी के पास में आए, उन्होंने उनको कुछ वस्त्र और आभूषण दान में दिए लेकिन अपनी इन शालिग्राम शिलाओ को देखकर वो थोड़े निराश हुए उन्होंने सोचा कि यह शिलाएं वस्त्र नहीं पहन सकती, उन्होंने दान लेने से मना भी किया लेकिन उस धनी व्यक्ति ने उन वस्त्रों और आभूषणों को वापस लेने से मना कर दिया तभी वह सोचते की कास यह शिलाएं किसी आकार में होती जिससे मैं वस्त्र पहन सकता और उनकी पूजा आराधना करता।

यह सोचकर उनकी नींद लग गई सुबह-सुबह वह स्नान आदि से निवृत होकर अपने घर पर आए और उन्होंने उन शिलाओं की पूजा करने के लिए उन्हें देखा तो वह काफी आश्चर्यचकित हो गए, उन्होंने देखा कि वह सभी शिलाएं एक भगवान के आकार में परिवर्तित हो गई हैं, उन्हें एक देवता का पूर्ण आकर मिल चुका था यह देखकर वह काफी खुश हुए।

वह भगवान के इस चमत्कार को समझ चुके थे उसके बाद उन्होंने एक मंदिर का निर्माण कराया, उस मंदिर का नाम श्री राधा रमन रखा गया। इस मंदिर परिसर के अंदर श्री गोपाल भट्ट गोस्वामी जी की समाधि भी है।

यदि आप मथुरा वृंदावन जाते हैं तो वृंदावन के इस राधा रमन मंदिर के दर्शन करने जरूर जाएं, यह वृंदावन का काफी प्रसिद्ध मंदिर है।

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