श्री कृष्ण बलराम मंदिर इस्कॉन वृंदावन Iskcon temple vrindavan history in hindi

Iskcon temple vrindavan history in hindi

दोस्तों नमस्कार कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज के हमारे इस आर्टिकल में हम पढ़ने वाले हैं वृंदावन के एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर इस्कॉन टेंपल या श्री कृष्ण बलराम मंदिर के बारे में तो चलिए पढ़ते हैं इस मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी

Iskcon temple vrindavan history in hindi
Iskcon temple vrindavan history in hindi

मंदिर के बारे में

इस्कॉन टेंपल वृंदावन का एक बहुत ही बेहतरीन मंदिर है इसे एक बार जरूर देखना चाहिए। इस्कॉन मंदिर को हम श्री कृष्ण बलराम मंदिर के नाम से भी जानते हैं इसे लोग अंग्रेजों का मंदिर भी कहते हैं। इस मंदिर के आसपास भी आपको कई अंग्रेज देखने को मिलते हैं यह बहुत ही बेहतरीन मंदिर है और प्रेम मंदिर के पास में ही है जहां से आप चाहे तो प्रेम मंदिर से पैदल ही इस्कॉन मंदिर पर जा सकते हैं।

यह मंदिर विशालकाय मंदिर है इसे एक बार जरूर देखना चाहिए।

मंदिर का इतिहास

इस मंदिर के इतिहास की बात करें तो इस मंदिर का इतिहास लगभग 1970 से है इसको स्थापित स्वामी प्रभुपाद जी ने स्थापित किया था। दरअसल स्वामी प्रभु पाद जी का शुरू से ही एक सपना था वह चाहते थे कि भगवान श्री कृष्ण और उनके बड़े भाई बलराम जी का एक मंदिर वृंदावन में बने इसलिए उन्होंने इसकी स्थापना की।

1970 से इस मंदिर का काम शुरू हुआ और 1975 में यह मंदिर बनकर तैयार हो गया और इसका उद्घाटन किया गया और तब से इस मंदिर पर दर्शन करने के लिए श्रद्धालु बड़ी भक्ति भावना से आते हैं।

मंदिर में मनाए जाने वाले त्योहार

श्री कृष्ण बलराम मंदिर यानी इस्कॉन टेंपल में कई त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाए जाते हैं इनमें विशेष है होली, होली का त्यौहार भगवान श्री कृष्ण के इस मंदिर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। बहुत सारे श्रद्धालु इस दिन मंदिर पर दर्शन करने के लिए आते हैं।

इस्कॉन टेंपल पर जन्माष्टमी भी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है कृष्ण भगवान के इस पावन जन्म उत्सव पर लाखों श्रद्धालु इस मंदिर पर दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इसके अलावा रंग पंचमी एवं गोवर्धन पूजा जैसे त्यौहार भी इस मंदिर पर बड़े धूमधाम से मनाए जाते हैं और श्रद्धालु वृंदावन के इस बेहतरीन इस्कॉन टेंपल पर दर्शन करने के लिए जरूर जाते हैं।

मंदिर का विशेष महत्व

इस मंदिर का विशेष महत्व है। दरहसल भगवान श्री कृष्ण और उनके बड़े भाई बलदाऊ जी को समर्पित इस मंदिर का बहुत ही विशेष आध्यात्मिक महत्व है। इसके अलावा इस मंदिर में बच्चों को भी शिक्षा दी जाती है, उन्हें योगाभ्यास और ध्यान आदि सिखाया जाता है, उन्हें आध्यात्मिक ज्ञान भी सिखाया जाता है, कई इस तरह के ज्ञान सीखने के लिए कार्यक्रम भी रखे जाते हैं।

इसके अलावा इस मंदिर में बच्चों को गीता पुराण आदि का ज्ञान भी दिया जाता है। इस मंदिर में गरीबों की भी मदद की जाती है वास्तव में वृंदावन का इस्कॉन मंदिर काफी भव्य मंदिर है इसका काफी विशेष महत्व है।

मंदिर से जुड़ी मान्यताएं

मंदिर से जुड़ी यह मानता है कि भगवान श्री कृष्ण और श्री बलराम जी के दर्शन करने एवं प्रार्थना करने से हमारी इच्छायें पूरी हो जाती हैं, बस हमने वह मनोकामनाएं अपने सच्चे मन से की हुई हों।

दोस्तों मेरे द्वारा लिखा वृंदावन के इस्कॉन मंदिर पर आर्टिकल Iskcon temple vrindavan history in hindi आपको कैसा लगा हमें बताएं, इसी तरह के बेहतरीन आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें सब्सक्राइब करें धन्यवाद।

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