कुल्हाड़ी की धार “Inspirational Short Story On Success in Hindi-Kulhadi Ki Dhaar”
लेकिन हमें किसी काम के सही रिजल्ट नहीं मिलते तो हम उदास हो जाते हैं लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि हमें उदास ना होते हुए कुछ ऐसा करना चाहिए कि हमें सफलता बहुत जल्द और बहुत बड़ी मिल सके,आज हम एक ऐसी कहानी पढ़ने वाले हैं जो हम सबको बताएगी कि हमें जीवन में जल्दी कामयाब होने के लिए क्या करना चाहिए तो चलिए पढ़ते हैं इस कहानी को.
काफी समय पहले की बात है कि किसी गांव में मोहन नाम का एक लड़का रहता था,उसे नौकरी नहीं मिल रही थी तब एक दिन उसे जंगल में पेड़ काटने का काम मिल गया,वह बहुत खुश हुआ और उत्साह में अपनी कुल्हाड़ी से पेड़ काटने चला जाता,पहले दिन वह पेड़ काटने गया तो उत्साह बस उसने पहले दिन 20 पेड़ काटे,उसका सेठ बड़ा खुश हुआ तो मोहन ने दूसरे दिन भी बड़े उत्साह में ज्यादा से ज्यादा पेड़ काटने की कोशिश की लेकिन दूसरे दिन वह सिर्फ 15 पेड़ काट पाया,इसके बाद तीसरे दिन वह पेड़ काटने गया तो सिर्फ 10 लकडिया काट पाया,वह सोचने लगा कि मैं इतने उत्साह बस लकड़ियां काट रहा हूं फिर भी पेड़ काटने की संख्या कम क्यूं हो रही है.
इसी परेशानी के सुझाव के लिए वह सेठ जी के पास गया और बोला सेठजी मैं 3 दिनों से पेड़ काट रहा हूं लेकिन पेड़ दिनादिन कम कट रहे हैं जबकि मैं पूरी लगन और ताकत के साथ रोज पेड़ काट रहा हूं,सेठ जी बोले-तेरी पेड़ काटने वाली कुल्हाड़ी की धार कम हो गई है,तू अपनी कुल्हाड़ी की धार निकाल ले फिर पेड़ ज्यादा कटने लगेंगे
दोस्तों यही हमारी जिंदगी में होता है,हम अपनी जिंदगी में काम करते जाते हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं कर पाते जिससे हमारे काम करने की गति बड़े,अगर हमारे काम की गति कम हो तो हमें उसमें सुधार के लिए प्रयत्न करना चाहिए और जीवन में कामयाब होने के लिए हमें कहीं ना कहीं से प्रेरणा लेनी चाहिए जिससे हमारी कुल्हाड़ी की धार रूपी क्षमता कम ना हो.
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