ठेला चलाने वाले के लड़के की कहानी ias toppers success stories in hindi

ias toppers success stories in hindi

santosh kumar gupta ias story-हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल ias toppers success stories in hindi एक ऐसे महान इंसान के बारे में है जिसने आईएएस बनने का अपना सपना पूरा किया है वह एक गरीब पिता के ऐसे लड़के हैं जिन्होंने अपनी मेहनत से पूरे देश में नाम कमाया है चलिए पढ़ते हैं इनके बारे में

ias toppers success stories in hindi
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ias संतोष गुप्ता बिहार के रहने वाले हैं दरअसल वह बिहार के एक छोटे से गांव में रहते थे उनके पापा जी ठेला चलाते थे उनके पिता का नाम मुरारी प्रसाद गुप्ता है उनके पिता अपने परिवार का खर्चा चलाने के लिए दिनभर ठेला चलाते थे,बोरियां उठाते थे उन्होंने अपने लड़के संतोष को अच्छी तरह पढ़ाई करने की शिक्षा दी और जब संतोष पढ़ाई में अच्छे रहे तो उन्होंने उनके लड़के संतोष को आईएएस करने के लिए शहर भेज दिया लेकिन जब गांव वालों को यह पता बात लगी तो सभी गांव वाले उनका मजाक उड़ाते कि पैसे वाले अमीर लोगों के भी बच्चे IAS नहीं बन पाते तो तुम्हारा बच्चा आईएएस कैसे बनेगा

वह उनको पागल कहते,सनकी कहते लेकिन संतोष जी के पिता किसी की नहीं सुनते थे वह अपने बच्चे के आईएएस बनने के सपने को लगातार साकार करने के लिए प्रयत्न किए जा रहे थे.जब एक दिन इनके पिता को पता लगा कि उनका लड़का संतोष iAS ऑफिसर बन गया है तो उनको तो यह भी पता नहीं था कि यह IAS ऑफिसर क्या होता है अब लोग और उनकी प्रशंसा करने लगे.

एक इंटरव्यू के जरिए संतोष जी के पिता ने हम सभी को बताया कि कैसे उन्होंने अपने जीवन में मेहनत करके अपने लड़के को पढ़ाया और कैसे गांव के लोग उनका मजाक उड़ाते थे.संतोष के पिता को यह बात पता लगी कि उनका लड़का एक बहुत बड़े लेवल पर एक अफसर बन गया है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा उन्हें अपने कानों पर,अपनी आंखों पर विश्वास नहीं रहा क्योंकि एक ठेला चलाने वाले गरीब व्यक्ति के लड़के को कलेक्टर बनाने का सपना बहुत ही मुश्किल होता है

लेकिन आज गरीब पिता के लड़के संतोष ने वो कर दिखाया और iAS ऑफिसर बन कर दुनिया को प्रमाणित कर दिया की अगर एक इंसान मेहनत करें तो वह जीवन में किसी भी पद पर पहुंच सकता है,कुछ भी प्राप्त कर सकता है यह उसकी मेहनत और सोच के ऊपर निर्भर करता है जरूरी नहीं कि वह व्यक्ति गरीब है या अमीर है.

आज संतोष अपने जीवन में बहुत खुश हैं उनके पिताजी उन्हें सलाह देते हैं कि कभी भी iAS ऑफिसर के पद पर रिश्वत मत लेना वाकई में एक गरीब ठेला चलाने वाले के लड़के के IAS ऑफिसर बनने तक की कहानी लाजवाब है यह हमें जीवन में कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरित करती है.आप भी जीवन में कुछ करिए जीवन में आगे बढ़ने का प्रयत्न करिए यह मत सोचिए कि आप गरीब हो या अमीर.

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