सर्व शिक्षा अभियान पर निबंध Essay on sarva shiksha abhiyan in hindi language

Essay on sarva shiksha abhiyan in hindi language

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,आज हम आपके लिए लाए हैं सर्व शिक्षा अभियान पर निबंध.हमारे द्वारा लिखित इस निबंध का उपयोग विद्यार्थी अपने स्कूल की परीक्षा में निबंध लिखने के लिए यहां से जानकारी ले सकते हैं साथ में अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए भी आप इस निबंध को जरूर पढ़े और सर्व शिक्षा अभियान में शामिल हो

Essay on sarva shiksha abhiyan in hindi
Essay on sarva shiksha abhiyan in hindi

हम सभी जानते हैं कि शिक्षा हमारा मूलभूत अधिकार है शिक्षा के जरिए लोग सही और गलत को समझने लायक बनते हैं शिक्षा ही है जो एक मनुष्य को मनुष्य बनाती है जिस देश में शिक्षा पर जोर दिया जाता है वह देश बहुत तेजी से विकास करता है.शिक्षा के महत्व को समझते हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने सर्व शिक्षा अभियान का शुभारंभ किया था दरअसल सर्व शिक्षा अभियान का मतलब सभी को शिक्षा प्रदान करना होता है इस अभियान का वास्तव में यही मकसद था कि हर एक इंसान शिक्षा प्राप्त कर सके.

शुरुआत में प्रौढ़ शिक्षा दी गई जिसमें 35 वर्ष तक की आयु के लोगों को शिक्षा दी जाती थी इस शिक्षा को देने के लिए कई योग शिक्षक रखे गए जो लोगों को शिक्षित करते थे लेकिन कुछ समय बाद यह अभियान सर्व शिक्षा अभियान के रूप में चलाया गया जिसमें हर किसी को शिक्षा दी जाती है.

हमारा भारत देश भलेही स्वतंत्र हो गया था लेकिन बहुत सारे लोग अशिक्षित थे लेकिन सर्व शिक्षा अभियान के बाद लोगों को शिक्षित किया गया और 2007 तक 5 वर्ष की आयु वाले सभी बच्चों को प्राथमिक शिक्षा दिलवाई गयी इसके बाद इस अभियान का लक्ष्य 2010 तक 8 वर्ष की आयु वाले सभी बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा पूरी करवाई गयी. सर्व शिक्षा अभियान जब से शुरू किया गया था तब देश में साक्षरता का प्रतिशत बहुत ही कम था लेकिन धीरे-धीरे इस सर्व शिक्षा अभियान की वजह से साक्षरता प्रतिशत बढ़ा और लोगों को बहुत फायदा भी हुआ.

सर्व शिक्षा अभियान से लाभ-

वास्तव में सर्व शिक्षा अभियान से हर किसी को लाभ हुआ है बच्चों,नौजवानों सभी को शिक्षा दी जाती है महिला,पुरुषों को भी समान रूप से शिक्षा दी जाती थी हमारे देश मे बहुत से गांव ऐसे भी थे जहाँ स्कूल नहीं थे लेकिन सर्व शिक्षा अभियान के तहत गांव गांव में स्कूल खुले और शिक्षा की उचित व्यवस्था की गई. शिक्षा के साथ इस अभियान के साथ में कई और अभियान चलाए गए जिसके तहत बच्चों को स्कूल में भोजन भी दिया जाता है और 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों को शिक्षा अनिवार्य रूप से लेना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य रहा.

सर्व शिक्षा अभियान से साक्षरता का प्रतिशत बहुत हो चुका है आजकल लड़का-लड़की सभी पढ़ाई करने लगे है इस अभियान के तहत सभी बच्चों को निशुल्क किताबें वितरित की जाती हैं और नए नए शिक्षकों की नियुक्ति की गई जिससे बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने में किसी भी तरह का व्यवधान ना हो.सरकारी स्कूल में नई तरह से अच्छी व्यवस्थाएं प्रदान की गई.

स्कूलों में शोच और पानी की उचित व्यवस्था की गई जिससे विद्यार्थियों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो.बालक बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनवाए गए जिससे उन सभी गरीब असहाय लोगों को मदद मिली जिनके पास पैसा नहीं है और जो अपने बच्चों को पढ़ाने में असमर्थ थे. आजकल गरीब भी अपने बच्चों को पढ़ाने लगे हैं क्योंकि सर्व शिक्षा अभियान ने इसमें उनकी काफी मदद की है सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों को कंप्यूटर इंटरनेट की शिक्षा दी गई क्योंकि ये शिक्षा भी बेहद जरूरी है

वास्तव में सर्व शिक्षा अभियान की वजह से गांव और शहरों की तस्वीर बदल गई है गांव के बच्चे भी आजकल पढ़ लिखकर ऊंचे पदों पर आश्रित होते हैं वह भी आगे बढ़ सकते हैं.सर्व शिक्षा अभियान के जरिए गरीबों की काफी मदद हुई है धर्म, जाति आदि के अंतर को दूर करके लड़के लड़कियां सभी को समान रुप से शिक्षा दी जाती है जिससे उन्हें फायदा मिला एवं कई सारे लाभ सर्व शिक्षा अभियान के जरिए लोगों को प्राप्त हुए.

सर्व शिक्षा अभियान के प्रति हमारा कर्तव्य-

हम सभी जानते हैं कि अगर किसी अभियान में लोग साथ ना दे तो उस अभियान की सफलता नहीं हो सकती.सरकार के इस अभियान का उद्देश्य गांव गांव के लोगों को शिक्षित करना है जिससे उनको सही गलत समझने की क्षमता हो और साथ में वह पढ़ लिखकर कुछ रोजगार पा सकें.आजकल हम देखें कि अनपढ़ लोगों को कोई ढंग का काम भी नहीं मिल पाता हर जगह पढ़े लिखे लोगों की जरूरत है ये सर्व शिक्षा अभियान वास्तव में हमारे लिए,हमारे परिवार के लिए बहुत ही लाभदायक है.

हम सभी को इस अभियान के प्रति अपना कर्तव्य निभाना चाहिए. हमें भी सरकार की योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए और अपने बच्चे बच्चियों को सर्व शिक्षा अभियान के साथ शामिल करना चाहिए, उन्हें स्कूल जरूर भेजना चाहिए और उच्च शिक्षा प्राप्त कर उन्हें बड़े पदों पर आश्रित करना चाहिए.

हम सब यह सोचते हैं कि सिर्फ हमारे सोचने से क्या होगा यही सोच हमें पीछे रखती है. हम सभी को इस अभियान के प्रति सिर्फ यह सोचना चाहिए कि हमें हमारे कदम आगे बढ़ाने हैं हम जब आगे बढ़ेंगे तो पीछे पीछे और भी लोग आगे बढ़ेंगे. हमें अपने पूरे परिवार को शिक्षित करना चाहिए और सरकार की योजनाओ में सहयोग करना चाहिए. हमारा कर्तव्य है कि अगर हम आसपड़ोस में अनपढ़ बच्चों को देखे तो उनके मां-बाप को सलाह दें कि वह नजदीक के स्कूल में उसे पढ़ाये.

कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बच्चों से मेहनत मजदूरी करवाते हैं वो पढ़ने की उम्र में भी उनसे काम करवाते हैं. हमारा कर्तव्य है कि बच्चों एवं उनके मां बाप को शिक्षा के लाभ की जानकारी दे, उन्हें शिक्षा प्रदान करें क्योंकि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं वास्तव में बच्चे हमारे देश की तस्वीर बदल सकते हैं हमें इस अभियान का लाभ उठाना चाहिए

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