दुनिया छोटी हो रही है पर निबंध Essay on duniya choti ho rahi hai in hindi
Essay on duniya choti ho rahi hai in hindi
दोस्तों नमस्कार, कैसे हैं आप सभी आज मैं आपके लिए लाया हूं दुनिया छोटी हो रही है पर मेरे द्वारा लिखित यह निबंध आप इसे जरूर पढ़ें और अपनी परीक्षाओं की तैयारी यहां से करें।
दुनिया छोटी हो रही है इससे अभिप्राय यह निकलता है कि दुनिया मैं जनसंख्या कम होती जा रही है। आज हम देखें तो हमारी इस प्यारी सी दुनिया को कई तरह की व्याधियों ने घेर लिया है जिस वजह से दुनिया सिमट कर रह गई है, दुनिया में कोरोना वायरस जैसी महामारी की वजह से कई सारे लोग दिनादिन मारे जा रहे हैं। चीन, अमेरिका, इटली जैसे देशों में तो यह समस्या काफी गंभीर रूप ले रही है।
हमारे भारत देश में भी कई सारे लोग मर रहे हैं इस हिसाब से देखें तो दुनिया छोटी सी हो रही है। देश के कई सारे ज्योतिषी यह भी कहते हैं कि भारत देश सबसे शक्तिशाली देश बन कर उभरेगा एवं कई सारे देशों को भारत अपनी शरण देगा क्योंकि कई सारे देशों की बहुत सी आबादी धीरे-धीरे कम होती जा रही है। 2020 की इस कोरोनावायरस की व्याधि से पहले 100 साल पहले लगभग 1920 में भी एक व्याधि आई थी जिसने पूरी दुनिया भर से करोड़ों लोगों की जान ले ली थी और एक बहुत बड़ा संकट खड़ा हो गया था।
इस दुनिया में कई तरह के विश्व युद्ध भी हो चुके हैं जिससे इस पूरे विश्व को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा है। यदि पहले की तरह आज के जमाने में यह सब होता है तो वास्तव में दुनिया बहुत छोटी हो जाएगी। आज हमारे भारत देश में सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है जिससे कोरोनावायरस से देश मैं ज्यादा लोगों को नुकसान ना हो और देश-दुनिया सुरक्षित बच सकें। किसी परमाणु बम से भी शायद इतने ज्यादा लोगों का नुकसान ना हो उतने इस करोना वायरस से नुकसान हो रहा है, यह दुनिया तेजी से कम होती प्रतीत हो रही है।
दुनिया छोटी हो रही है इसका हम एक अलग अर्थ भी निकाल सकते हैं। दुनिया छोटी हो रही है इसका एक अर्थ यह भी होता है कि पहले के जमाने में लोग अपने परिवार वालों के साथ, अपने आस-पड़ोस वालों के साथ बहुत ही अच्छा व्यवहार करते थे। वह अक्सर सुबह-शाम आसपास के लोगों से मिलते थे। आजकल के इस आधुनिक युग में बहुत कुछ बदल रहा है हमारी यह दुनिया छोटी सी दुनिया प्रतीत होती है।
आज हम देखें तो मोबाइल, इंटरनेट की इस दुनिया में ज्यादातर लोग केवल मोबाइल इंटरनेट पर ही बिजी रहते हैं, वह टीवी में ही पूरी दुनिया देखते हैं ऐसा लगता है कि यह दुनिया सिमट कर रह गई है। कई लोगों को तो अपने परिवार वालों से या अपने आस-पड़ोस वालों से कोई मतलब ही नहीं रह गया है। दिना दिन ये दुनिया छोटी हो रही है। हम सभी को यह सब समझने की जरूरत है और आजकल की इस आधुनिक युग में एक दूसरे को समझकर उनके साथ समय बिताने की जरूरत है जिससे यह दुनिया छोटी ना लगे।
हमें टीवी और इंटरनेट की दुनिया से निकलकर इस समाज का, दुनिया का एक हिस्सा बनने की जरूरत है जिससे हम एक खुशी का अनुभव करते हैं और अपने समाज, देश की उन्नति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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