दहेज़ प्रथा पर निबंध Dahej pratha ek abhishap essay in hindi

Dahej pratha ek abhishap essay in hindi

Dahej pratha ek abhishap essay in hindi-दोस्तों कैसे हैं आप सभी,जैसे की हम सभी जानते हैं कि आज दहेज प्रथा तेजी से बढ़ती जा रही हैं और इसी के संबंध में आज हम आपके साथ शेयर करने वाले हैं Dahej pratha nibandh hindi दोस्तों दहेज हमारे जीवन में एक अभिशाप है
Dahej pratha ek abhishap essay in hindi
Dahej pratha ek abhishap essay in hindi

हम जब भी किसी लड़की की शादी करते हैं तो लड़के वालों को दहेज देते हैं या फिर कुछ रुपए देते हैं इसी तरह कुछ लड़के वाले शादी करने के बदले में कुछ पैसे मांगते हैं या कुछ भी मांग करते हैं उसको हम दहेज कहते हैं,दहेज हमारे जीवन में बहुत ही ज्यादा बुरा प्रभाव डालता है दरअसल दहेज प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही एक कुप्रथा है जिसका बहुत सारे ज्ञानियों ने विरोध किया है और आज हम इसी Dahej pratha ek abhishap essay in hindi के बारे में विस्तृत पढ़ने वाले हैं.

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दोस्तों प्राचीन काल में जब भी कोई मां बाप अपनी लड़की की शादी करते थे तो लड़की वालों को कुछ दहेज के रूप में देते थे साथ में लड़के वालों को भी अधिकार होता था कि वह अपनी मर्जी से कुछ भी मांगे यह प्रथा प्राचीन काल से ही अभी तक चली आ रही है आज के युग में भी लोग दहेज देते हैं और दहेज लेते हैं मैंने अक्सर देखा है लड़की वाले अक्सर लड़के वालों से पूछते हैं कि आपको क्या चाहिए या फिर लड़के वाले लड़की वालों से अपनी कोई मांग दहेज के रूप में पूरी करवाते हैं यह बहुत गलत है

आजकल के युग में जैसे ही हम देखते हैं कि आज लोग लड़की पैदा करने से डरते हैं दोस्तों देखा जाए तो सबसे बड़ा कारण यही है कि लोग सोचते हैं कि अगर लड़की पैदा होगी तो उसको दहेज देना पड़ेगा दोस्तों आजकल के समाज में ये क्रुती है जो दिनों-दिन लोगों की सोच सोच खराब कर रही है.

हम सभी को इस सोच को बदलने की जरूरत है हम सभी को एक पहल करने की जरूरत है और दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा को हमारे समाज से दूर भगाने की जरूरत है और ऐसे समाज की स्थापना करने की जरूरत है कि जब भी किसी घर में कोई लड़की जन्म ले तो मां बाप उसके जन्म पर दुखी ना हो मां बाप उसके जन्म पर बहुत खुश हो.

हम सभी को बहुत सी बात समझने की जरूरत है सबसे पहली तो यह है कि हम सभी समझें कि अगर हम किसी लड़की को कुछ देते हैं और सिर्फ इसी वजह से लड़के वाले हमारी लड़की से शादी करते हैं तो कहीं ना कहीं सामने वाले लड़के वालों की हमको इंसानियत दिख जाती है मतलब उस में इंसानियत नाम का कोई गुण नहीं दिखता ऐसे लोगों से शादी करना ही बेकार है और दूसरी बात यह है कि अगर कोई इंसान लड़की वालों से दहेज मांगता है इससे पता लग जाता है कि वह इंसान ही नहीं है

क्योंकि जो इंसान खुद कमा नहीं सकता जो इंसान दूसरों पर निर्भर होता है वो इंसान जिंदगी में कभी कुछ कर नहीं पाता हमको अपनी मेहनत से कुछ पाना चाहिए और जो भी करना चाहिए अपनी मेहनत से करना चाहिए ना कि दूसरों से दहेज मांगना चाहिए.

दोस्तों आजकल हमारे देश में दहेज प्रथा तेजी से बढ़ती जा रही है कुछ लोग तो इनमे ऐसे होते हैं जो दहेज लेने और देने में बहुत सी बातें सोचते हैं कुछ लोग दहेज देते हैं क्योंकि वह सोचते हैं कि हमारे समाज के लोग अगर देखेंगे तो कहेंगे कि इसने अपनी लड़की को कुछ नहीं दिया बस इसी सोच के साथ वह लोगों को दहेज दे देते हैं उनके पास भले ही पैसा ना हो तो भी वह अपनी लड़की को दहेज के साथ विदा करते हैं और दूसरी और लड़के वाले होते हैं वह दहेज इसलिए मांगते हैं उनकी सोच होती है कि अगर सामने वाले ने हमको दहेज नहीं दिया तो हमारी समाज में कोई वैल्यू नहीं होगी,समाज वाले हम से कहेंगे कि आपको कुछ दहेज में नहीं मिला

कहने का मतलब यह है यह फिजूल की सोच यह बेकार सोच लोगों को जिंदगी में दहेज प्रथा की ओर अग्रसर करती है मेरा मानना यह है कि हमें ना तो किसी को दहेज देना चाहिए और ना ही हम को दहेज मांगना चाहिए

हम सभी को दहेज प्रथा का विरोध करना चाहिए और एक अच्छा इंसान बनना चाहिए.

मेरा मानना तो यह है कि जब लड़की लड़के के घर पर जाती है तो दहेज लड़की वालों को देना नहीं बड़की लेना चाहिए क्योंकि लड़की वाला एक इंसान अपनी लड़की को पैदा करता है कहने का मतलब यह है कि सामने वाला हमको कुछ देता भी है अपनी लड़की देता है और उसके बदले में भी कुछ दहेज के रूप में पैसा,सामान देता है तो इसका हमें बढ़ा ही सम्मान करना चाहिए लेकिन आजकल के लोग दहेजप्रथा में लोभी हो जाते हैं कि वह शादी में मिल रहे कम पैसों से संतुष्ट भी नहीं होते वो शादी के बाद अपनी बहुओं को अपनी पत्नियों को परेशान करने लगते हैं

उन्हें सताने लगते हैं उनसे और पैसा लाने के लिए कहते हैं उनका यह दहेज का लोभ उनको जिंदगी में एक इंसान की इमेज से गिरा देता है और वह बेचारी उस लड़की के साथ जानवरों या राक्षसों की तरह बर्ताव करने लगते हैं दोस्तों हम सभी को इस दहेज के लालच में न आते हुए इसका कड़ा विरोध करना चाहिए हमको दहेज को इस पूरे समाज से निकाल कर देना चाहिए क्योंकि जब तक दहेज प्रथा रहेगी तब तक कोई भी मां बाप लड़की पैदा होने के लिए गर्भ नहीं करेगा बल्कि उसको दुःख होगा कि मेरे घर में लड़की क्यों हुई.

दहेज प्रथा एक बहुत बड़ी कुप्रथा है,आजकल के नए मॉडल जमाने में भी बहुत तेजी से चल रही है इसको हमारे समाज से जल्द से जल्द बाहर निकालना चाहिए क्योंकि जैसे ही हमने देखा है कि आजकल लोग बहुत ही कम चाहते हैं कि लड़कियां पैदा हो धीरे धीरे हमारे समाज में बहुत ज्यादा लड़कियों की कमी भी आ रही है और इसका सबसे बड़ा कारण होता है दहेज प्रथा होना.

दोस्तों हम सभी को दिल से संकल्प लेना चाहिए कि दहेज ना तो हम लेंगे ना ही हम देंगे क्योंकि इससे हमारे जीवन में लोभ जन्म लेता और जब किसी इंसान के मन में लोभ जन्म लेता है तो वह इंसान नहीं होता बल्कि जानवर बन जाता है दोस्तों उम्मीद है आपको हमारा यह निबंध बहुत अच्छा लगा हुआ होगा.

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