बाल विवाह पर हास्य कविता Bal vivah par hasya kavita
Bal vivah par hasya kavita
दोस्तों नमस्कार, कैसे हैं आप सभी आज हम आपके लिए लाए हैं बाल विवाह पर हमारे द्वारा लिखी हास्य कविता। दोस्तों बाल विवाह जो कि एक अपराध है।
बच्चे जिनकी उम्र पढ़ने एवं खेलने कूदने की होती है, ऐसे कम उम्र के छोटे छोटे बच्चों का यदि मां-बाप विवाह कर देते हैं तो यह एक अपराध तो है ही साथ में बच्चों के साथ भी एक तरह से नाइंसाफी है क्योंकि कम उम्र में बच्चे अपने विवाह के रिश्ते को सही तरह से संभालने के काबिल नहीं होते हैं चलिए हमारे द्वारा लिखी बाल विवाह पर कविता पढ़ते हैं
बाल विवाह अपराध है
फिर भी देखो यह कैसा चमत्कार है
ऐसे मां बाप को ना शर्म आ रही
देखो बच्चों का भविष्य बर्बाद है
विवाह के बाद हंसते मुस्कुराते बच्चे
कैसे निभाएंगे ये जीवन के गहरे रिश्ते
अब तो समझ जाओ ना
अब बाल विवाह कराओ ना
कैसे निभाएंगे ये रिश्ते बच्चे
मुसीबत में भी खिल खिलाएंगे ये बच्चे
रोते हुए आंगन में खेलते बच्चे
विवाह के संबंधों को ना समझ पाएंगे बच्चे
खेलकूद अब घर में होने लगे
घरवालों का मनोरंजन भी होने लगे
विवाह के रिश्ते बच्चे समझ ना पा रहे
बस खेलकूद में ही अपना दिन बिता रहे
दोस्तों मेरे द्वारा लिखी बाल विवाह पर कविता Bal vivah par hasya kavita आपको कितनी पसंद आई हमें जरूर बताएं और इसी तरह की बेहतरीन कविताओं को पढ़ने के लिए हमें सब्सक्राइब भी करें।