कर्म ही पूजा है पर निबंध, भाषण व नारे karm hi pooja hai essay, speech, slogan in hindi
karm hi pooja hai nibandh in hindi
हैलो दोस्तो कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं कर्म ही पूजा है पर हमारे द्वारा लिखित निबंध या भाषण और नारे. आप इस विषय पर हमारे द्वारा लिखित इन सबकी तैयारी कर सकते हैं तो चलिए पढ़ते हैं आज के इस आर्टिकल को।

कर्म ही पूजा है वास्तव में यह बात पूरी तरह से सत्य है कर्म किसी पूजा से कम नहीं है वह पूजा ही है जिस तरह से हम ईश्वर की पूजा करते हैं हम ईश्वर की पूजा इसी आशा और विश्वास के साथ करते हैं कि ईश्वर हमारी मनोकामना पूरी करेंगे, हमारे सभी दुख दर्द को दूर करेंगे इसी तरह लोग कर्म भी एक पूजा की तरह करते हैं वास्तव में जो कर्म को पूजा समझकर करते है वो सफलता की बुलंदियों को छूते है और अपने सपनों को पूरा करते हैं, जीवन में निरंतर आगे बढ़ते जाते हैं वास्तव में हमें कर्म को पूजा की तरह ही करना चाहिए।
हमें अपने लक्ष्य को याद करके लगातार अपना कार्य करना चाहिए यदि हम एक बार उस कार्य में असफल होते हैं तो हमें उसे और अच्छी तरह से करने की जरूरत है यही हमारा धर्म है। वास्तव में कर्म ही पूजा है. दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो आलसी होते हैं वह कर्म करने पर विश्वास नहीं करते और अपनी किस्मत को ही सब कुछ समझते हैं और हाथ पर हाथ रखे बैठे रहते हैं ऐसे लोग जीवन में कुछ भी नहीं कर पाते और निरंतर अपने समय को बर्बाद करते रहते हैं।
जिस इंसान ने इस दुनिया में कर्म को पूजा की तरह समझा है और लगातार अपने कार्य को पूजा की तरह किया है वह सफलता की नई नई बुलंदियों को छूता हैं ऐसे कर्मवीर महान लोग दुनिया में कई हैं जिन्होंने कर्म पर विश्वास किया है. ऐसे महान लोगों में हैं डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम, महात्मा गांधी, चंद्रशेखर आजाद, थॉमस एडिसन आदि कई महान लोग हैं जो अपने कर्म को पूजा की तरह समझने की वजह से काफी प्रसिद्ध है लोग इन्हें हमेशा ही याद करते हैं।
हमें जीवन में निरंतर कर्म करते रहना चाहिए अगर हम सही तरह से पूरी ईमानदारी के साथ सत्य के मार्ग पर चलकर कर्म करते हैं तो उसका परिणाम अवश्य अच्छा होता है। डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जो कि काफी गरीब थे इतने गरीब थे कि ठीक तरह से पढ़ाई करने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं थे उन्होंने अपने जीवन में कर्म के महत्व को समझा, कर्म पूजा की तरह किया और आज ये काफी प्रसिद्ध है यह हमारे देश के राष्ट्रपति तो थे ही साथ में यह वैज्ञानिक भी थे इन्होंने कर्म पूजा की तरह किया।
महात्मा गांधी जी ने देश को आजादी दिलाने के लिए कर्म पूजा समझकर ही किया था वह लगातार देश की आजादी के लिए प्रयत्न करते थे और एक दिन हम सभी आजाद हो गए।
यदि हम किसी क्षेत्र में वास्तव में कर्म करते हैं तो उसका परिणाम हमें अवश्य मिलता है कभी परिणाम जल्दी मिल जाता है तो कभी कभी देर से भी मिलता है लेकिन कर्म का परिणाम अवश्य ही मिलता है बस हम लगातार प्रयत्न करते रहे। धीरूभाई अंबानी जी जो एक छोटी सी नौकरी करते थे उन्होंने कर्म को महत्व दिया और कर्म को पूजा समझकर किया.
अपने लगातार किए हुए प्रयासों की वजह से धीरूभाई अंबानी जी कुछ ही सालों में बहुत बड़े बिजनेसमैन बन चुके थे. आज वे भले ही दुनिया में नहीं है लेकिन दुनिया उन्हें, उनके नाम को याद रखती है आज उनकी कंपनी काफी प्रसिद्ध है ऐसे कई उदाहरण हमें देखने को मिलते हैं जिनसे हम समझ सकते हैं कि वास्तव में कर्म ही पूजा है हम अगर कर्म पूजा समझकर करते हैं और लगातार कर्म करते जाते हैं तो हमें उसका परिणाम अवश्य मिलता है।
karm hi pooja hai slogan in hindi
- कर्म ही पूजा है कर्म के बिना जीवन अधूरा है
- हम अपने सपने साकार करेंगे कर्म को पूजा समझ के कार्य करेंगे
- जीवन में आगे बढ़ते रहेंगे कर्म को पूजा समझते रहेंगे
- कर्म को पूजा समझकर करते रहेंगे सफलता की बुलंदियों को छूते रहेंगे
- सफलता के लिए प्रयत्न करते जाएं कर्म को पूजा समझते जाएं
- कर्म करते चलें जीवन में आगे बढ़ते चले
- कर्म को पूजा समझते जाएं जीवन में कर्म करते जाएं
- घर घर में खुशी आएगी कर्म को पूजा समझने से खुशी आएगी
- कर्म ही पूजा है कविता karm hi pooja hai hindi poem
- कर्म ही इंसान की पहचान है “Karm hi insan ki pehchan hai essay in hindi”
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