पेड़ की चोटी Inspirational story in hindi
सभी लोग उस बाबा जी के पास जाते और पेड़ पर चढ़ने की training लेते थे.लोगो को सीखते सीखते काफी समय हो चुका था.
एक दिन बाबा जी ने अपने सभी शिष्यों को जंगल में एक जगह पर बुलाया और एक चिकने पेड़ की और इशारा करते हुए कहा की तुम सभी एक एक करके इस पेड़ पर चढ़ के दिखाओ.
सभी शिष्य एक एक करके उस पेड़ पर चढ़ने लगे,वह सभी सफलता पूर्वक उस पेड़ की चोटी पर चढ़ गए अब उस पेड़ से नीचे उतरना था तोह पहला व्यक्ति जब पेड़ से नीचे उतरते समय पेड़ के जैसे ही बीचो बीच तक पंहुचा तोह बाबाजी कहने लगे सावधानी से उतरना.
जैसे ही दूसरा व्यक्ति नीचे उतर रहा था तोह वह भी जैसे ही पेड़ के बीचोबीच आया तोह गुरूजी फिर कहने लगे की सावधानी से उतरना.
जैसे ही तीसरा व्यक्ति उतरने लगा वह भी जैसे ही बीचोबीच तक आया तोह भी गुरूजी कहने लगे की सावधानी से उतरना .
जैसे ही आखिरी व्यक्ति पेड़ से उतरा तोह गुरूजी फिर बोले की सावधानी से उतरना.
गुरूजी की इस तरह की बाते सुनकर एक शिष्य से रहा नहीं गया आखिर उसने अपने गुरु से पूछ ही लिया की गुरु जी पेड़ की ऊपर वाली चोटी पर ज्यादा खतरा है,जब हम ऊपर की चोटी पर होते है तोह आप कुछ नहीं कहते और जब हम बीचोबीच आ जाते है तोह आप सावधानी बरतने का कहते है ऐसा क्यों गुरूजी?
तब गुरूजी कहने लगे की जब तुम सबसे ऊपर की चोटी पर होते हो तोह तुम जानते हो की यहाँ पर सबसे ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत है लेकिन जैसे ही पेड़ के बीचोबीच आ जाते हो तोह हम सोचने लगते है की अब खतरा नहीं है तोह हम सावधानी बरतना कम कर देते है जिससे हो सकता है की आप सब नीचे गिर जाओ,इसी वजह से में आप सभी लोगो को सावधानी रखने के लिए कह रहा था.
इस घटना से हम सभी को ये सीख मिलती है की जब हम लक्ष्य के करीब आ जाते है तो हम सावधानी बरतना कम कर देते है जिससे हो सकता है हमारा उस लक्ष्य की और से ध्यान हट जाए और हो सकता है की हम अपने लक्ष्य को ना पा सके इसलिए हमको हमेशा सावधानी रखनी चाहिए।