मनुष्य अपने मित्रों द्वारा जाना जाता है पर निबंध manusha apne mitro dwara jana jata hai hindi essay

manusha apne mitro dwara jana jata hai hindi essay

दोस्तों नमस्कार, कैसे हैं आप सभी आज मैं आपके लिए लाया हूं मनुष्य अपने मित्रों द्वारा जाना जाता है पर निबंध आप इसे जरूर पढ़ें। वैसे तो मनुष्य के लिए बहुत कुछ आवश्यक चीजें हैं धन-संपत्ति, परिवार, रिश्ते नाते सब कुछ बड़े ही महत्वपूर्ण है लेकिन एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है वह है जान पहचान।

यदि हमारे अच्छे मित्र हो तो वास्तव में उस मनुष्य को उन अच्छे मित्रों की संगत जरूर करनी चाहिए, ज्यादा से ज्यादा उनके साथ समय गुजारना चाहिए क्योंकि मनुष्य अपने इन्हीं अच्छे मित्रों के द्वारा जाना जाता है। अच्छे मित्रों की संगति करना हर किसी के लिए प्रशंसनीय है। हमारे इस संसार में बहुत ही जरूरी है कि हमारे अच्छे मित्र हो। अच्छे मित्र होंगे तो एक बड़ी पहचान बनेगी, लंबे समय तक हमें जाना जा सकता है लेकिन यदि किसी व्यक्ति के मित्र अच्छे ना हो, बुरे हो तो जाहिर सी बात है अन्य लोग भी उसको बुरा समझते हैं।

हम जैसे लोगों के बीच में रहते हैं जैसी संगति करते हैं लोग हमको वैसा ही समझते हैं। बुरे लोगों की संगति से हमारी कोई भी पहचान नहीं होती और हम कुछ भी बड़ा करने के प्रति कदम भी नहीं उठा पाते क्योंकि बुरे दोस्त हमेशा हमसे बुरा करवाना चाहेंगे वहीं अच्छे मित्र की वजह से एक मित्र को जाना जाएगा।

सुदामा जी आज एक ऐसा ही उदाहरण है भगवान श्री कृष्ण के मित्र सुदामा थे। भगवान श्री कृष्ण के अच्छे मित्र होने की वजह से आज सुदामा जी को जाना जाता है इतना ही नहीं सुदामा जी को अपने मित्र की वजह से आज सदियों गुजर जाने के बाद भी जाना जाता है, पहचाना जाता है, उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। श्री कृष्ण और सुदामा एक बहुत ही अच्छे मित्र थे जिनकी मित्रता की तारीफ की जाती है।

इस तरह से हम कह सकते हैं  की मनुष्य  अपने मित्रों द्वारा जाना जाता है। दोस्तों मेरे द्वारा लिखित यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं इसी तरह के बेहतरीन आर्टिकल को पढ़ने के लिए हमें सब्सक्राइब जरूर करें।

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