मनोज राय धूपचंडी का जीवन परिचय Manoj rai dhoopchandi biography in hindi

Manoj rai dhoopchandi biography in hindi

Manoj rai dhoopchandi – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से मनोज राय धूपचंडी  के जीवन परिचय के बारे में बताने जा रहे हैं । तो चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोज राय धूपचंडी के जीवन परिचय के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते हैं ।

Manoj rai dhoopchandi biography in hindi
Manoj rai dhoopchandi biography in hindi

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मनोज राय धूपचंडी के बारे में – मनोज राय धूपचंडी समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता हैं जिन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में अपनी सभी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है । उनकी मेहनत और लगन को देखकर समाजवादी पार्टी की ओर से मनोज राय धूपचंडी को सार्वजनिक एवं मीडिया फोरम पर समाजवादी पार्टी का पक्ष रखने के उद्देश्य से वरिष्ठ प्रवक्ता बनाया था ।जिन्होंने वरिष्ठ प्रवक्ता रहकर समाजवादी पार्टी को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है । दोस्तों अब हम आपको बता देना चाहते हैं कि मनोज राय धूपचंडी ने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत 1995 से की थी ।

जब उन्होंने 1995 में सपा पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी तब उन्होंने नगर निगम के पार्षद का चुनाव लड़ा और वह भारी मतों से जीत कर नगर निगम के पार्षद बन गए थे । दोस्तों अब हम आपको बता देना चाहते हैं कि मनोज राय धूपचंडी ने सपा पार्टी में अपने कैरियर की सबसे सफल शुरुआत तब की थी जब समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नजर उन पर पड़ी थी । समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नजर मनोज राय धूपचंडी पर तब पड़ी थी जब उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह की सरकार थी ।

कल्याण सिंह की सरकार में कुशीनगर देवरिया के रामकोला में किसानों पर अनाधुन गोली चलाई गई थी । जब यह घटना हुई तब समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव इस घटना से पीड़ित किसानों से मिलने के लिए गए थे । परंतु कल्याण सिंह सरकार के कहने पर मुलायम सिंह यादव को रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया गया था । गिरफ्तार कर लेने के बाद पुलिस के द्वारा  मुलायम सिंह यादव को बनारस के सेंट्रल जेल में रखा गया था । जैसे ही कल्याण सिंह सरकार के कहने पर पुलिस के द्वारा मुलायम सिंह यादव को बनारस के सेंट्रल जेल में रखा गया वैसे ही  खबर फैल गई थी । जिसके बाद समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरना  प्रारंभ कर दिया था ।

सभी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता कल्याण सरकार का विरोध व्यक्त करने लगे थे । उन्हीं कार्यकर्ताओं में एक ऐसा कार्यकर्ता भी था जो समाजवादी पार्टी को अपनी कर्मभूमि मानता था और वह कार्यकर्ता मनोज राय धूपचंडी था । जिसने मुलायम सिंह यादव को रिहा करने के लिए आत्मदाह करने की धमकी सरकार को दी थी । जब मनोज राय धूपचंडी ने आत्मदाह करने की धमकी सरकार को दी तब समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की नजर उन पर पड़ी और वह उनकी नजरों में ऊपर उठ चुके थे । इसके बाद कई बार मुलायम सिंह यादव के द्वारा कई सभा में मनोज राय धूपचंडी की कार्यशैली की प्रशंसा की गई थी ।

जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सत्ता बैठी तब मनोज राय धूपचंडी को समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में लोक कला एवं जनजातीय संस्कृति संस्थान के चेयरमैन के रूप में उनको कुर्सी पर बैठाया गया था और भी कई पद मनोज राय धूपचंडी को  समाजवादी पार्टी की ओर से दिए गए थे । इसके बाद उन्होंने राजनीतिक कैरियर में कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा । जब उत्तर प्रदेश में माननीय पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनी तब उनको अखिलेश यादव के द्वारा कई कार्यभार दिया गया था ।

जब मुलायम सिंह यादव के द्वारा अखिलेश यादव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तब मनोज राय धूपचंडी की मेहनत लगन और कार्यशैली को देखकर उनको प्रदेश सचिव बनाया गया था । जब 2012 में विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश में हुए तब मनोज राय धूपचंडी को अनुप्रिया पटेल के खिलाफ मैदान में उतारा था । जिस चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा था । परंतु जब अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार उत्तर प्रदेश में बनी तब अखिलेश यादव के द्वारा मनोज राय धूपचंडी को प्रदेश का राज्य मंत्री बनाया गया था ।

इसके साथ-साथ मनोज राय धूपचंडी को भदोही , आजमगढ़ , मिर्जापुर मंडल , हमीरपुर एवं मऊ मे संगठन प्रभारी भी बनाया गया था ।

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