kaise ek chor bana ips officer in hindi एक चोर कैसे बना पुलिस
kaise ek chor bana ips officer in hindi
कुछ समय पहले की बात एक parivar में एक लड़के ने जन्म लिया उसके पेरेंट्स बहुत खुश थे,उनको अपने बच्चे से काफी उम्मीदे भी था,उन्होंने अपने लड़के का नाम विनोद रखा,विनोद जब ५ साल का था तभी उसके पापा का देहांत हो गया,अब परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही घंभीर हो गयी थी,
उन्हें दो वक्त के खाने की व्यवस्था करना भी मुश्किल लग रहा था,तब उसकी मा कुछ घरो में काम करने लगी जिससे उनकी जरूरते पूरी होने लगी.उसकी मा ने विनोद को स्कूल में दाखिला दिलवा दिया लेकिन विनोद का मन पढाई में नहीं लगता वोह गलत लोगो की सगत में पड़ गया
सभी लोग विनोद की शिकायत अपनी मा से करते लेकिन विनोद की मा किसी की कुछ नहीं सुनती वोह तोह यही कहती की तुम सब मेरे बच्चे पर झूठा इल्जाम लगा रहे हो,विनोद की मा ने विनोद को सर पर बता लिया कुछ समय बाद विनोद बड़ा हुआ,कभी कभी वोह अपनी मा पर हाथ भी उठा देता था.विनोद सिगरते जुए जेसी बुरी सांगतो में फस गया,उसकी मा को एक बीमारी हो गयी जिसके कारण वोह भी मर गयी.
अब विनोद को समझ आया की घर का खर्चा चलाना क्या होता है,मजबूरन उसे एक दूकान पर काम करना पड़ा.लेकिन उसे वोह काम पसंद नहीं आया,उसने सोचा की अब दो वक़्त के खाने की व्यवस्था तोह करना ही होगी,उसने अपने बुरे दोस्तों के साथ चोरी करना शुरू कर दिया,एक दिन वोह एक व्यक्ति की जेब काटटे हुए पकड़ा गया तोह पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसे थाणे में ले गयी लेकिन थाणे में विनोद जिसे मिला उसे देखकर वोह अचंभित हो गया.
विनोद की मा जिस घर में काम करती थी उसी परिवार में एक व्यक्ति रहता था,वोह व्यक्ति ही पुलिस की वर्दी में उसके सामने था,विनोद उस व्यक्ति को देखकर शर्म से झुक गया और बोला की भैया मुझे माफ़ करदो.
उस व्यक्ति ने उसे अहसास करवाया की एक जेब कतरे की जिन्दगी क्या होती है,समाज जेबकतरों को बहिस्कृत कर देता है.विनोद की आखो से आशु आ चुके थे,और वोह उस व्यक्ति से बोला की मुझे माफ़ करदो आप जो कहोगे में वोही करूँगा मुझे ऐसी बेकार जिन्दगी नहीं जीना.
उस व्यक्ति ने उसे आश्रय दिया और विनोद की पढाई की जिम्मेदारी उठाई,उस व्यक्ति ने विनोद को पुलिस में भारती के कुछ exam दिलवाये,विनोद अपनी मेहनत के दम पर एक थानेदार बन गया,वोह लोगो में लोकप्रिय हो गया.क्योकि वोह अच्छो के लिए बहुत अच्छा है,लेकिन चोर,लुटरो यानी बुरे लोगो के लिए बहुत ही बुरा है.
आगे चलकर उसका प्रमोशन हुआ और विनोद ips बन गया.
दोस्तों हर इन्सान को जिन्दगी एक बार सुधरने का मोका जरुर देती है,विनोद ने अपने मोके को जाने नहीं दिया,और वोही विनोद आज लोगो के लिए एक मिशाल है.
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