यदि मैं शिक्षा मंत्री होता निबंध Yadi mein shiksha mantri hota essay in hindi
Yadi mein shiksha mantri hota essay in hindi
हेलो फ्रेंडस कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल Yadi mein shiksha mantri hota essay in hindi आप सभी के लिए बहुत ही हेल्पफुल है चलिए पढ़ते हैं हमारे आज के इस निबंध को जिसका उपयोग कोई भी विद्यार्थी अपने स्कूल या कॉलेज की परीक्षा में लिखने के लिए यहां से जानकारी ले सकता है.
हर इंसान का इस दुनिया में एक सपना होता है वह कुछ बनना चाहता है,अपने सपने को पूरा करना चाहता हैं एक छात्र सही तरह से पढ़ाई तभी कर पाता है जब उसका जीवन में कुछ बनने का लक्ष्य होता है जैसे कि कोई शिक्षक बनना चाहता है तो कोई डॉक्टर या वकील या इससे भी बढ़कर कुछ और शिक्षा मंत्री.यह सब अपनी-अपनी सोच के ऊपर निर्भर करता है कि हम क्या पाना चाहते हैं मैं जब ग्यारहवीं क्लास में पढ़ता था तभी से अपने स्कूल की स्थिति को देखकर मैं सोचा करता था की काश मैं कुछ ऐसा होता जिससे अपने स्कूल की स्थिति को बदल सकता मुझे कुछ विशेष अधिकार प्राप्त होते.
मैं सोचता कि मैं अगर शिक्षा मंत्री होता तो शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सारे बदलाव लाता.मै देखता हूं की आज हमारे शहर में चारों ओर प्राइवेट स्कूल और सरकारी स्कूल है प्राइवेट स्कूलो में जो बच्चे पढ़ते हैं जिनके मां बाप के पास पैसा अधिक होता है जबकि सरकारी स्कूल में गरीब बच्चे पढ़ते हैं इसी वजह से अक्सर देखा जाता है कि सरकारी स्कूल में ठीक तरह से पढ़ाई नहीं होती तो लोग प्राइवेट स्कूलों की ओर अपना रुझान पैदा करते हैं बहुत से अध्यापक बच्चों को ट्यूशन लगवाने की भी सलाह देते हैं
जिस वजह से गरीब लोगों को बहुत सी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि वह अपने बच्चों को ट्यूशन नहीं लगा पाते हैं इसलिए मैं एक शिक्षा मंत्री बनना चाहता हू क्योंकि यदि मैं शिक्षा मंत्री होता तो इस तरह के भेदभाव को ख़त्म करता सरकारी स्कूलों में भी उचित पढ़ाई की व्यवस्था करता जिससे गरीबों को अपने अपने बच्चों की पढ़ाई सही तरह से करवाने के लिए पैसा खर्च करना ना पड़ता.
हमारा देश आज बहुत सारी समस्याओं से जूझ रहा है जिसमें गरीबी,बेरोजगारी,अनपढ़ता आदि है मैं शिक्षा मंत्री बनकर लोगों को उचित शिक्षा प्रदान करने की कोशिश करता,हर एक छात्र को ये सुझाव देने की कोशिश करता कि अगर नौकरी नहीं मिलती तो वह खुद का व्यापार करें जिससे बेरोजगारी भी कम होगी और यदि वह सही समय पर अच्छा रोजगार करता है साथ में अच्छी तरह पढ़ाई करता है तो अपने देश से गरीबी भी कम होगी और हमारे देश में पढ़े-लिखे लोगो को समाज में अपने जीवन को चलाने के लिए किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता.
शिक्षा मंत्री बनकर मैं सबसे पहले अपने सचिवों से शिक्षा के क्षेत्र में आ रही परेशानियों के बारे में जानकारी लेता और उन समस्याओं को पूरी तरह से खत्म करने की मैं कोशिश करता क्योंकि हमारे देश में अगर ज्यादा लोग शिक्षित होंगे और उन्हें उचित ज्ञान प्राप्त होगा तो हमारे देश से अपनेआप ही बड़ी-बड़ी परेशानियां दूर होती चली जाएंगी और हमारा देश विकास करेगा क्योंकि देश का कोई भी इंसान हो हर एक इंसान की शुरूआत शिक्षा से होती है और उचित शिक्षा उसके जीवन में बहुत बड़ा बदलाव पैदा करती है
यदि मैं शिक्षा मंत्री होता तो अपने देश से भेदभाव,ऊंच नीच को खत्म करने का प्रयत्न करता क्योंकि अगर हर शहर में हर तरह के इंसान को बिना कोई भेदभाव किए शिक्षा प्रदान की जाए तो वाकई में हमारा देश आगे बढ़ सकता है शिक्षा मंत्री बनकर में इस तरह के भेदभाव को पूरी तरह से खत्म करना चाहूंगा.
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इसके अलावा हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में अनुशासन और ईमानदारी का बहुत महत्व है अगर मैं शिक्षा मंत्री होता तो शिक्षकों और विद्यार्थियों को ईमानदारी और अनुशासन का पालन करने को कहता साथ में इसके लिए उचित कार्यवाही करता.आज परीक्षा के टाइम बहुत सारी समस्याओं का सामना हमारे देश को करना पड़ता है विद्यार्थियों के लिए परीक्षा बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती है जिसमें एक विद्यार्थी की योग्यता का पता लगाकर उसे उचित पद प्रदान किया जाता है
लेकिन अगर उनके परीक्षा के समय अनुशासन और ईमानदारी नहीं रखी गई तो हमारे देश के विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है अगर मैं शिक्षा मंत्री होता तो इस और कड़ी से कड़ी कार्रवाई करता कि हर एक अध्यापक,हर एक स्टूडेंट ईमानदारी और अनुशासन के साथ अपने कर्तव्य को पूरा करते.
यदि मैं शिक्षा मंत्री होता तो समय समय पर स्कूलों का निरीक्षण करवाता जिससे स्कूलों में अध्यापकों द्वारा की जा रही कमी पता लगती और मैं उस कमी को पूरी तरह से खत्म करने का प्रयास करता जिससे हमारे देश में हर एक बच्चा उचित शिक्षा प्राप्त करता और उसको अपने जीवन में आगे बढ़ने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता.
मैं शिक्षा मंत्री बनकर ऐसे शिक्षकों को निलंबित करता जो स्कूलों में समय पर नहीं आते और अपने छात्रों को सही तरह से ज्ञान प्राप्त नहीं कराते यह सब करके मैं अपने देश के छात्रों का भविष्य उज्जवल करता.इस तरह से मैं एक शिक्षा मंत्री बनकर देश के भविष्य को उज्जवल बनाने में मदद करता.
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