ऊर्जा संकट पर निबंध Urja sankat essay in hindi
Urja sankat essay in hindi
आज पूरी दुनिया में ऊर्जा का संकट मंडरा रहा है क्योंकि पूरी दुनिया को बदलने में ऊर्जा का बड़ा ही उपयोग किया गया है । आज हमारे पास जितने भी आयाम और साधन हैं उन साधनों को बनाने में ऊर्जा का उपयोग किया गया है । आज ऊर्जा का उपयोग दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसके कारण ऊर्जा की कमी होती जा रही है ।

ऊर्जा के स्त्रोतों को वैज्ञानिकों के द्वारा दो भागों में बांटा गया है ।
परंपरागत ऊर्जा स्त्रोत- परंपरागत ऊर्जा स्त्रोत में कोयला , पेट्रोल आदि आते हैं और विकास के लिए इन ऊर्जा का उपयोग किया जाता है । आज पूरी दुनिया में सभी लोग विकास के मार्ग पर चल चुके हैं । जैसे कि वैज्ञानिकों के द्वारा बनाए गए साधन मोटरसाइकिल , फोर व्हीलर जिनका उपयोग हम सभी करते हैं और अपना समय बचाते हैं । पेट्रोल का अधिक उपयोग होने के कारण यह समाप्त होने की दिशा में जा रहा है । ऐसे कई ऊर्जा के साधन है जिनका उपयोग हम सभी कर रहे हैं ।
अगर हम बात करें विद्युत ऊर्जा की तो विद्युत ऊर्जा को बनाने के लिए पानी , भाप का उपयोग किया जाता है और दुनिया के उपयोग के हिसाब से विद्युत बनाई जाती है । आज सभी लोग बिजली का उपयोग कर रहे हैं और बिजली के माध्यम से हमें कई फायदे हुए हैं जैसे टीवी , लैपटॉप आदि मनोरंजन के साधन हमको मिले हैं और इन साधनों को चलाने के लिए हमें बिजली की आवश्यकता होती है । अगर बिजली का उत्पादन नहीं होता तो यह दुनिया विकास नहीं कर पाती । हमारे कहने का तात्पर्य यह है कि विकास के लिए ऊर्जा की बहुत ही आवश्यकता है । ऊर्जा के बिना हम विकास नहीं कर पाते और कई तरह के संसाधनों को हम प्राप्त नहीं कर पाते ।
अब हम बात करेंगे गैर परंपरागत ऊर्जा स्त्रोत के विषय में ।
गैर परंपरागत- ऊर्जा स्त्रोतों में सौर ऊर्जा , पवन ऊर्जा , ज्वारीय ऊर्जा , गोबर गैस ऊर्जा आदि आते हैं । जिनके माध्यम से हम ऊर्जा को बढ़ाते हैं । अब हम बात करते हैं पवन ऊर्जा के बारे में आज हम सभी ज्यादा से ज्यादा बिजली का उपयोग कर रहे हैं । बिजली की जितनी आवश्यकता हम सभी को है इतनी बिजली प्राप्त नहीं हो पा रही है । अगर हमें बिजली की कमी को पूरा करना है तो हम पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा के माध्यम से उस कमी को पूरा कर सकते हैं । इन स्त्रोतों का हमारे जीवन में बढ़ा महत्व है क्योंकि इन स्त्रोतों के बिना हम विकास नहीं कर पाते और पीछे रह जाते ।
एक तरफ जहां ऊर्जा से विकास हुआ है वहीं दूसरी तरफ कई तरह के नुकसान का सामना भी करना पड़ा है । जैसे कि पेट्रोल , कोयला जैसी संसाधनों से हम सभी प्रदूषण की चपेट में आ रहे हैं । जिसके कारण हमारा स्वास्थ्य खराब होता जा रहा है । आज हमारे चारों तरफ प्रदूषण ही प्रदूषण है और हम सभी को यह कोशिश करना चाहिए कि हम इन संसाधनों का जरूरत के हिसाब से उपयोग करें जिससे प्रदूषण कम हो और हम सभी उर्जा संकट से आने वाले भविष्य में बच सके । परिवहन ऊर्जा स्त्रोतों में दिन प्रतिदिन उपलब्धि हासिल हो रही है और हम सभी परिवहन साधनों का उपयोग कर रहे हैं , क्योंकि हम इन संसाधनों के माध्यम से अपना कीमती समय बचाते हैं ।
आज हम सभी को यह कोशिश करना चाहिए कि ऊर्जा स्त्रोतों के द्वारा जो प्रदूषण फेल रहा है उस प्रदूषण को हम रोक सके और प्रदूषण को रोकने के लिए हमें स्वच्छ वातावरण बनाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाना चाहिए । जिससे हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ रहे । परिवहन ऊर्जा के उपयोग के कारण आज हमारे चारों तरफ ध्वनि प्रदूषण बढ़ता जा रहा है इसके कारण हमारा मन मस्तिष्क दूषित होता जा रहा है । हमें कोशिश करना चाहिए कि हम सभी कम से कम वाहनों का उपयोग करें जिससे प्रदूषण कम हो सके और हमारे ऊपर जो ऊर्जा संकट के बादल मंडरा रहे हैं उनको हम कम कर सकें।
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