तिरंगा झंडा पर निबंध Tiranga jhanda essay in hindi
Tiranga jhanda essay in hindi
दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हमने तिरंगे झंडे पर निबंध लिखा है यह निबंध विद्यार्थियों के लिए लिखा गया है। परीक्षा में पूछे जाने के लिए यहां से आप अच्छी जानकारी ले सकते हैं साथ में यहां आपको तिरंगे झंडे के बारे में भी अच्छी जानकारी मिलेगी तो चलिए पढ़ते हैं हमारे आज के इस आर्टिकल को
तिरंगे झंडे को हम भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के नाम से भी जानते हैं हमारा तिरंगा झंडा हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है यह देश की शान है। तिरंगे झंडे का अंगीकृत 22 जुलाई 1947 को पहली बार संविधान सभा द्वारा किया गया था इससे पहले और भी कुछ झंडे बने लेकिन इस झंडे को अंगीकृत किया गया है.
इससे पहले एक व्यक्ति ने एक झंडा बनाया जिसका रंग लाल और हरा था यह उसने महात्मा गांधी को दिखाया लेकिन महात्मा गांधी जी ने सुझाव दिया की लाल और हरा रंग हिंदू और मुस्लिम के प्रतिनिधित्व को दर्शाता है अगर इसमें सफेद रंग और हो तो यह शेष समुदाय को भी दर्शाएगा साथ में उन्होंने यह भी कहा कि अगर इसमें चरखा यानी अशोक चक्र हो तो यह देश की प्रगति का संकेत भी देगा।
उन्हीं के निर्देशों के आधार पर कुछ समय बाद यानी 22 जुलाई 1947 को तिरंगा झंडा बना यह झंडा हमारे देश की स्वतंत्रता से कुछ ही दिन पहले बना था। इस झंडे में 3 रंग होते हैं सबसे ऊपर केसरिया रंग ,बीच में सफेद रंग एवं नीचे हरा रंग होता है बीच में जहां सफेद रंग होता है वहां पर गोल एक चरखा यानी अशोक चक्र होता है इसमें 24 तीलियो जैसी आकृति होती हैं जो कि गहरे नीले रंग की होती हैं।
सबसे ऊपर का रंग केसरिया देश की वीरता और बलिदान का प्रतीक होता है वहीं बीच का रंग सफेद शांति,सत्य और पवित्रता का प्रतीक होता है उसके बाद सबसे नीचे वाला रंग हरा भूमि की पवित्रता और उत्पादन का प्रतीक होता है। हमारे तिरंगे झंडे के बीच में जो अशोक चक्र होता है वह इस बात का संकेत होता है कि जीवन गतिशील होता है हमेशा चलते रहो।
हम हमारे तिरंगे झंडे के बारे में कहते हैं विजयी विश्व तिरंगा प्यारा झंडा ऊंचा रहे हमारा। हमारा तिरंगा झंडा देश की आन बान और शान है तिरंगे झंडे को कुछ विशेष अवसरों जैसे कि स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस पर फहराया जाता है इन अवसरों पर विद्यार्थी और शिक्षक सभी मिलकर तिरंगे झंडे के सम्मान में राष्ट्रगान गाते हैं और तिरंगे झंडे को फहराते हैं।
तिरंगे झंडे को फैहराते हुए देखकर बच्चे खुश हो जाते हैं अक्सर बच्चे इन दिनों अपने हाथों में तिरंगा झंडा लहराते हुए अपने गांव, गली मोहल्लों में से गुजरते हैं वह तिरंगे झंडे को अपना सब कुछ समझते हैं। सरकारी कार्यालय आदि में भी विशेष रूप से इन दिनों तिरंगे झंडे के सम्मान में समारोह रखे जाते हैं लेकिन इसकी सम्मान और आदर के लिए या इसके अनुचित प्रयोग के रोकथाम के लिए शुरुआत में कुछ कानून भी बनाए गए जो बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं .
शुरुआत में केवल सरकारी अधिकारियों द्वारा झंडे का प्रदर्शित किया जा सकता था लेकिन कुछ समय बाद तिरंगे झंडे को आम लोगों को फ़हराने की अनुमति दे दी गई लेकिन तिरंगा झंडा केवल एक विशेष कपड़े का ही बनाया जाता है और उसे कभी भी झुकने नहीं देना चाहिए और इसका किसी भी प्रकार से अपमान नहीं करना चाहिए वरना इसके लिए सख्त कानून भी हैं आपको सजा भी हो सकती है वास्तव में हमारे देश का तिरंगा झंडा हमारी आन बान और शान है हमें हमेशा इसका मान रखना चाहिए और कभी भी उसको झुकने नहीं देना चाहिए।
देश के सैनिक जो सरहद पर खड़े होते हैं वह अपने सिर्फ तिरंगे झंडे की आन बान शान के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने से भी नहीं डरते। वह अपने झंडे को नीचे नहीं गिरने देते हैं उसको नहीं झुकने देते है उसके लिए वो सब कुछ करते हैं हमें भी अपने तिरंगे झंडे के आन बान और शान के लिए प्रयत्न करना चाहिए क्योंकि तिरंगा झंडा हमारे देश की शान है।
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