स्वस्थ समाज पर निबंध Swasth samaj essay in hindi
Swasth samaj essay in hindi
स्वस्थ्य समाज से अभिप्राय समाज के लोगों का स्वस्थ होना है हमारे समाज में महिला, पुरुष, बुजुर्ग, बच्चे सभी मिलजुलकर रहते हैं इन सभी का स्वस्थ होना बेहद जरूरी है क्योंकि यह सभी जब स्वस्थ होंगे तभी हमारा समाज, हमारा देश स्वस्थ होगा। आज हम देखें तो हमारे देश में कई बीमारियां फैली हुई हैं इन बीमारियों को खत्म करने के लिए सरकार भी कई प्रयत्न कर रही है हमको भी चाहिए कि हम हमारे समाज के लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक रहना सिखाए जिससे हर कोई अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें जब हर कोई अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखेगा तो समाज स्वस्थ होगा।

समाज में रहने वाले बच्चे जो देश का भविष्य होते हैं वह स्वस्थ होंगे। बुजुर्ग जो बच्चों, नौजवानों सभी के मार्गदर्शक होते हैं वह भी स्वस्थ होंगे। नौजवान जो देश के लिए कुछ कर गुजरने के लिए तैयार होंगे वो भी स्वस्थ होंगे। हम सभी को जीवन में कुछ करने के लिए सबसे जरूरी है कि हम स्वस्थ रहें क्योंकि जब हम स्वस्थ रहेंगे तभी जीवन में हम कुछ कर सकेंगे। स्वास्थ्य सबसे बढ़कर धन होता है जिसका स्वास्थ्य सही रहता है उसके पास सब कुछ होता है और जिसका स्वास्थ्य सही नहीं होता उसके पास सब कुछ होते हुए भी कुछ नहीं होता।
हमारे समाज को अगर हम स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हमें चाहिए कि हम सबसे पहले खुद जागरुक हो और दूसरों को भी अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें जिससे हर कोई सुबह जल्दी जागे जिससे सुबह की सूर्य की पहली किरण उसके शरीर पर पड़े, सुबह की हवा में हर कोई घूमे, व्यायाम भी करें और पढ़ाई के साथ में खेलकूद भी करें। अगर कोई व्यक्ति अस्वस्थ है तो वास्तव में उसके पास सब कुछ होते हुए भी कुछ नहीं होता।
हमें अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का विशेष का ख्याल रखना चाहिए क्योंकि जब हमारा परिवार और हमारा समाज स्वस्थ होगा तभी हम इस देश में आगे बढ़ सकते हैं, देश के लिए कुछ कर सकते हैं आज हम देखें तो कुछ लोग इतने आलसी हो गए हैं कि वह घर से कभी भी पैदल नहीं निकलते अगर वह घर से निकलते हैं तो मोटर बाइक लेकर ही निकलते हैं जिससे कई तरह की समस्याएं उन्हें हो जाती हैं और उनका जीवन बर्बाद हो जाता है।
बहुत से लोगों के पास बहुत सारा पैसा भी होता है लेकिन पैसे से हर कोई चीज नहीं खरीद सकते हमें हमारी दिनचर्या को बदलने की जरूरत है, हमें हमारी दिनचर्या बदलने के बाद हमारे समाज के लोगों को इस और जागरूक करने की जरूरत है क्योंकि दिनचर्या से ही हमारा स्वास्थ्य बनता है।
आजकल हम देखें तो हम जैसा करते हैं बच्चे भी वैसा करने लगते हैं। आजकल के लोग सुबह देर से जागते हैं, रात को देर से सोते हैं उनका टाइम टेबल कुछ भी नहीं होता वह कभी भी खाना खा लेते हैं, घर से मोटरबाइक बगैर व्यक्ति कभी भी नहीं निकलते जब बच्चे हमारी इस तरह की दिनचर्या देखते हैं तो जो बच्चे हमारे समाज के भविष्य होते हैं अगर बच्चे भी इस तरह से हमारी तरह करने लगे तो हमारा समाज अस्वस्थ हो जाएगा हमें हमारे समाज को स्वस्थ रखने के लिए कुछ करने की जरूरत है हमें घूमने-फिरने की जरूरत है और व्यायाम भी नियमित रूप से करने की जरूरत है।
आजकल हम देखें तो बहुत से लोग सोशल नेटवर्किंग साइट पर ही अपना समय बिताते हैं, अपने दोस्तों रिश्तेदारों से मिलने के लिए वह कहते हैं कि उनके पास समय ही नहीं है ऐसे लोगों की आंखें तो खराब होती हैं साथ में वह मानसिक रोगी भी हो जाते हैं हमें चाहिए कि हम ऐसी आदतों से दूर रहें और समाज के बच्चों को एक अच्छी राह दिखाए हमें हमारे समाज को स्वस्थ रखना चाहिए यही हमारा कर्तव्य है।
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