स्वामी विवेकानंद की मृत्यु का कारण swami vivekananda death reason hindi
स्वामी विवेकानंद की मृत्यु का कारण
मेरे प्यारे रीडर्स कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल स्वामी विवेकानंद की मृत्यु का कारण आप सभी को स्वामी विवेकानंद जी के बारे में जानकारी देगा.स्वामी विवेकानंद जी हमारे देश के धर्म सुधारक,समाज सुधारक एक महान इंसान थे जिन्होंने हमारे देश के लिए जो किया है वह भुलाया नहीं जा सकता है,
स्वामी विवेकानंद ने हमें अपने प्रसंगों के माध्यम से बहुत सारी ऐसी शिक्षा दी है जो हम ऐसे ही नहीं सीख सकते,स्वामी विवेकानंद जी एक महान इंसान थे,उनका जन्म 12 जनवरी 1863 में हुआ था,स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे,उनका बचपन का नाम नरेंद्र था प्यार से सभी इनको नरेंद्र कहकर ही बुलाते थे इनकी मृत्यु बहुत ही कम उम्र में हुई थी इनकी मृत्यु गंगा नदी के तट पर 39 साल की उम्र में हुई.
स्वामी विवेकानंद की मृत्यु कैसे हुई इसके बारे में लोगों के अलग-अलग तर्क हैं विज्ञानिकों की के अनुसार इनकी मृत्यु ब्रेन हेमरेज यानी नसों के फटने के कारण हुई लेकिन दूसरी ओर कुछ लोग ये भी कहते हैं कि स्वामी विवेकानंद जी ने गंगा नदी के तट पर समाधि ली थी.
दरअसल 4 जुलाई 1902 में जब स्वामी जी 39 साल के थे,वह गंगा नदी के तट पर गए हुए थे वहां पर उन्होंने लगभग 3 घंटे तक योगा किया और शाम को 9:10 पर उनकी मौत हो गई,स्वामी विवेकानंद जी हमारे समाज सुधारक थे उनके चले जाने से हमारे देश को विकास के पथ पर पहुंचाने में मुश्किल हुई,दोस्तों इस तरह से एक महान समाज सुधारक हमारे देश से चला गया.
- स्वामी विवेकानंद पर निबंध हिंदी में Essay on Swami Vivekananda in Hindi
- स्वामी विवेकानंद पर नारे swami vivekananda slogan in hindi
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