सूर्योदय के दृश्य पर निबंध Suryoday essay in hindi

Suryoday essay in hindi

Sunrise essay in hindi-हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल Suryoday essay in hindi आप सभी के लिए बहुत ही मददगार साबित होगा.दोस्तों प्रकृति ने हमें बहुत सारी ऐसी अनमोल चीजे प्रदान की है जिनकी हम जितनी प्रशंसा करें उतनी कम होगी जैसे कि सुबह बहता हुआ पानी,ठंडी ठंडी सुबह के समय चलने वाली हवाएं,पक्षियों के गान करने वाली आवाजें बहुत ही मधुर लगती हैं.

इनमें से ही प्रकृति ने हमें सूर्य की सुबह की सूर्य की रोशनी लेने का अवसर प्रदान किया है जब सूर्य उदय होता है तो चारों ओर मधुर आवाज आने लगती हैं,पक्षी अपने मधुर धुन में एक गान करने लगते हैं और उस जानवर चिल्लाने लगते हैं.हमें सूर्योदय से पहले जागना चाहिए और सूर्य के दर्शन करना चाहिए,सूर्य देव को प्रणाम करना चाहिए जिससे हम रोगमुक्त हो सके.

Suryoday essay in hindi
Suryoday essay in hindi

वैसे हमारी पृथ्वी से सूर्य की दूरी 15 करोड़ किलोमीटर हैं.यह दूरी काफी हैं लेकिन फिर भी सूरज की रौशनी का आनंद हम ले सकते हैं क्योकि सूरज भले ही दिखने में छोटा लगता है लेकिन वास्तव में वह बहुत बड़ा है इतना बड़ा की उसका प्रकाश हम तक आसानी से पहुच जाता हैं और हम नियमित रूप से अपनी दिनचर्या चलाने में सक्षम हो पाते हैं.गर्मियों में सूर्य की तेज रौशनी हमको पीड़ा भी पंहुचा सकती है और हम किसी छाव में बैठकर शांति पाते हैं.अक्सर हम देखते है की जब सूर्य उदय होता है तोह वोह बड़ा दीखता है लेकिन जैसे जैसे दोपहर होती जाती है तो वो छोटा दिखने लगता है क्योकि दोपहर में उसके तेज प्रकाश के कारण हम सूर्य को सही तरह से देख नहीं पाते.

सुबह के टाइम हमें सूर्य के दर्शन करने चाहिए इससे हमें काफी लाभ मिलते हैं.आज के जमाने में बहुत कुछ बदल रहा है कहते हैं इंसान बदल रहा है पहले के लोग यहां सुबह जल्दी जागने के महत्व को समझते हुए सुबह जल्दी जा सकते थे लेकिन आजकल के जमाने में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो सुबह जल्दी नहीं जागते वह सुबह जागने का महत्व नहीं समझते,वह सूर्य की किरणों का लाभ लेना नहीं जाहते.हमें समझना चाहिए कि सूर्य की किरने हमें विटामिन डी प्रदान करती हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है इसके अलावा सूर्य की पहली किरण हमें काफी तरह से रोग मुक्त कर सकती हैं.

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हम अपना जीवन खुशी-खुशी जी सकते हैं अक्सर देखा जाता है कि जो इंसान सूर्योदय से पहले जागते है और सूर्योदय के समय अपने शरीर पर सूर्य की किरने पड़ने देता है तो उसे खुशी का अनुभव तो होता ही है साथ में दिनभर उसका दिन अच्छा गुजरता है.सूर्योदय के समय सुर्यनमस्कार करना भी बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है.सूर्योदय के समय हमें व्यायाम,योगा आदि करना चाहिए इनका इस समय विशेष महत्व है.हमें सूर्योदय के समय सूर्य देवता को प्रणाम करना चाहिए सूर्योदय के समय से पहले ही हमें अपने परिवार वालों को जगा देना चाहिए जिससे हमारे साथ में हमारे परिवार वाले भी स्वस्थ रहें,उनके जीवन में भी खुशहाली आये.

सूर्योदय के समय हम सभी को सूर्य नमस्कार करना चाहिए.अक्सर बच्चो,बूड़ो,नौजवानों को सूर्य नमस्कार करते हुए देखा जाता है बह बगीचों या पार्क में या किसी अच्छी जगह पर सूर्य नमस्कार करते हुए देखे जाते हैं.सुबह के समय सूर्य नमस्कार किया जाता है.हमारे देश में प्राचीन काल से ही सूर्यनमस्कार को विशेष महत्व दिया जाता है.सूर्योदय के समय कई स्कूलों में भी सूर्य नमस्कार करवाया जाता हैं क्योकि हमारे अध्यापक भी सुबह के समय किये गए सूर्य नमस्कार के महत्व को समझते है और बच्चो को इसके लाभ बताते है और इसे नियमित रूप से करवाते हैं.

सूर्योदय के समय सब कुछ नया होता है हम कल को भूलकर नई सुबह में कुछ अच्छा करते हैं जिस तरह से सूर्योदय के समय उगता हुआ सूरज एक नई किरण को हमारे शरीर पर पड़ने देता है और वह अपने जीवन में बहुत से रोगों से हमें बचाता है और उसके चेहरे पर हमेशा मुस्कान होती है.सूर्योदय के समय इस देश में सूर्य के महत्व को शुरू से ही समझा जाता है सूर्योदय के समय मंदिरों में पूजा की जाती है,भगवान की आरती की जाती है,सूर्योदय के समय लोग मंदिर जाकर भगवान के दर्शन करते हैं वहां से आकर अपने घर पर पूजा पाठ करते हैं.

लोग भ्रमण करने के लिए घर से बाहर जाते हैं,सूर्योदय के समय कुछ लोगों को अपनी अपनी छतो पर व्यायाम या योगा करते हुए देखा जाता है,कुछ लोगों को सूर्योदय के समय दौड़ लगाते हुए देखा जाता है वाकई में जो इंसान सूर्योदय से पहले जागकर सूर्य की किरणों को अपने शरीर पर पड़ने देता है वह अपने जीवन में बहुत से रोगों से बचाता है और उसके चेहरे पर हमेशा मुस्कान होती है.

सूर्योदय के समय गाय अपने बछड़े को दूध पिलाती हैं.लोगों के घरों में खाना बनता है.जब रात में चारों ओर सन्नाटा छा जाता है,बिल्कुल भी आवाज नहीं आती वही सूर्योदय के समय कम कम से हमें तरह-तरह की आवाजें आने लगती हैं फिर भी सूर्योदय के समय दोपहर के मुकाबले कम शोर शराबा होता है.हम सभी को सूर्योदय से पहले जागकर सूर्य की किरणों को अपने शरीर पर पड़ने देना चाहिए और इस समय योगा,व्यायाम कर अपने आपको स्वस्थ बनाना चाहिए.

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