दर्जियो की जलन Story on jealousy with moral in hindi
Story on jealousy with moral in hindi
दोस्तों काफी समय पहले एक गांव में राम नाम का रहता था वह बहुत ही ईमानदार और अच्छा था उसके पास जितने भी कपड़े आते थे वह बहुत ही अच्छी कीमत में और सही समय में सिलकर लोगों को देता था जिससे उसकी दुकान बहुत अच्छी चलती थी.गांव के ज्यादातर कपड़े सिलवाने वाले लोग राम दर्जी की ही दुकान पर आते थे.
राम का जीवन सही तरह से चल रहा था लेकिन जब गांव के ओर दर्जियों ने यह देखा कि उस दर्जी की वजह से हम सभी दर्जियों का धंधा कम चल रहा है तो उन्होंने सोचा कि क्यों ना किसी ओझा के साथ मिलकर इस दर्जी के साथ कुछ बुरा किया जाए.गांव के सभी दर्जी इसी बात को सोचकर ओझा के पास चले गए लेकिन जब वह वहां पहुंचे तो दरवाजे पर ताला लगा हुआ था अब वह सभी दर्जी अपने-अपने घर जा पहुंचे.अगले दिन उन सभी दर्जियों में से एक दर्जी के पास एक व्यक्ति पहुंचा वह दर्जी से कहने लगा की सुना है कि तुम लोग कल मेरे गुरु के घर गए थे मैं उनका शिष्य हूं बताओ तुम्हें हमसे क्या काम है?
शिष्य की बात सुनकर सभी ने राम दरजी के प्रति अपनी इष्र्या को बताया और कहा कि तुम अपने जादू से कुछ ऐसा करो कि उस दर्जी का धंधा चौपट हो जाए और हमारा धंधा अच्छी तरह से चलने लगे.
शिष्य ने जब ये बात सुनी तो उसने अपने हाथों में कुछ निंबू लेकर उन सभी के समक्ष प्रस्तुत किए और कहा कि निंबू के बीच में कोई सोने की चीज रखकर तुम उस दर्जी के घर पर रख आओ कुछ समय बाद ही उसका धंधा चौपट हो जाएगा.सभी दर्जी बहुत ही खुश होने लगे और वह रोजाना एक-एक करके दर्जी के घर छुप छुप के निंबू के अंदर एक सोने की चीज रखकर आने लगे.कुछ समय बाद उन सभी दर्जियों ने देखा की वह दर्जी जिसके घर पर निंबू में सोने की मुद्रा रखकर आए थे उसने 10 और मशीनें खरीद ली है वह धनवान हो गया है यह सब देख कर वह उस ओझा के पास गए लेकिन उन्होंने मना कर दिया कि उनका कोई शिष्य नहीं है.
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वह सभी दर्जी घबराकर उस राम दर्जी के पास उसके घर पर पहुंचे और उससे पूछा की तुमने 10 मशीने कैसे खरीदी तो राम ने पूरी सही सही बात कह दी कि मेरे घर पर कुछ निंबू और उनके अंदर सोने की मुद्राएं रखी थी मैंने नींबू का रस पिया और सोनू की मुद्रा बेचकर मशीनें ले ली.दर्जियों ने पूरी बात कहीं की सोने की मुद्रा हमारी हैं हमें वापस कर दो लेकिन राम दर्जी ने उनकी एक न सुनी और अंत में कह दिया कि अगर तुम्हारा धंधा नहीं चल रहा तो मैंने 10 मशीने ली है तुम मेरे यहां पर काम करो तुम्हें अपने काम के बदले में पैसे मिलेंगे.
इस तरह से सभी लालची दर्जी जिन्होंने उस दर्जी का धंधा चोपट करने के बारे में सोचा था उनकी जिंदगी मैं कोई बदलाव नहीं हुआ और उनकी जिंदगी राम दर्जी के यहा काम करते करते ही निकल गयी इसलिए कहते हैं कि कभी भी इष्र्या नहीं करनी चाहिए.
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