सिक्किम के रीति रिवाज पर निबंध Sikkim ke riti riwaj essay in hindi

Sikkim ke riti riwaj essay in hindi

दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं सिक्किम के रीति रिवाज पर हमारे द्वारा लिखित निबंध आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस निबंध को

Sikkim ke riti riwaj essay in hindi
Sikkim ke riti riwaj essay in hindi

प्रस्तावना

सिक्किम भारत का एक बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है, यह हिमालय की गोद में बसा हुआ राज्य है, यहां पर विभिन्न धर्मों के लोग मिलजुलकर एकता के साथ रहते हैं।

सिक्किम में बौद्ध धर्म, हिंदू धर्म एवं कई अन्य धर्म शामिल हैं इन सभी धर्म के अलग-अलग रीति रिवाज वास्तव में इस राज्य की विविधताओं में भी एकता को दर्शाता है और विभिन्न रीति रिवाजो के बारे में हमें जानकारी देता है जो हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।

सिक्किम में मनाए जाने वाले त्योहार

सिक्किम में कई तरह के त्योहार मनाए जाते हैं क्योंकि सिक्किम में हिंदू, बौद्ध एवं कई अन्य जनजाति के लोग रहते हैं जिसकी वजह से यहां पर कई त्योहार मनाए जाते हैं, इन त्योहार मनाए जाने की वजह से यहां की संस्कृति, यहां के रीति रिवाज देखकर हमें काफी प्रसन्नता होती है।

यहां के प्रमुख त्योहारों में है सोनाम लोचर नाम का त्योहार। यह लेप्चा समुदाय का एक त्यौहार है जिसे समुदाय के लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं, यह त्यौहार फसल काटने के समय फसल काटने के त्योहार के रूप में मनाया जाता है।

लोसार नाम का त्यौहार सिक्किम में काफी धूमधाम से मनाया जाता है इस त्यौहार में वहां के समुदाय के लोग नाच संगीत करते हैं और बड़े धूमधाम से इस त्योहार को मनाते हैं।

इसके अलावा इस त्योहार में कई जगह पर भोजन का आयोजन किया जाता है, यह त्यौहार तिब्बती नव वर्ष के लिए मनाया जाता है।

मकर संक्रांति भी सिक्किम में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है हिंदुओं का यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है, इस त्यौहार में सिक्किम के लोग पतंग उड़ाते है और इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।

दुर्गा पूजा का त्योहार भी काफी महत्वपूर्ण त्योहारो में से एक है यह पूरे सिक्किम में मनाया जाता है इस त्यौहार में मां दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है।

सिक्किम के नृत्य और संगीत

सिक्किम के नृत्य और संगीत काफी प्रसिद्ध है यहां पर अलग-अलग समुदाय के लोग अलग-अलग तरह का नृत्य करते हैं जो काफी मनोरंजक होता है।

यहां पर कुछ समुदाय के लोग ढोलक एवं बांसुरी बजाकर अपना नृत्य करते हैं एवं यहां के नेपाली लोग भारत के शास्त्रीय संगीत के रूप में अपना नृत्य करते हैं वास्तव में सिक्किम के अलग-अलग नृत्य संगीत से वहां पर हमें विविधताओं में भी एकता देखने को मिलती है जो हमारे भारत देश के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

सिक्किम की वेशभूषा

यहां पर निवास करने वाले नेपाली लोग नेपाली वस्त्र पहनते हैं, यहां के लेपचा समुदाय के महिला, पुरुष की वेशभूषा अलग अलग होती है लेपचा समुदाय के पुरुष एक ढीला पेंट पहनते हैं और इसके साथ में एक लंबा कोट पहनना पसंद करते हैं और इस समुदाय की महिलाएं रंगीन साड़ी और ब्लाउज पहनना पसंद करती हैं।

इसके अलावा यहां पर भूटीया समुदाय के पुरुष एक लंबा कोट पहनना पसंद करते हैं एवं इस समुदाय की महिलाएं एक लंबी स्कर्ट और ब्लाउज पहनना पसंद करती हैं।

वास्तव में सिक्किम में अलग-अलग तरह के समुदाय अलग-अलग तरह के वस्त्र पहनते हैं जो काफी महत्वपूर्ण हैं। यहां पर विविधताओं में भी एकता हमें देखने को मिलती है वास्तव में सिक्किम के रीति रिवाज हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है।

दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल Sikkim ke riti riwaj essay in hindi आप अपने दोस्तों में शेयर करें धन्यवाद।

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