बेटी बचाओ पर कविता Save betiyan poem in hindi
बेटी बचाओ पर कविता Save betiyan poem in hindi
दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल बेटी बचाओ पर कविता आप सभी के लिए बहुत ही प्रेरणादायक कविता है यह कविता हमारे खुद के द्वारा लिखी गई कविता है इसे आप पढ़िए और अपने देश और अपने देश की बेटी को बचाइए क्योंकि हमारे देश की बेटी से ही हमारे देश का,हमारे समाज का निर्माण होता है आज हम देखें तो हमारे देश में बेटी सुरक्षित नहीं हैं हमारा कर्तव्य है कि हम देश की बेटी को बचाएं चलिए पढ़ते हैं हमारी आज की इस स्वरचित कविता को
बेटी को बचाओ इस देश को बचाओ
जगत जननी को बचाओ समाज को बचाओ
बेटी की सुरक्षा से ही देश की सुरक्षा है
बेटी की सुरक्षा से ही बहू की रक्षा है
बेटी को बचाओगे तो खुशियां घर लाओगे
बेटी के कार्यों से सिर अपना ऊपर उठाओगे
बेटी को जब तक कमजोर समझते रहोगे
देश के साथ खिलवाड़ करते रहोगे
बेटा बेटी में तुम फर्ग ना करो
समाज को आगे बढ़ाने का प्रयत्न तुम करो
बेटी को बचाने का प्रयत्न तुम करो
घर में खुशियां लाने का प्रयत्न तुम करो
बेटी के बगैर घर का कोना रहेगा सूना
खुशी में भी गम से घर में छाया रहेगा अंधेरा
दुख का साया सिर पर मंडराएगा
बेटी के बगैर सुख ना चैन आएगा
बेटी नहीं रहेगी तो बहू कहां से आएगी
बेटी के बगैर मनुष्य प्रजाति खत्म हो जाएगी
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