सानिया मिर्जा पर निबंध एवं जीवनी Sania Mirza Essay, Biography in hindi
Sania Mirza Biography in hindi
आज हम ऐसे खिलाड़ी के बारे में जानने वाले हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और दिमाग से खेल की दुनिया में नाम कमाया और सफलता हासिल की. हम बात कर रहे हैं भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के बारे में । सानिया जी ने अपनी मेहनत से टेनिस की दुनिया में सफलता हासिल की । अब हम बात करते हैं सानिया जी के जीवन के बारे मे ।
सानिया जी का जन्म 15 नवंबर 1986 को मुंबई में हुआ उनकी माता नसीमा मिर्जा और पिता इमरान मिर्जा थे उनकी छोटी बहन अनाम मिर्जा है। सानिया मिर्जा जी के पिताजी इमरान मिर्जा और माताजी नसीमा मिर्जा उनको बहुत प्यार करते थे । सानिया मिर्जा जी के पिताजी एक बिल्डर थे जो बिल्डिंग डेवलपमेंट का कार्य करते थे । सानिया मिर्जा जी की माता को पेंटिंग का बहुत शौक था उनकी माता को पेंटिंग करने में बहुत रुचि थी जिसके कारण उनके पिता इमरान मिर्जा ने पेंटिंग का बिजनेस शुरू किया और पेंटिंग के बिजनेस को उनकी मां संभाल ने लगी । सानिया मिर्जा जी के पिताजी एक अच्छे बिल्डर के के साथ साथ खेल संवाददाता की भूमिका में भी काम करते थे ।
सानिया जी जैसे ही धीरे-धीरे बड़ी होने लगी फिर उनको मुंबई के एक स्कूल में भर्ती कराया गया जहां से उन्होंने पढ़ना प्रारंभ किया । पढ़ाई के साथ-साथ सानिया मिर्जा जी खेल में भी रुचि लेने लगी. 6 वर्ष की आयु में उन्होंने टेनिस खेलना शुरू किया । टेनिस सीखने के लिए उनके पिता ने उनको उत्साहित किया । उनके पिता के पास पैसों की बड़ी समस्या थी लेकिन फिर भी उन्होंने कई लोगों की मदद से सानिया को स्पॉन्सर कराया । सानिया मिर्जा जी के पिता और पूरी फैमिली को बिजनेस के कारण मुंबई से हैदराबाद आना पड़ा और सानिया मिर्जा जी की पूरी फैमिली मुंबई से हैदराबाद आकर रहने लगी ।
सानिया मिर्जा जी को टेनिस खेल सिखाने में उनके पिता इमरान मिर्जा का योगदान रहा इस के साथ-साथ रॉजर एंडरसन ने उनको टेनिस खेल सिखाया और सानिया जी पूरी मेहनत से टेनिस सीखने लगी ।
सानिया मिर्जा जी ने खेल के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी सफलता हासिल की उन्होंने नसर स्कूल से शिक्षा प्राप्त की उसके बाद सेंट मैरी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने चेन्नई से डॉक्टर की उपाधि हासिल की । पढ़ाई के मामले में उन्होंने कभी धील नहीं दी और उन्होंने पूरी मेहनत से सफलता प्राप्त की. सानिया मिर्जा जी टेनिस के साथ-साथ तेराकी भी सीखने लगी और वह अच्छी तेराकी भी हैं ।
सानिया मिर्जा जी 6 वर्ष की आयु से ही टेनिस के क्षेत्र में रुचि दिखाने लगी । उनकी इस रुचि को देख कर उनके पिता ने उनका हौसला बढ़ाया और टेनिस खेलने को कहा और वह पूरी लगन से टेनिस खेलने लगी । जिन्होंने 14 मेडल जीते जिसमें 6 गोल्ड मेडल 8 सिल्वर है ।
सानिया मिर्जा जी एक ग्राउंड स्ट्रोक खिलाड़ी हैं जिन्होने अपनी मेहनत और लगन से टेनिस खेल मैं सफलता हासिल की । जब वह टेनिस खेलती थी तो स्टॉक पूरी ताकत और दिमाग से उस शॉट का जवाब देती थी । उन्होंने कई ऐसे खिलाड़ियों को टेनिस के क्षेत्र में हराया है जो खिलाड़ी पूरी मेहनत से टेनिस खेलती थी।
उन्होंने अपने शॉर्ट के माध्यम से टेनिस में कई खिलाड़ियों को हराया और सफलता हासिल की । टेनिस मैं बे एकल खेलती रही लेकिन 2012 में खेल के दौरान उनको चोट लग गई जिसके कारण उनका एकल खेलना संभव नहीं हो पाया । चोट लगने के बाद उन्होंने खेलना बंद नहीं किया और पूरी मेहनत के साथ-साथ डबल टेनिस खिलाड़ी के रूप में उन्होंने अपना योगदान दिया और पूरी मेहनत के साथ टेनिस के खेल में वापसी की और सफलता हासिल की ।
सानिया मिर्जा जी ने टेनिस खेल मैं अच्छी मेहनत करने के लिए और भारत को टेनिस के खेल मैं कई गोल्ड और मेडल जिताने और भारत को जीत दिलाने के साथ-साथ सभी भारतीयों का सिर गर्व से ऊंचा करने के लिए उनको कई पुरस्कार दिए गए । सानिया मिर्जा जी को अर्जुन पुरस्कार दिया गया जिससे उनका हौसला बढ़ा और फिर उन्होंने और ज्यादा मेहनत करना चालू कर दिया । ठीक इसके बाद उनको 2006 में पदम श्री से सम्मानित किया गया जिससे उनका नाम पूरी दुनिया में छा गया ।
इन्होंने अपनी मेहनत के दम पर राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 2015 में प्राप्त किया । यह सब सोनिया जी ने अपने दम पर हासिल किया । दोस्तों सानिया जी को अपने खेल पर कभी भी घमंड नहीं हुआ । सानिया मिर्जा जी को तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री ने उनकी इस काबिलियत को देख कर उन्हें तेलंगाना मैं ब्रांड एम्बेसडर बना लिया ।
सानिया मिर्जा जी का विवाह बड़े चर्चाओं में रहा है पहले तो सानिया मिर्जा जी अपने बचपन के मित्र से शादी करना चाहती थी लेकिन उनके दोस्त और उनके बीच यह रिश्ता नहीं बन पाया और उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर इस शादी को मना कर दिया । समय बीतने के साथ-साथ उनकी मुलाकात पाकिस्तान के क्रिकेटर शोएब मलिक से ऑस्ट्रेलिया में हुई और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी और कुछ समय बाद उन्होंने शादी करने का फैसला किया. 12 अप्रैल 2010 को सानिया मिर्जा जी का विवाह पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ मुस्लिम रीति-रिवाजों से हुआ.
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