सब दिन होत न एक समान पर निबंध sab din hot na ek saman essay in hindi

sab din hot na ek saman essay in hindi

दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं सब दिन होत न एक समान पर निबंध । इस निबंध के माध्यम से आज हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि सब व्यक्तियों का कभी भी एक सा दिन नहीं होता है । व्यक्ति कभी दुखी होता है तो कभी खुशी का अनुभव करता है । सुख दुख हमेशा व्यक्ति के जीवन में आते रहते हैं इसलिए अब हम आपको बताएंगे कि सब दिन होत न एक समान के बारे में ।

sab din hot na ek saman essay in hindi
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दोस्तों जिस तरह से ऋतु मैं परिवर्तन होता रहता है उसी तरह से मानव जीवन में कई परिवर्तन होते रहते हैं । किसी भी व्यक्ति का कभी भी एक सा समय नहीं होता है । व्यक्ति कभी सुख प्राप्त कर लेता है तो कभी दुखों में घिर जाता है । जिस तरह से प्रकृति अपना रूप बदलती है उसी तरह से मनुष्य का जीवन भी बदलता रहता है । यह कहा जाता है कि समय का जो चक्र है वह सदैव एक सा नहीं चलता है । यह हम प्राचीन समय से ही देखते आए हैं कि कोई रंक राजा बन जाता है तो कोई राजा रंक बन जाता है । यह व्यक्ति के काम पर निर्भर करता है । क्योंकि व्यक्ति जो काम करता है उसे उसी का परिणाम प्राप्त होता है। यह संभव नहीं है कि व्यक्ति जन्म से लेकर मृत्यु के बीच में सुख ही सुख प्राप्त करें । हर व्यक्ति के जीवन में सुख दुख आते रहते हैं और वह व्यक्ति अपने जीवन को जीता है ।

सुख दुख के बिना व्यक्ति का जीवन अधूरा है । आज हमारे पास सुख नहीं है तो हमें हार नहीं मानना चाहिए हमें मेहनत करते रहना चाहिए तब आने वाले समय में हमें अवश्य ही सुख की प्राप्ति हो जाएगी । जो व्यक्ति सुख भोग रहा है उसे कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि घमंड ही उस व्यक्ति को ले डूबता है और वह दुखों में घिर जाता है । जब किसी व्यक्ति के जीवन में दुख आता है तो वह व्यक्ति ही उस दुख का जिम्मेदार होता है । क्योंकि हम जो कार्य करते हैं उसी का फल हमें प्राप्त होता है । जब हम कोई गलत काम करते हैं तो हमें गलत परिणाम प्राप्त होते हैं । जब हम कोई अच्छा काम करते हैं तो अच्छा परिणाम प्राप्त होता है । संसार के इस समय चक्र को भगवान भी नहीं रोक सकते हैं तो हम इंसान क्या चीज हैं । इसलिए संसार के साथ साथ मानव जीवन मे भी परिवर्तन होता रहता है । जिस तरह हमारी उम्र बढ़ती है उसी तरह कई तरह के परिवर्तन हमें आसपास दिखाई देने लगते हैं । हम पुराने समय की बात करें तो कच्चे मकान और कच्ची सड़कें हमें देखने को मिलती थी आज इतना परिवर्तन हो गया है कि कच्चे मकान देखने को नहीं मिल रहे हैं ।

पक्के ही पक्के मकान देखने को मिलते हैं और सड़कें मजबूत हो गई हैं । पहले गांव की सड़कें कच्ची हुआ करती थी, पहले गांव में बिजली पानी नहीं था ,लेकिन आज गांव की सड़कें बन गई है और हर गांव में बिजली पानी पहुंच गया है । पहले गांव के लोग शहरों में आने से कतराते थे । आज गांव में पक्की सड़क हो जाने से गांव का व्यक्ति शहरों से जुड़ गया है । यह परिवर्तन मनुष्य के द्वारा ही किया गया है । मैंने प्राचीन काल के कई लोगों के बारे में सुना है कि वह गरीब होने के बाद राजा बन जाता है । आज भी मैंने कई लोगों को देखा है कि वह गरीब होता है अपनी मेहनत और ईमानदारी के दम पर वह बहुत बड़ा धनवान व्यक्ति बन जाता है। यह सब परिवर्तन का ही खेल है हमें कभी भी अपने आप के ऊपर घमंड नहीं करना चाहिए । अपने घमंड के कारण दूसरों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। किसी की गरीबी का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। क्योंकि आज जो व्यक्ति गरीब है वह कल अमीर बन सकता है और आज हम अमीर हैं कल गरीब बन सकते हैं ।

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