रंजित कटियाल ने कैसे लाखो लोगो की जान बचाई real life heroes in hindi

ये story है एक ऐसे real life heroes की जिसने दूसरो की मदद करने के लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं की,दोस्तों सन 1990 की बात है एक देश में भारतीय लोगो पर अत्याचार किया जाता था,जिससे भारतीय बहुत ही परेशान थे,अगर किसीका business था तोह उसे तरह तरह की धमकी दी जाती,किसी किसी का सामान फेक दिया जाता,अगर कोई भारतीय थोड़ी सी भी बात नहीं मानता तोह उसे गोली मार दी जाती थी,मतलब भारतीयों को स्वतंत्रता से जीने की आजादी नहीं थी,कभी भी उनके घर में घुसकर तोड़ फोड़ कर दी जाती थी,उस देश में भारतीयो का रहना मतलब जिन्दा रहने की कोई गारंटी नहीं.

उसी देश में एक businessmen था,जिसका नाम था रंजित कटियाल.जिसकी एक factory थी,जिसमे हजारो लोग काम करते थे,उस businessmen का भी उस देश में रहना मुमकिन नहीं था,वोह भी वहा के वर्दी वालो से काफी परेशान था,वोह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ उस देश से निकलना चाहता था,इसके लिए वोह वहा के बड़े अधिकारियों से बात करता है,कुछ पैसे खिलाने पर उस businessmen को india जाने के लिए permission दे दी जाती है.

लेकिन जेसे ही वोह अपनी factory जाता है तोह देखता है की काफी लोग उसके साथ दुसरे देश में जाना चाहते है,वोह अब अकेला अपने बीबी बच्चो के साथ नहीं जाना चाहता है ,वोह अपनी factory के सभी कर्मियों के साथ जाना चाहता है,इसके आलावा उसकी factory में कर्मियों के आलावा हजारो लाखो लोग मदद के लिए आ जाते है.

वोह सभी उससे कहते है की इस देश में रहना जान के साथ खिलवाल करना है,आप हमें इस factory में रहने की अनुमति दे दीजिये,अब उसकी अनुमति से लाखो लोग उसकी factory में ही रहने लगते है,वोह अकेला businessmen लाखो लोगो के खाने का इन्तिज़ाम करता है,और अब अकेला दुसरे देश नहीं जाना चाहता.

उसकी बीबी कहती है की हम इंडिया चलते है,अब इतने सारे लोगो की जिम्मेदारी तुम केसे ले सकते हो,वेसे भी वोह तुम्हारे क्या लगते है,लेकिन वोह फिर भी अकेला जाने के लिए तैयार नहीं होता.

एक समय ऐसा भी आता है की वहा के वर्दी वाले उनके खाने पीने की चीजो को अपने साथ ले जाते है ,वोह फिर भी हार नहीं मानता है,वोह कुछ लोगो से मिलता है,और आखिर में जाने का plan बना ही लेता है,उन सबके साथ एक कुवेती थी,उस देश में कुवेती को नहीं रहने दिया जाता था,अगर कुवेती दिख भी जाए तोह उसे उसी वक़्त जान से मार दिया जाता था.

वोह उस कुवेती को सभी लोगो के साथ एक बस में बिठा देता है लेकिन जब सभी लोगो को पता लगता है की ये औरत एक कुवेती है,तोह बस में सवार लोग उस औरत को अपने साथ बस में नहीं रहने देते है तोह वोह businessmen उस कुवेती औरत को अपने साथ ही अपनी कार में साथ में ले चलता है,इस बीच कुछ लोगो को पता भी लग जाता है की रंजित कठियाल के साथ एक कुवेती भी है,तोह कुछ लोग उन दोनों को मरने की भी कोशिश करते है,लेकिन रंजित कठियाल की अच्छाई ओर हौसले के आगे वोह लोग कुछ भी नहीं कर पाते है.

और काफी कोशिशो के बाद रंजित कठियाल लाखो लोगो के साथ हवाईहड्डे पर पहुच जाते है और सभी लोग airoplane में बैठकर इंडिया आ जाते है.

तोह देखा दोस्तों एक इन्सान केसे अपनी जान पर खेलकर दुसरे लोगो की जान बचाता है,अगर वोह चाहता तोह अकेला भी आ सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया,उसने दूसरो को लिए अपनी जान की भी परवाह नहीं की.वेसे इस real story पर एक फिल्म भी बन चुकी है,जिसके अभिनेता अक्षय कुमार है और  फिल्म का नाम एयरलिफ्ट है,आपको ये फिल्म जरुर ही देखनी चाहिए.

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