प्राकृतिक आपदा कारण एवं निवारण पर निबंध Prakritik aapda par nibandh in hindi

प्राकृतिक आपदा कारण एवं निवारण पर निबंध

हेलो माय डियर फ्रेंड्स कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा टॉपिक Prakritik aapda par nibandh in hindi बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि आज कल हमारे देश में प्राकृतिक आपदाएं बहुत तेजी से आती हैं और काफी समय से यह देखने को मिलता है की प्राकृतिक आपदाओं के कारण हमारे देश में जनहानि,धन हानि होती आई हैं,

प्राकृतिक आपदा कारण एवं निवारण पर निबंध

प्राकृतिक आपदा कुछ ऐसी आपदा हैं जिनको हम एकदम से उसी समय नहीं रोक सकते.अगर हमें उन्हें रोकना है तो हमको कुछ अभी से ऐसा करने की जरूरत है जिससे प्राकृतिक आपदाएं आने से रुक जाए या ना आए क्योंकि इससे हमारे देश का नुकसान है.

प्राकृतिक आपदाओं के कारण बहुत सारे ऐसे परिवार होते हैं जिनको हानि होती है उनकी पैसों की हानि होती है, आर्थिक रूप से वह बिल्कुल कमजोर हो जाते हैं आखिर इन सब का जिम्मेदार कौन है,हमारे देश में समय समय पर प्राकृतिक आपदाएं आती रही हैं.

2005 में मुंबई में बाढ़ आ गई थी जिसके कारण बहुत सारे लोग मारे गए थे,2008 में बिहार के कुछ गांव जलमग्न हो गए थे जिससे हजारों लोग मारे गए थे,2010 में भी जम्मू कश्मीर में बादल फटने के कारण बहुत सारे लोग मारे गए थे,2013 में उत्तराखंड में भी बादल फटने से बहुत सारे लोग मारे गए थे ऐसा क्यों हो रहा है आखिर इसके जिम्मेदार कौन हैं चलिए पड़ते हैं प्राकृतिक आपदा कारण एवं निवारण

दोस्तों प्राकृतिक आपदाओं का सबसे पहला कारण है वातावरण का प्रदूषण वातावरण का प्रदूषण होना आज हमारे देश में हम बहुत सारे ऐसी चीजें का उपयोग कर रहे हैं जिनसे हानिकारक धुआं निकलता है जो कि वातावरण में जाता है जिससे हमारा वातावरण प्रदूषित होता है कहीं ना कहीं इससे मौसम चक्र प्रभावित होता है और एक प्राकृतिक आपदा को जन्म देती है अगर हम इन प्राकृतिक आपदाओं को रोकना चाहते हैं तो हमें वाहनों का उपयोग भी कम करना चाहिए जिससे हमारा वातावरण प्रदूषित होने से बच सके और हम प्राकृतिक आपदा से बच सके।

हमारे देश के बहुत से लोग ऐसे हैं जो लोगों से झूठ बोलते हैं,ईश्र्या करते हैं,आज बहुत सी जगह देखने को मिलता है कि परिवार में रिश्ते कमजोर पड़ते जा रहे हैं भाई भाई को नहीं समझ पाता,परिवार में झगड़े होते रहते हैं कोई किसी की इज्जत नहीं करता जिस कारण हमारे समाज का बहुत नुकसान हुआ है और शायद इसी वजह से हमारे देश में इस तरह की समस्या उत्पन्न होती है अगर हम एक दूसरे की इज्जत करें,एक दूसरे से सत्य बोले यानी भाई भाई मैं अगर अच्छे रिश्ते हो तो सकता है हमारे देश में प्राकृतिक आपदा जैसी समस्याएं ना आए।

देवी समान स्त्री की इज्जत ना करना,दोस्तों आजकल बहुत सी जगह देखा गया है कि लोग स्त्री की इज्जत नहीं करते जिस घर में स्त्री को देवी के समान समझना चाहिए वही कुछ घरों में इस्त्री की कोई इज्जत नहीं करता जिस देश में स्त्री को मान सम्मान की नजर से देखना चाहिए उसी देश में आज स्त्री का बलात्कार हो रहा है इस तरह की समस्या से हमारा ईश्वर रुष्ट हो गए है अगर हम इन सब को रोकना चाहते हैं तो हमें देवी समान स्त्री का सम्मान करना होगा. हो सकता है हमारे देश में प्राकृतिक आपदाएं कम हो जाएं

वृक्षारोपण करना दोस्तों आजकल के आधुनिक जमाने में वृक्ष दिनादिन कम हो रहे हैं,वृक्ष न होने के कारण आज भूमि स्खलित हो रही है जिस वजह से भूकंप जैसी समस्या आती है,अगर हम इसको कम करना चाहते हैं,खत्म करना चाहते हैं तो हमें ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करना चाहिए जिससे हमारा पर्यावरण भी प्रदूषित होने से बचेगा

दोस्तों अगर हम प्राकृतिक आपदाएं जेसी समस्याओं को रोकना चाहते हैं तो हमें ईश्वर को दिल से मानना होगा बहुत से लोग ऐसे हैं जो ईश्वर की पूजा करते हैं मंदिर जाते हैं यह बहुत अच्छी बात है लेकिन ईश्वर के बताए रास्ते पर नहीं चलते तो इससे हमारा ईश्वर रुष्ट होते है,हमें ईश्वर को मानने के साथ में ईश्वर के द्वारा बताए गए रास्तों पर चलना चाहिए.श्रीराम श्रीकृष्ण के बताए गए रास्ते पर चलना चाहिए तभी हमारे देश से प्राकृतिक आपदाएं जैसी समस्या खत्म हो सकती है।

दोस्तों इस तरह से हमारे द्वारा बताए गए कुछ रास्ते अपना कर हम सभी विश्व में प्राकृतिक आपदाओं के प्रकोप से बच सकते हैं.

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