प्रदूषित रहित दिवाली पर निबंध pollution free diwali essay in hindi
pollution free diwali essay in hindi
दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं प्रदूषण रहित दिवाली पर लिखे इस निबंध को । इस निबंध के माध्यम से हम यह सीख लेंगे कि यदि हम प्रदूषण रहित दिवाली मनाएं तो हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ रहेगा । चलिए अब हम पढ़ेंगे प्रदूषित रहित दिवाली पर लिखित इस निबंध को ।
हमारे भारत देश में कई त्योहार बनाए जाते हैं । दिवाली का त्योहार हमारे भारत देश में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि राम भगवान चौदह बर्ष के बनवास से बापस अयोध्या आये थे। तभी से हमारे भारत देश में दिवाली का उत्सव मनाया जाता है । इस दिन लक्ष्मी माता की पूजा की जाती है । हमारे भारत देश में दिवाली बड़े धूमधाम से मनाई जाती है । इस दिन सभी लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं । इस दिन सभी के घरों में मिठाइयां बनाई जाती है ।
दिवाली के दिन नए-नए कपड़े पहनते हैं । दिवाली के दिन सभी पटाखे भी फोड़ते हैं जिससे हमारे आसपास का वातावरण दूषित हो जाता है । यदि हमें आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखना है तो कोशिश करना चाहिए कि हम पटाखे ना चलाएं ।
दीप जलाकर रोशनी करके ,तरह-तरह की मिठाइयां बनाकर, नए नए कपड़े पहनकर हम दिवाली के उत्सव को मना सकते हैं । हमारे भारत देश में दिवाली के दिन पटाखे खरीदने में काफी पैसा बर्बाद हो जाता है जिससे हमें किसी तरह का कोई भी फायदा होने वाला नहीं है । हमें आसपास के लोगों को भी यह बात समझाने की कोशिश करना चाहिए कि पटाखे चलाने से हवा दूषित होती है ।
जिस ऑक्सीजन को लेकर हम जीवित रहते हैं वह ऑक्सीजन प्रदूषित हो जाती है । पटाखे बनाने में कई तरह का केमिकल उपयोग में लाया जाता है । जब वह केमिकल हवा में घुल जाता है तो वह हवा हम श्वास के द्वारा अंदर लेते हैं तब ऑक्सीजन के साथ साथ कई हानिकारक कण भी हमारे शरीर के अंदर पहुंच जाते है जिससे हमारे शरीर को बीमारियां हो जाती हैं और हम बीमारियों का इलाज कराने में काफी सारा पैसा बर्बाद कर देते हैं । प्रदूषण रहित दिवाली से हमारे आसपास का वातावरण स्वच्छ बना रहता है । दिवाली के दिन हमें कोशिश करना चाहिए कि हम सभी परिवार वाले मिलकर पेड़ पौधे लगाएं । दीवाली के दिन दीप जलाकर अपने घर को रोशन करें ।
दिवाली के दिन हमें पटाखों को नहीं चलाना चाहिए । दिवाली के दिन हमें एक दूसरे से गले मिलकर शुभकामनाएं देनी चाहिए और हमें आसपास के लोगों को जागरूक करना चाहिए कि वह भी पटाखे ना चलाएं । हमें लोगों को पूर्ण रूप से जागरूक करना होगा और लोगों को बताना होगा कि जब हम पटाखे चलाते हैं तब तरह-तरह का केमिकल हवा में घुल जाता है और हवा दूषित हो जाती है ।
यह केमिकल हवा के माध्यम से हमारे शरीर में पहुंच जाता है और बीमारी हमारे शरीर को लग जाती है । हम बीमारियों के कारण परेशान होते रहते हैं । हमें यह त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाना चाहिए । दिवाली के समय अपने घरों पर अपने हाथों द्वारा मिठाईयां बनानी चाहिए। हमें बाजारों से मिठाइयां नहीं खरीदनी चाहिए क्योंकि बाजारों में मिठाइयां मिलावट करके बनाई जाती है जिसके कारण हमारा शरीर बीमार हो जाता है ।
यदि हमें प्रदूषण रहित दिवाली मनाना है तो हमें आसपास के लोगों को जागरूक करना पड़ेगा । हमें आपसी बातचीत से यह निर्णय लेना चाहिए कि हम कभी भी पटाखे नहीं चलाएंगे । जब हम प्रदूषित रहित दिवाली मनाते हैं तो हमारा काफी पैसा बर्बाद होने से बच जाता है और हम वातावरण को स्वच्छ रख पते हैं.
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