अहंकार पर कविता Poem on ahankar in hindi

Poem on ahankar in hindi

दोस्तों कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज हम आपके लिए लाए हैं अहंकार पर हमारे द्वारा लिखी कविता दोस्तों अहंकार वास्तव में हमारा एक शत्रु होता है जो हमें विनाश की ओर ले जाता है यदि आपने जीवन में कुछ पा लिया होता है तो आपको अहंकार हो जाता है, आप अपने आपको श्रेष्ठ समझने लगते हैं और यह अहंकार आपको जीवन में आगे नहीं बढ़ने देता.

हम सभी को इसे समझने की जरूरत है कि आज दुनिया में यदि हम किसी क्षेत्र में आगे हैं तो कोई व्यक्ति दूसरे क्षेत्र में आगे होगा. हमें बिल्कुल भी अपने आप में अहंकार नहीं करना चाहिए, हमें दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, मिलजुलकर जीवन व्यतीत करना चाहिए, अहंकार से दूर रहना चाहिए चलिए पढ़ते हैं हमारे द्वारा लिखी अहंकार पर एक कविता

Poem on ahankar in hindi
Poem on ahankar in hindi

अहंकार जीवन में आया है

जीवन में दुख लाया है

कुछ पल की सफलता ने

अहंकार में हमें डुबोया है

 

कुछ पल की सफलता ने

तेरा मन क्यों बिगाड़ा है

अहंकार ने मनुष्य को

जीवन में बहुत ही नीचे गिराया है

 

ना कर तू अहंकार जीवन में

खुशी ही खुशी फिर तू लाया है

प्यार मोहब्बत आया हूं

जब अहंकार से दूर होता जाया है

 

अहंकार ने रिश्तो को बिगड़ा है

दूसरों को दुख देता आया है

मनुष्य बहुत पछताया है

जब अहंकार पास आया है

 

अहंकार जीवन में आया है

जीवन में दुख लाया है

कुछ पल की सफलता ने

अहंकार में हमें डुबोया है

हमें बताये की ये कविता Poem on ahankar in hindi आपको कैसी लगी.

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