एक फूल की आत्मकथा निबंध Phool ki atmakatha essay in hindi

Phool ki atmakatha essay in hindi

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल फूल की आत्मकथा पर निबंध आप सभी के लिए बड़ा ही महत्वपूर्ण है दोस्तों जैसे की हम सभी जानते हैं कि फूल ईश्वर के चरणों में चढ़ाए जाते हैं यह बहुत ही खुशबूदार और खूबसूरत होते हैं जिन्हें देखकर हर किसी का मन मोह जाता है वास्तव में फूल हर किसी को पसंद है आज हम आपके लिए फूल की आत्मकथा पर निबंध लेकर आए हैं ये निबंध जिसका उपयोग कोई भी विद्यार्थी अपने स्कूल,कॉलेज की परीक्षा में निबंध लिखने के लिए यहां से जानकारी ले सकते है साथ में अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए हमारे आज के इस आर्टिकल को पढिये

Phool ki atmakatha essay in hindi
Phool ki atmakatha essay in hindi

मैं एक फूल हूं वैसे तो मैं कई प्रकार का होता हूं लोग मुझे कई नामों से पुकारते हैं में चमेली,गेंदा, सूरजमुखी,कमल, गुलाब इस तरह के कई प्रकार का होता हूं.लोग मुझे गुलाब का फूल कहते हैं मैं बहुत ही खूबसूरत हु जब बच्चे,बूढ़े और नौजवान मुझे देखते हैं तो उनकी होठों पर मुस्कान आ जाती है मेरा जन्म एक उद्यान में हुआ है वहां पर बहुत सारे लोग घूमने आते हैं. सुबह-सुबह में खिल उठता हूं, लोग मुझे देखकर बेहद खुश होते हैं.

मेरी प्रजाति के फूलो को वह अक्सर तोड़ते हैं लेकिन उद्यानों में मेरी सुरक्षा के लिए कई जगह लिखा होता है कि यहां पर फूल तोड़ना मना है लेकिन मेरी खूबसूरती लोगों को इतनी भाती है कि वह मुझे तोड़ने से नहीं रुकते या पीछे नहीं हठते.रात में मैं मुरझा जाता हूं और सुबह खिल जाता हूं सूरज की रोशनी से ही मैं खिलता हूं ईश्वर ने मेरी सुरक्षा के लिए मुझ पर काटे बनाए हैं जिस वजह से कुछ हद तक मेरी सुरक्षा होती है कुछ जीव जंतु जो मेरे लिए हानिकारक होते हैं वह मेरे काटो को देखकर दूर भाग जाते हैं मैं बेहद खुश हूं क्योंकि मैं दूसरों के बहुत काम आता हूं बहुत सारे लोग बाग-बगीचों से मालाएं बनाते हैं

मुझे किसी नेता या किसी सज्जन या किसी भगवान के मंदिर में चढ़ाते हैं या मेरी माला बनाकर पहनाते हैं मेरे फूलों को एक धागे के द्वारा बांध कर माला बनाते हैं.मेरी सुगंध दूर दूर तक फैल जाती है खुशबू सूंघकर मधुमक्खियां मुझपर मंडराने लगती हैं मेरे फूल की खूबसूरती को देखकर कई कवि मेरे ऊपर कविताएं लिखते हैं वह मेरे ऊपर बहुत ही सुंदर कविताएं लिखते हैं.शायद मैं हूं ही इतना काबिल जिससे लोग मेरी मालाएं बनाकर बाजार में बेचते हैं.

बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो छुप छुपकर मेरे फूल तोड़ते हैं और भगवान पर चढ़ाने के लिए मुझे बाग-बगीचों से तोड़कर ले जाते हैं जब किसी का विवाह होता है तब लोग मुझ फूल की माला बनाकर उनका उपयोग करते हैं बहुत से शुभ कार्यों में भी मुझ फूल का ही उपयोग किया जाता है.कहते हैं फूलों के बगैर कोई शुभ कार्य नहीं होता है. कभी-कभी लोग अपनी दीवारों पर लगाते हैं,मंदिरों में सुशोभित करते हैं मैं एक लोकप्रिय फूल हूं मेरे घर यानी बाग-बगीचों में कोई भी आए मुझे देखें मुझे छू ले मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता,कोई मुझे नुकसान पहुचाये, मेरे पौधों की पत्तियां और फूल तोड़े तो मैं कुछ नहीं कहता मैं एकदम चुपचाप अपने एक स्थान पर खड़ा रहता हूं.

आजकल हम देखें की वातावरण प्रदूषित हो गया है जिस वजह से मेरे जैसे पौधे भी नहीं पनप पाते लेकिन एक खास बात यह है कि मेरे जैसे फूल ही वातावरण को स्वच्छ रखने में मदद करते हैं मैं बाग-बगीचों में मेरे जैसे और साथियों के साथ बहुत ही शोभायमान होता हु.में लाल, गुलाबी एवं बहुत सारे तरह-तरह के रंगों के लों के साथ बहुत ही सुशोभित होता हूं.

जब लोग मेरे बाग-बगीचों में आते है तो मुझे देखकर खुश हो जाते हैं क्योंकि मैं बहुत ही खूबसूरत हु मैं कभी भी किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता मैं तो बस एक स्थान पर ही रहता हूं लोगों के ऊपर निर्भर करता है कि मेरा उपयोग अच्छे कार्यों में करे क्योकि कुछ लोग होते हैं तो मुझे तोड़ते हैं, मसलते हैं और मुझे किसी गंदी जगह में फेंक देते हैं मैं इसके बदले उनसे कुछ नहीं कहता लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बेहद अच्छे होते हैं वह मुझे तोड़कर मुझ जैसे फूल को भगवान को अर्पण करते हैं वहां पर बहुत सारे लोग भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं मुझे भी बेहद खुशी होती है क्योंकि भगवान के साथ वह मुझे भी देखकर काफी प्रसन्न होते हैं.

लोग मेरी इज्जत करते हैं आजकल मेरे जैसे फूलों को खरीदने के लिए भी लोग पैसे चुकाते हैं क्योंकि मैं बहुत ही खूबसूरत और सुगंधित होता हूं मैं सिर्फ इस मानव जाति को कुछ ना कुछ देता हूं उनको अपनी खूबसूरती और सुगंध से मन मोहित करता हूं लेकिन मैं इसके बदले उनसे कुछ भी नहीं लेता हूं.उन लोगों को मुझसे सीखना चाहिए कोई मुझे कितना भी नुकसान पहुंचाये में उनका अच्छा ही सोचता रहता हूं.

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