पेट पूजा पर हास्य कविता Pet pooja poem in hindi
Pet pooja poem in hindi
पेतपूजा से तात्पर्य खाने पीने की क्रिया से है। जब हम सभी को भूख लगती है तो हम पेट पूजा करते हैं। अक्सर पूजा शब्द का प्रयोग हमारे समाज में बहुत से लोग करते हैं।

आज हम आपके लिए लाए हैं पेट पूजा पर हमारे द्वारा लिखी यह हास्य कविता आप इसे पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं पेटपूजा पर हमारे द्वारा लिखी इस कविता को
जोर जोर से चिल्लाता हू
चूहे दौड़ रहे पेट में ये सुनाता हूं
पेटपूजा बगैर खुश नजर ना आता हूं
सब पर गुस्सा करता जाता हूं
ना मुझे किसी से मतलब है
पेटपूजा से मुझे मतलब है
पहले पेट पूजा करूं
बाद में कोई काम करूं
सुबह-सुबह जागता हूं
पेट पूजा करता हूं
ना किसी की सुनता हूं
अपनी ही धुन में रहता हूं
ना किसी के ताने सुनता
ना किसी के गाने सुनता
अपनी ही धुन में रहता हूं
पेटपूजा करता रहता हूं
दोस्तों पेट पूजा पर मेरे द्वारा लिखी ये कविता आपको कितनी पसंद आई हमें जरूर बताएं। आप अपने दोस्तों में इस कविता को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें सब्सक्राइब करें धन्यवाद।