तोता और चिड़िया की कहानी paropkar ka phal story in hindi

Paropkar ka phal story in hindi

हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सभी,दोस्तों आज की हमारी कहानी paropkar ka phal story in hindi आप सभी के लिए बहुत ही प्रेरणादायक है जैसे की हम सभी जानते हैं की परोपकार यानी दुसरो पर किया गया उपकार जीवन में कभी ना कभी बहुत काम आता है आज की ये कहानी आपको यही सीख देगी की हम सभी को परोपकार करना चाहिए.

paropkar ka phal story in hindi
paropkar ka phal story in hindi

काफी समय पहले की बात है एक पेड़ के ऊपर दो घोसले थे सबसे ऊपर एक चिड़िया का घोसला था जिसमें वह अपने बच्चों के साथ रहती थी चिड़िया से उड़ते नहीं बनता था क्योंकि किसी शिकारी ने उस पर हमला करके उसके पंखों को घायल कर दिया था चिड़िया के घोंसले के नीचे एक तोते का घोसला था जिसमें तोता अपने बच्चों के साथ रहता था तोता जब भी अपने बच्चों के लिए दाना लाता तो कुछ दाने चिड़िया और चिड़िया के बच्चों के को भी देता इस तरह से वह अपने जीवन को यापन कर रहे थे.

एक दिन की बात है कि उस पेड़ के नजदीक एक बिल्ली आई उस समय तोता दाना लेने के लिए गया हुआ था उसके घोंसले में सिर्फ उसके बच्चे थे बिल्ली को जब तोते का घोंसला दिखाई दिया तो वो बहुत ही खुश हुई और घोसले के तरफ बढ़ने लगी तभी ऊपर वाले घोसले में उपस्थित चिड़िया ने जब ये सब देखा तो वह जोर जोर से चिल्लाने लगी और उसकी चिल्लाने की आवाज सुनकर और भी पशु-पक्षी वहां पर आ गए

जब बहुत सारे पशु पक्षी वहां पर आए तो बिल्ली यह सब देख कर डरकर भाग गई और चिड़िया ने उस तोते के बच्चों की जान बचा ली उसके कुछ समय बाद जब तोता आया उसने चिड़िया को धन्यवाद दिया.चिड़िया ने ये सब किया क्योंकि तोता उसपर परोपकार करता था.हम सभी को अपने जीवन में दूसरों पर परोपकार करना चाहिए.

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