ओजोन दिवस पर निबंध व् भाषण Ozone day speech, essay in hindi
Ozone day speech, essay in hindi
Ozone day – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से ओजोन दिवस पर निबंध व् भाषण के बारे में बताने जा रहे हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर ओजोन दिवस पर निबंध व् भाषण को जानते हैं ।

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ओजोन परत – ओजोन परत की सुरक्षा को देखते हुए ओजोन दिवस मनाने का फैसला विश्व के सभी देशों के माध्यम से किया गया है । ओजोन दिवस को मनाने का सबसे बड़ा फैसला यूनाइटेड असेंबली के जनरल नेशंस ने सभी देशों को एकत्रित करके 16 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय ओजोन दिवस मनाने का फैसला किया गया था । यह फैसला 19 दिसंबर 2000 को किया गया था । सभी देशों ने इस दिवस को मनाने का समर्थन किया था ।
क्योंकि हम देख रहे हैं कि प्रकृति में किस तरह से प्रदूषण फैल रहा है और हानिकारक रसायनों का उपयोग करने से ओजोन परत को काफी नुकसान हो रहा है । ओजोन दिवस मनाने का एक ही मकसद है कि हम सभी ओजोन परत की महत्वता के बारे में समझें और ओजोन परत की रक्षा सुरक्षा करने में हम सभी आगे आएं । ओजोन दिवस पर हमें यह कोशिश करनी चाहिए कि हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को ओजोन दिवस के कार्यक्रम में लेकर के आए जिससे कि वह भी ओजोन परत की महत्वता का बारे में समझे ।
आज हमारे पास समय है संभलने का लेकिन यदि आज हमने ओजोन परत को बचाने के लिए कार्य नहीं किए तो आने वाले समय में हमें और हमारी आने वाली पीढ़ी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है । ओजोन दिवस के शुभ अवसर पर सरकार के द्वारा भी कार्यक्रम कराए जाते हैं जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को ओजोन परत की महत्वता के बारे में समझाया जा सके । क्योंकि मनुष्य के द्वारा ही प्रदूषण फैलाया जाता है ।
जिसके कारण ओजोन परत को काफी नुकसान झेलना पड़ता है । आज हम पेड़ तो लगाते नहीं है बल्कि प्रकृति को नष्ट करने का काम हम कर रहे हैं । जिससे पर्यावरण दूषित होता जा रहा है । क्योंकि पेड़ पौधे ही हैं जो हमारे आस पास के वातावरण से हानिकारक गैसों को अवशोषित करके हमें शुद्ध ऑक्सीजन देते हैं । ऑक्सीजन के साथ साथ पेड़ पौधे हमें स्वादिष्ट फल एवं सब्जियां देते हैं । जिसका सेवन करके हम हमारे शरीर को ताकतवर बनाते हैं ।
पूरी पृथ्वी के चारों दिशाओं में 20 से 35 किलोमीटर बीच में एक ओजोन स्थित है जिसे ओजोन परत कहा जाता है । यह ओजोन परत बनने का सबसे बड़ा मुख्य कारण ऑक्सीजन के 3 परमाणु का है ।यह ओजोन परत ऑक्सीजन के तीन परमाणु से मिलकर बनती है । ओजोन परत मनुष्य की जीवन के लिए , पेड़ पौधों के जीवन के लिए , जीव जंतुओं के जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है । क्योंकि ओजोन परत प्रकाश की किरणों के साथ आने बाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों को नष्ट करती है ।
यदि हानिकारक पराबैंगनी किरणें नष्ट नहीं की जाए तो मनुष्य के शरीर पर बहुत ही घातक प्रभाव पराबैगनी किरणों के कारण पड़ सकता है । हानिकारक पराबैंगनी किरणें मनुष्य की त्वचा पर छेद कर सकती हैं , कैंसर जैसी घातक बीमारी मनुष्य को हो सकती है । इसके साथ साथ हमारी प्रकृति को भी काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है । पेड़ पौधे हानिकारक पराबैंगनी किरणों के कारण नष्ट हो सकते हैं , जल सकते हैं ।
इसीलिए ओजोन परत हमारे जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है । ओजोन परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती है ।पराबैगनी किरण मनुष्य के जीवन के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है । इसलिए ओजोन परत की रक्षा , सुरक्षा करना हम सभी मनुष्यों का दायित्व है । सबसे ज्यादा ओजोन परत को हानी उद्योगों में उपयोग किए जाने वाले हानिकारक रसायन हाइड्रो क्लोरो फ्लोरो , कार्बन क्लोरोफ्लोरोकार्बन , मिथाइल क्लोरोफॉर्म , कार्बन ट्रैटाक्लोराइड एवं मिथाइल ब्रोमाइड है ।
जिसके कारण ओजोन परत को नुकसान पहुंच रहा है । ग्रीन हाउस गैसें इन रसायनों को नष्ट करने में सहायक होती है । वातावरण को अनुकूल रखने में सहायक होती हैं । ओजोन परत की क्षति को रोकने के लिए एवं लोगों को , पूरे विश्व को जागृत करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका एवं कई देशों की सहमति से ओजोन दिवस मनाने का निर्णय किया गया था और ओजोन दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था ।
पूरे विश्व में 16 सितंबर को ओजोन दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है और ओजोन दिवस मनाने का सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि हम सभी प्रकृति को हरी-भरी बनाए रखें और ओजोन परत को होने वाली क्षति को रोकने की कोशिश करें । क्योंकि हम सब यह जानते हैं कि यदि ओजोन परत नष्ट हो जाएगी तो सूर्य की किरणों के साथ में आने वाली हानिकारक पराबैगनी किरण अवशोषित नहीं हो पाएंगे और मनुष्य को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है , हमारे शरीर को काफी नुकसान हो सकता है ।
पेड़ पौधों के साथ-साथ मनुष्य के जीवन एवं जीव जंतुओं के जीवन के लिए ओजोन परत की बहुत आवश्यकता है ।ओजोन दिवस के दिन सभी देशों की सरकारों के द्वारा कार्यक्रम किए जाते हैं । ओजोन दिवस को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है । ओजोन दिवस के दिन स्कूलों में छात्रों को बताया जाता है कि ओजोन परत क्या है , किस तरह से ओजोन परत हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करती हैं ।
ओजोन दिवस के दिन कार्यक्रम में ओजोन एवं हानिकारक पराबैंगनी किरणों के बारे में – ओजोन दिवस के दिन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के द्वारा ओजोन परत एवं हानिकारक पराबैंगनी किरणों के संबंधों के बारे में बताया जाता है । सभी विद्यार्थियों को स्कूलों में ओजोन दिवस के कार्यक्रम के माध्यम से यह बताया जाता है कि ओजोन परत मनुष्य के जीवन में किस तरह से उपयोगी है । मनुष्य के साथ-साथ पेड़-पौधे , जीव-जंतु के लिए भी ओजोन परत कि क्या उपयोगिता है । ओजोन परत के कारण हानिकारक पराबैंगनी किरणों का विनाश होता है , नष्ट होती है ।
संयुक्त राज्य अमेरिका के द्वारा कई रिसर्च करने के बाद यह बताया था कि ओजोन परत को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है । धीरे-धीरे ओजोन परत नष्ट होती जा रही है । आर्कटिक महासागर एवं अंटार्कटिका महासागर के ऊपर ओजोन परत पर दो बड़े-बड़े छेद हो गए हैं । यदि इसी तरह से ओजोन परत नष्ट होती रही तो ओजोन परत धीरे-धीरे पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी और मनुष्य के जीवन पर एवं जीव जंतुओं के जीवन पर एक भयानक खतरा आ जाएगा ।
जिसके कारण हम सभी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है । दोस्तों प्रकृति के वातावरण में कई तरह की अलग-अलग परतें पाई जाती हैं । उन्हीं परतों में ओजोन परत भी वातावरण में पाई जाती है । यह ओजोन परत बहुत पतली होती है लेकिन ओजोन परत का मनुष्य के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है । क्योंकि ओजोन परत अल्ट्रावॉयलेट रेडिएशन किरणों को सोख देती है ।दोस्तों ओजोन परत को नष्ट करने वाले सबसे घातक हानिकारक रसायनों के नाम इस प्रकार से हैं ।
हाइड्रो क्लोरो फ्लोरो , कार्बन मिथाइल , क्लोरोफॉर्म , मिथाइल ब्रोमाइड , कार्बन टेट्राक्लोराइड हानिकारक रसायन है । जो ओजोन परत को क्षति पहुंचाते है । जिसके कारण पृथ्वी के ऊपर स्थित ध्रुवों ओजोन परत को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है । इसीलिए हम सभी लोगों को यह कोशिश करना चाहिए कि हम इन हानिकारक रसायनों का उपयोग ना करें और जो व्यक्ति इन हानिकारक रसायनों का उपयोग करता है उस व्यक्ति को भी हमें जागरूक करना चाहिए और उस व्यक्ति को भी ओजोन परत की महत्वता के बारे में हमें बताना चाहिए ।
ओजोन परत की सर्वप्रथम खोज – ओजोन परत की सर्वप्रथम खोज फ्रेंच के एक भौतिक शास्त्री चार्ल्स फेवरी ने एवं हेनरी बुशन ने 1913 में ओजोन परत की खोज की थी । चार्ल्स फेवरी ने जब सूर्य से आने वाली किरणों को स्पेक्ट्रम के माध्यम से देखा तब उन्होंने सूर्य से डायरेक्ट पृथ्वी की ओर आने वाली प्रकाश का स्पेक्ट्रम बड़ी गहराई से देखा तब उसमें काले रंग के क्षेत्र उनको दिखाई दिए ।उन्होंने दिमाग लगाया कि यह काले क्षेत्र कहां से उत्पन्न हुए हैं और उन्होंने खोज करना प्रारंभ कर दिया था और इस क्षेत्र का नाम उन्होंने अल्ट्रा वॉयलेट रख दिया था ।
इन दोनों वैज्ञानिकों ने यह अनुमान लगाया कि ऐसा कोई ना कोई कारण जरुर है जो पराबैंगनी किरणों को सोख रही है जिसके कारण स्पेक्ट्रम में काला चित्र दिखाई दे रहा है ।
ओजोन परत का निर्माण – ओजोन परत का निर्माण सूर्य के प्रकाश के साथ में आने वाली अल्ट्रा वॉयलेट किरण की वजह से होता है । जब अल्ट्रावॉयलेट किरणें ऑक्सीजन से मिलती हैं तब ऑक्सीजन दो अलग अलग भागों में बट जाते हैं और मुक्त हुए दोनों ऑक्सीजन परमाणु ऑक्सीजन के दूसरे से संपर्क बनाकर ओजोन परत का निर्माण करते हैं । O3 का निर्माण करते हैं और इस तरह से ओजोन परत का निर्माण होता है । वह ओजोन परत चारों तरफ एक पतली परत बना लेती है ।
हम सभी को ओजोन परत के निर्माण की प्रक्रिया को समझना चाहिए और ओजोन परत के निर्माण को किसी तरह की कोई हानि ना हो इसके लिए हम सभी को प्रयत्न करना चाहिए । ओजोन परत दिवस मनाने का सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि हम सभी ओजोन परत को नष्ट होने से रोक सकें ।ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाकर प्रकृति को हरा-भरा करके रखें और हानिकारक पराबैंगनी किरणों को पृथ्वी पर आने से रोकें ।
क्योंकि जब हम घातक से घातक रसायनों का उपयोग उद्योगों में करते हैं तब ओजोन परत को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है । जिसके कारण ओजोन परत धीरे-धीरे नष्ट होती जाती है । ओजोन परत के बारे में हम सभी को पूर्ण रूप से जानकारी प्राप्त हो और हम सभी जागरूक हो इसलिए संयुक्त राज्य अमेरिका एवं सभी देशों ने मिलकर यह फैसला लिया था कि पूरे विश्व में 16 सितंबर को ओजोन दिवस मनाया जाएगा और उस कार्यक्रम में सभी को एकत्रित करके ओजोन परत के बारे में समझाया जाएगा ।
ओजोन परत की महत्वता के बारे मे समझाया जाएगा ।
ozone day speech in hindi – दोस्तों आज हम सभी ओजोन दिवस के शुभ अवसर पर यहां पर कार्यक्रम में पधारे हैं । सबसे पहले में स्कूल के सभी माननीय शिक्षकों का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बुलाया है । मैं स्कूल के सभी स्टाफ का भी दिल से धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए चार-पांच दिन पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी थी । जिससे कि यह कार्यक्रम सफलता की ओर बढ़ सकें ।
दोस्तों ओजोन दिवस मनाने का हमारा सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि हम ओजोन परत की महत्वता को जाने और इसी सब्जेक्ट में आज हम सभी बातचीत करने वाले हैं , ओजोन परत की महत्वता के बारे में जानने वाले हैं और प्रकाश की किरणों में आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से क्या नुकसान होते हैं इसके बारे में भी हम सभी जानेंगे ।सबसे पहले मैं विद्यार्थियों से यह कहना चाहता हूं कि आज हम जिस विषय में बातचीत करने वाले हैं ।
गहराई से समझना क्योंकि आने वाले समय में देश का भविष्य और प्रकृति की सुंदरता को बनाए रखने का काम आप विद्यार्थियों को ही संभालना है । इसलिए हमें ओजोन परत के फायदे एवं हानिकारक पराबैंगनी किरणों के बारे में जानकारी प्राप्त होना चाहिए । विद्यार्थियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से स्टेज पर ओजोन परत के विषय में नाटक तैयार किया गया है । जिसे विद्यार्थी प्रस्तुत करेंगे ।
विद्यार्थियों की सराहना करना चाहिए कि वह 1 महीने से ओजोन दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तैयारी कर रहे थे । आज वह अपने हुनर से यह बताएंगे कि ओजोन परत का हम सभी के जीवन में कितना महत्व होता है और हम सभी ओजोन परत के कारण अपने शरीर को बचा कर के रखे हैं । ओजोन परत यदि नष्ट हो जाएगा तो सूर्य के प्रकाश से आने वाली पराबैंगनी किरणें हमारे शरीर को नष्ट कर सकती है । हमें कैंसर जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं ।
प्रकृति में पर्यावरण प्रदूषण दूषित होता जा रहा है । फैक्ट्री में जिस तरह से हानिकारक रसायनों का उपयोग किया जा रहा है उन रसायनों का दुष्प्रभाव ओजोन परत पर पड़ रहा है ।जिससे ओजोन की परत को क्षति हो रही है । कई देशों ने उद्योगों में , फैक्ट्रियों में उपयोग किए जाने वाले हानिकारक रसायनों को बंद कर दिया है । परंतु उद्योगों के माध्यम से अधिक से अधिक पैसा कमाने के लिए हानिकारक रसायनों का उपयोग तेज गति से हो रहा है ।
क्योंकि वह ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं । ज्यादा पैसा कमाने के कारण हमारी ओजोन परत को नुकसान पहुंच रहा है । यदि आज पूरी तरह से हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल करना बंद नहीं किया गया तो आने वाले समय में हम सब को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है । आज प्रकृति में हम देख रहे हैं किस तरह से बीमारियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और हम सभी बीमारियों की चपेट में आते जा रहे हैं ।
मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं कि यदि हमें शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त नहीं होगी तो हमारा जीवन संभव नहीं है । पेड़ पौधे वातावरण से हमारे द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके शुद्ध ऑक्सीजन हमको देते हैं । यदि ओजोन परत नष्ट हो जाएगी तो प्रकाश की किरण से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणें पेड़ पौधों को नष्ट कर देगी और हमें शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त नहीं हो पाएगी । जिसके कारण हमारा सांस लेना संभव नहीं होगा ।
क्योंकि वह ओजोन का जो अणु होता है वह अस्थाई होता है ।जिसके कारण ओजोन हानिकारक पराबैंगनी किरणों को सोख लेता है और ऑक्सीजन के अणु एक मुक्त परमाणु ऑक्सीजन में बदल जाता है । इसके बाद जो ऑक्सीजन मुक्त हुआ था वह ऑक्सीजन परमाणु किसी अन्य ऑक्सीजन के अणु से अपना संपर्क बनाकर ओजोन अणु का निर्माण करता है । इस तरह से प्रकृति में ओजोन परत का जीवन चक्र निरंतर चलता रहता है और सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणें , अल्ट्रावॉयलेट किरणें ओजोन परत से नष्ट हो जाती हैं , काली पड़ जाती हैं ।
दोस्तों जब चार्ल्स फेवरी एवं हेनरी बुशन को स्पेक्ट्रम के माध्यम से यह पता चला कि ओजोन परत मनुष्य के जीवन है बहुत ही आवश्यक है । मनुष्य ही नहीं बल्कि पेड़ पौधों , जीव जंतुओं के लिए भी ओजोन परत आवश्यक है । क्योंकि ओजोन परत थी हानिकारक पराबैंगनी किरणों को सोखती है , नष्ट करती है । वैज्ञानिकों के द्वारा ओजोन परत की रक्षा करने के लिए कई रिसर्च किए गए और ओजोन परत को बचाने के प्रयास वैज्ञानिकों के द्वारा किए जा रहे हैं ।
मैं यह कहना चाहता हूं कि यदि ओजोन परत की रक्षा करनी है तो सबसे पहले फैक्ट्रियों में उपयोग किए जाने वाले हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल करना बंद करना होगा तब जाकर के हमारे आसपास का वातावरण शुद्ध और स्वच्छ होगा । ओजोन परत को किसी तरह की कोई हानि नहीं होगी और हम सभी अपना जीवन स्वच्छ वातावरण में जी पाएंगे । परंतु दोस्तों आज की दुनिया में सभी लोग सफलता प्राप्त करने , धन कमाने में लगे हुए हैं । उन लोगों को प्रकृति , वातावरण की कोई भी चिंता नहीं है । बस उनको तो सिर्फ पैसा ही पैसा दिखता है ।
मैं आप लोगों से पूछना चाहता हूं की हम पेड़ पौधों को नष्ट क्यों कर रहे हैं । पेड़ पौधों के द्वारा हमें शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त होती है । आज मैं आप लोगों से यह कहना चाहता हूं कि हम सभी लोगों को यह प्रण लेना चाहिए कि हम वृक्षारोपण अवश्य करें । अपने जीवन में एक पेड़ अवश्य हर व्यक्ति को लगाना चाहिए । जिससे कि हमारी आने वाले पीढ़ी को शुद्ध वातावरण , शुद्ध ऑक्सीजन मिल सके ।
यदि आज हम पेड़ों को सिर्फ नष्ट करते गए और वृक्षारोपण नहीं करेंगे तो आने वाली पीढ़ी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा । कई तरह की बीमारियां हम उनके लिए छोड़कर जाएंगे । जिस तरह से आज हम पेड़ों के माध्यम से शुद्ध ऑक्सीजन ले रहे हैं इन पेड़ों को भी प्राचीन समय में किसी ने लगाए होंगे जिनकी शुद्ध ऑक्सीजन हम प्राप्त कर रहे हैं उसी तरह से हमें भी पेड़ पौधे लगाना चाहिए जिससे कि हमारी आने वाली पीढ़ी भी पेड़ों से प्राप्त शुद्ध ऑक्सीजन ले सकें ।
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Ozen essay is very good