अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर भाषण Nurses day speech in hindi
Nurses day speech in hindi
Nurses day – दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर भाषण लाये हैं । चलिए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस आर्टिकल को पढ़कर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर लिखे इस भाषण को गहराई से समझते हैं ।
नमस्कार दोस्तों, आज मैं अरुण नामदेव अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के शुभ अवसर पर यहां पर बैठे हुए सभी मुख्य अतिथियों , सम्माननीय नागरिकों का स्वागत वंदन अभिनंदन करता हूं । आज अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के शुभ अवसर पर हम सभी यहां पर एकत्रित हुए हैं । अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर हम प्रतिवर्ष एकत्रित होकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद मिलकर लेते हैं । 12 मई को हम सभी मिलकर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के शुभ अवसर पर यहां पर उपस्थित होते हैं ।
दोस्तों अब मैं इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सबसे पहले मैं आपको नर्स दिवस की महत्वता के बारे में बताने जा रहा हूं । दोस्तों नर्स दिवस मनाने से पूरी दुनिया में जो महिला नर्स के रूप में अपना योगदान दे रही है उन महिलाओ को सम्मान देने के उद्देश्य से यह अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है । नर्स का जीवन बहुत ही दयनीय होता है क्योंकि नर्स ही बीमार दुखी व्यक्ति की मदद करने के लिए आगे आती है ।मैंने कई बार देखा है की जब कोई एक्सीडेंट या कोई बड़ी दुर्घटना हो जाती है तब नर्स घायलों की अस्पताल में बहुत अच्छी तरह से देख रहे करती हैं ।
किसी भी व्यक्ति को बड़ी से बड़ी बीमारी हो उस व्यक्ति की देखरेख नर्स के द्वारा की जाती है । बीमार दुखी व्यक्ति को सही समय पर इंजेक्शन लगाना , सही समय पर दवाई खिलाना , मरीज की सही ढंग से देखरेख करना नर्स का सबसे बड़ा दायित्व होता है । नर्स को हम साधारण व्यक्ति का दर्जा नहीं दे सकते हैं क्योंकि जब परिवार साथ छोड़ देता है तब अस्पतालों में नर्स के द्वारा मरीज की देखरेख की जाती है । हम अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के शुभ अवसर पर सबसे पहले उस इंसान का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं जिसने नर्स की उत्पत्ति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है ।
मैं नर्स की उत्पत्ति करने वाली फ्लोरेंस नाइटेंगल का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने नर्स की उत्पत्ति करके रोगियों के जीवन में उजाला किया है । हम सभी को मिलकर के ऐसे व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए क्योंकि फ्लोरेंस नाइटेंगल एक महिला होने के बावजूद उन्होंने एक नर्स के रूप में अपनी भूमिका निभाई थी । फ्लोरेंस नाइटेंगल ने कई देशों में जाकर नर्स के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था । पूरी दुनिया में ऐसे महान व्यक्ति बहुत कम होते हैं जो अपनी अच्छी आदतों से पूरी दुनिया को कुछ दे करके चले जाते हैं ।
पूरी दुनिया फ्लोरेंस नाइटेंगल को याद करती है । ऐसा महान काम फ्लोरेंस नाइटेंगल जी ने किया था जिनकी बदौलत आज हम बीमार पड़ जाने पर नर्स के रूप में उनका महत्वपूर्ण योगदान प्राप्त करते हैं । पूरी दुनिया में नर्स के रूप में मरीजों की सहायता करने के लिए अस्पतालों में मौजूद होती हैं । दोस्तों 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने का फैसला इसलिए किया गया था क्योंकि 12 मई को ही महान महिला फ्लोरेंस नाइटेंगल का जन्म हुआ था ।
फ्लोरेंस नाइटेंगल के अथक प्रयासों से ही नर्स की उत्पत्ति हुई थी । सबसे पहले फ्लोरेंस नाइटेंगल ने कई देशों में जाकर मरीजों की देखभाल करके मरीजों को ठीक किया था । यदि हम फ्लोरेंस नाइटेंगल के जीवन के बारे में जानेंगे तो हमें पता चल जाएगा कि उन्होंने ऐसे ऐसे मरीजों की देखभाल की है जिन मरीजों को उनके परिवार वालों ने तक साथ छोड़ दिया था । अब हम इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए आप सभी लोगों को यह बताना चाहते हैं की अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई थी ।
दोस्तों मैं आपको बता देना चाहता हूं कि पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की शुरुआत 12 मई 1965 से हुई थी और नर्स दिवस मनाने का सबसे पहले प्रस्ताव अमेरिका के महान व्यक्ति , स्वास्थ्य शिक्षा कल्याण विभाग के सबसे महान अधिकारी डोरोथी सदरलैंड ने रखा था और उन्हीं के अथक प्रयासों के बाद यह फैसला लिया गया था कि अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाए । जब यह प्रस्ताव अमेरिका के राष्ट्रपति के पास पहुंचा तब उन्होंने भी इस पर सहमति जताई थी ।
अमेरिका के राष्ट्रपति डीडी आइजनहावर ने यह फैसला कर लिया था कि पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाएगा और उन्होंने शिक्षा कल्याण विभाग के अधिकारी डोरोथी सदरलैंड के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी थी । इसके बाद 1953 को अमेरिका में नर्स दिवस को पहली बार मनाया गया था । 12 मई 1965 को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने के प्रस्ताव को भी पारित किया गया था । नर्स दिवस मनाने से उन सभी नर्स महिलाओं का सम्मान होता है जो पूरी मेहनत और लगन से मरीज की सहायता करती हैं , उनकी देखरेख करती हैं ।
जो मरीज अपनी बड़ी बीमारी के कारण दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर हो जाता है उस मरीज की सहायता नर्स करती हैं ।फ्लोरेंस नाइटेंगल जी का जन्म 12 मई 1965 को हुआ था और उन्होंने नर्स की उत्पत्ति में अपना सबसे बड़ा योगदान दिया था । इसीलिए उनके जन्म दिवस के शुभ अवसर पर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है । पूरे विश्व में फ्लोरेंस नाइटेंगल के द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की जाती है क्योंकि उन्होंने अपना पूरा जीवन नर्स के रूप में समर्पित कर दिया था ।
जब कोई बड़ी दुर्घटना घटती हैं तब वह अपनी टीम के साथ वहां पर जाकर मरीजों की मदद किया करती थी । फ्लोरेंस नाइटेंगल जी एक ऐसी महान महिला थी उनके अंदर दया की भावना कूट-कूट के भरी हुई थी । उनके द्वारा किए गए कामों की सराहना हम सभी लोगों को करनी चाहिए । अब हम इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हैं और सबसे पहले मैं यहां पर बैठी हुई सभी नर्स को स्टेज पर बुलाना चाहता हूं और उनको माननीय मुख्य मुख्य अतिथि के द्वारा पुरस्कार दिया जाएगा ।
पूरी दुनिया में नर्सों की संख्या बहुत कम है । हमारे भारत देश में भी नर्स की संख्या बहुत कम है क्योंकि जब व्यक्ति बीमार पड़ जाता है या किसी दुर्घटना का शिकार हो जाता है तब नर्स के द्वारा ही उस व्यक्ति की देखरेख की जाती है । नर्स की महत्वता को हम सभी को समझना चाहिए और सभी नर्सों का सम्मान करना चाहिए । हमारे भारत देश की सरकार का भी काफी प्रयास रहता है कि देश में ट्रेनिंग के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा नर्स तैयार की जाएं ।
इसीलिए केंद्र की सरकार के द्वारा राज्य की सरकार को नर्स ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए प्रोत्साहित करती है क्योंकि किसी के जीवन में बीमार पड़ने का एक समय अवश्य आता है और उस समय में हम बड़े बड़े हॉस्पिटल में अपना इलाज कराने के लिए जाते हैं और उन हॉस्पिटल में नर्स के माध्यम से हमारा इलाज किया जाता है । पूरी देखरेख से सही समय पर दवाई देकर नर्स अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं ।
दोस्तों 2019 के अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के शुभ अवसर पर एक थीम सुनिश्चित की गई है और वह थीम थीम हेल्थ फ़ॉर ऑल है क्योंकि एक नर्स के द्वारा ही मरीजों की सहायता की जाती है । मरीजों के जीवन में नर्सों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है । भारत देश में नर्सों की घटती संख्या को बराबर करने के लिए केंद्र एवं राज्य की सरकार निरंतर प्रयास कर रही है । भारत देश में नर्स की ट्रेनिंग के लिए ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया का गठन भी किया गया है । इस ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया की महासचिव शीला सेडा जी हैं ।
पूरी दुनिया में फ्लोरेंस नाइटेंगल जी के अथक प्रयासों से ही नोबेल नर्सिंग सेवा की शुरुआत हुई थी । इसीलिए हम सभी लोगों को सम्माननीय फ्लोरेंस नाइटेंगल जी को सम्मान देना चाहिए , उनका आदर करना चाहिए । उन्हीं के अथक प्रयासों से आज हम नर्स की बेहतरीन सेवा का लाभ उठा रहे हैं । दोस्तों आज हम यदि नर्स एवं रोगी की अनुपात के अंतर की बात करें तो रोगियों की संख्या बहुत अधिक है और नर्स की संख्या बहुत कम है । इसी बात को ध्यान में रखते हुए पूरे विश्व में नर्स की ट्रेनिंग देने पर जोर दिया जा रहा है ।
जब कहीं पर किसी भी तरह की कोई सी बड़ी दुर्घटना हो जाती है तब नर्स की कमी बहुत महसूस होती है क्योंकि उस समय नर्स ही दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति की देखरेख करती है । नर्स को ट्रेनिंग के दौरान यह सिखाया जाता है कि किस तरह से नर्स मरीजों की देखरेख कर सकती है । जिस प्रकार से फ्लोरेंस नाइटेंगल ने नर्स के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था उसी तरह से नर्स को ट्रेनिंग देकर यह सिखाया जाता है की नर्स किस तरह से मरीज की देखरेख करके उसे ठीक करने में अपना योगदान दे सकती है ।
पूरी दुनिया में नर्स अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्शाती हैं । एक बार मैं अस्पताल में इलाज कराने के लिए गया था । जब डॉक्टर ने मेरी जांच करी तब मेरे लीवर में खराबी बताई थी और मुझे अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी । मैं डॉक्टरों की बात को मानकर अस्पताल में भर्ती हो गया था । जब मैं अस्पताल में भर्ती हुआ तब मेरा इलाज अस्पताल में किया गया था और एक नर्स के द्वारा मेरी पूरी तरह से देखरेख की गई थी । सही सही समय पर नर्स मुझे खाना खिलाने के लिए , फल फ्रूट खिलाने के लिए आती थी ।
जब मेरी दवाई खाने का वक्त हो जाता था तब नर्स दवाई खिलाने के लिए आ जाती थी । इस तरह से तकरीबन 10 से 15 दिन तक मैं अस्पताल में भर्ती रहा था और मुझे कभी भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि मैं बीमार था क्योंकि उस अस्पताल में नर्स के द्वारा मेरी देखरेख की गई थी । इसी तरह से एक बार और मैं अस्पताल में नर्स की सेवा देख चुका हूं । एक बार मैं अपने दोस्त के साथ मोटरसाइकिल पर बैठ कर घूमने के लिए जा रहा था अचानक से हमारी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था ।
उस एक्सीडेंट में मुझे और मेरे दोस्त को बहुत चोट आई थी । मैं और मेरे दोस्त को एंबुलेंस में बिठा कर अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था । मेरे पैर में बहुत तेज गति से खून बह रहा था । जब मैं अस्पताल में पहुंचा तब नर्स ने मेरे पैर को रुई और पानी से साफ किया फिर दवाई लगाकर पट्टी बांधी थी । इसके बाद चार-पांच दिनों तक में अस्पताल में ही भर्ती रहा था । चार से पांच दिनों तक नर्स के द्वारा मेरी देखरेख की गई थी । नर्स सुबह के समय आकर मेरे पैर की पट्टी बदलती थी , इंजेक्शन लगाकर दवाई खिलाती थी और मेरे खाने पीने का सही समय पर ध्यान रखती थी ।
दोस्तों उसी समय मेरे बगल में एक बेड पर एक व्यक्ति भी लेटा हुआ था जिसको कैंसर की बीमारी थी । उस व्यक्ति के परिवार वालों ने भी उसे छोड़ दिया था । अस्पताल में उस कैंसर के मरीज की देखरेख बहुत अच्छी तरह से की जाती थी । उस मरीज को सही समय पर दवाई दी जाती थी । मरीज को सही समय खाना खिलाया जाता था ।मरीज को सही समय पर कपड़े पहनाए जाते थे । यह सब एक नर्स के द्वारा किया जाता था ।
यह देखकर मैं हैरान रह गया कि एक नर्स की कितनी बड़ी जिम्मेदारी होती है और नर्स अपनी सभी जिम्मेदारियां पूरी तरह से निभाती हैं । यह सब फैसिलिटी हमें उस महान महिला के कारण मिली है जिसने अपने जीवन को अच्छे कामों में लगाया और नर्स की सेवा को पूरी दुनिया में फैलाया है । फ्लोरेंस नाइटेंगल की पुस्तक को पढ़ने के बाद यह पता चलता है कि एक नर्स के क्या-क्या दायित्व होते हैं । एक नर्स मरीज की देखरेख करके भगवान का दर्जा प्राप्त कर लेती है । नर्स के अंदर दया भाव की भावना होती है ।
नर्स मरीज के प्रति दया करुणा की भावना रखती है । इसीलिए एक नर्स मरीज को सही समय पर ठीक करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है । नर्स की महत्वता के बारे में हमें तब मालूम पड़ेगा जब हम अस्पताल में मरीज बनकर के जाएंगे । जब हम अस्पताल में मरीज बनकर जाएंगे तब नर्स हमारी देखरेख किस तरह से करती है इसका पता हमें चल जाएगा । जब मैंने पहली बार नर्स को मरीज की पूरी तरह से देखरेख करते हुए देखा तब मैं पूरी तरह से हैरान हो गया था क्योंकि एक परिवार का व्यक्ति भी इतनी देखरेख नहीं करता है जितनी देखरेख अस्पताल की नर्स मरीज की करती है ।
ट्रेनिंग के दौरान नर्स को यही सिखाया जाता है कि नर्स मरीज के लिए बहुत उपयोगी होती है और नर्स का सबसे बड़ा यह दायित्व होता है की नर्स मरीज की देखरेख पूरी ईमानदारी से करें । जब किसी मरीज की देखरेख बहुत अच्छी तरह से की जाती है तब मरीज बहुत जल्दी ठीक हो जाता है । इसीलिए दोस्तों 2019 के अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के शुभ अवसर पर हेल्थ फॉर ऑल थीम रखी गई है जिसका उद्देश्य यह है कि सभी रोगियों को बहुत जल्दी ठीक होने में नर्स अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें ।
अब मैं इस कार्यक्रम को समाप्ति की ओर ले जाते हुए कहना चाहता हूं कि हमें नर्स की महत्वता के बारे में अच्छी तरह से जानना होगा और हम सभी लोगों को नर्स का बहुत सम्मान करना चाहिए क्योंकि नर्स के बिना मरीज बहुत सी मुसीबतो का सामना करता है । अब मैं अपनी वाणी को विराम देता हूं और एक बार फिर यहां पर पधारे हुए सभी लोगों का तहे दिल से धन्यवाद करता हूं , धन्यवाद ।
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